झारखंड मनी लांड्रिंग मामले में ईडी ने बढ़ाया जांच का दायरा, कोलकाता का कारोबारी अमित अग्रवाल गिरफ्तार, दो आईपीएस भी रडार पर

ED expands investigation in Jharkhand money laundering case, Kolkata businessman Amit Agarwal arrested, two IPS also on radar
झारखंड मनी लांड्रिंग मामले में ईडी ने बढ़ाया जांच का दायरा, कोलकाता का कारोबारी अमित अग्रवाल गिरफ्तार, दो आईपीएस भी रडार पर
झारखंड झारखंड मनी लांड्रिंग मामले में ईडी ने बढ़ाया जांच का दायरा, कोलकाता का कारोबारी अमित अग्रवाल गिरफ्तार, दो आईपीएस भी रडार पर

डिजिटल डेस्क, रांची। झारखंड में अवैध खनन के जरिए कमाए गए सैकड़ों करोड़ की मनीलांड्रिंग मामले में ईडी की जांच का दायरा बढ़ गया है। इस मामले में शुकवार की रात आठ बजे कोलकाता के चर्चित कारोबारी अमित अग्रवाल को गिरफ्तार किया गया है। कोलकाता एवं रांची के दो आईपीएस और कोलकाता के एक और कारोबारी यश जालान भी ईडी जांच के रडार पर हैं। अमित अग्रवाल के झारखंड में कई रसूखदार पॉलिटिशियन्स से गहरे रिश्ते रहे हैं। ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि जांच की जद में सत्ता से जुड़े कुछ बड़े चेहरे भी आ सकते हैं।

कारोबारी अमित अग्रवाल को आज रांची स्थित स्पेशल पीएमएलए (प्रिवेंशन ऑफ मनी लांड्रिंग) कोर्ट में पेश किया जायेगा। बताया जा रहा है कि ईडी उसे आगे की पूछताछ के लिए रिमांड पर लेने की भी दरख्वास्त कोर्ट में देगी। माना जा रहा है कि अमित अग्रवाल के पास झारखंड के कई राजनेताओं और अफसरों के गहरे राज हैं। ये राज खुले तो कइयों की परेशानियां बढ़ सकती हैं।

बता दें कि यह अमित अग्रवाल ही है, जिसने अवैध खनन और मनी लांड्रिंग मामले में झारखंड हाईकोर्ट में पीआईएल (जनहित याचिका) दाखिल करने वाले एडवोकेट राजीव कुमार को विगत 31 जुलाई को 50 लाख रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कराया था। अग्रवाल ने कोलकाता पुलिस को शिकायत की थी कि एडवोकेट राजीव कुमार पीआईएल से उसका नाम हटाने के लिए एक करोड़ की मांग कर रहे हैं। फिर योजना के मुताबिक उसने इसकी पहली किस्त के रूप में 50 लाख देने के लिए एडवोकेट राजीव कुमार को रांची से कोलकाता बुलाया और यह रकम देकर उन्हें गिरफ्तार करा दिया।

बाद में ईडी ने एडवोकेट राजीव कुमार और कारोबारी अमित अग्रवाल के बीच बड़ी रकम की लेनदेन के मामले में रांची में एक एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू की। इस जांच में ईडी ने पाया है कि अमित अग्रवाल ने अवैध खनन और मनी लांड्रिंग की जांच के लिए दायर पीआईएल को नुकसान पहुंचाने के इरादे से रांची और कोलकाता के दो आईपीएस के साथ मिलकर साजिश रची। अमित अग्रवाल की कंपनियों में रुपये की लेन-देन की जांच हुई तो ईडी ने यह भी पाया कि अरोड़ा स्टूडियो नामक उनकी कंपनी के बैंक अकाउंट में झारखंड के अवैध खनन के आरोपी के प्रेम प्रकाश के अकाउंट से रकम ट्रांसफर की गई थी। जांच में हुए इन खुलासों के बाद ही शुक्रवार को अमित अग्रवाल को गिरफ्तार कर लिया गया।

इधर कोलकाता के एक और कारोबारी यश जालान भी झारखंड में अवैध खनन-परिवहन मामले में ईडी जांच के राडार पर हैं। सूत्रों ने बताया कि ईडी उन्हें आरोपी बनाते हुए पूछताछ के लिए समन भेज सकती है। जालान झारखंड के साहिबगंज में हाल तक गंगा नदी में चलाये जानेवाले एक मालवाहक जहाज के मालिक हैं। इस जहाज का परिचालन लाइसेंस-परमिट के बगैर अवैध खनन के आरोपी पंकज मिश्र, दाहू यादव और बच्चू यादव कर रहे थे। ईडी ने अवैध खनन मामले की जांच के दौरान इस जहाज को जब्त कर लिया था। ईडी को संदेह है कि जालान अवैध खनन-परिवहन से होने वाली कमाई में हिस्सेदार रहे हैं।

 

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Created On :   8 Oct 2022 3:00 PM IST

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