तवांग मुद्दे पर विपक्ष हुआ हमलावर, संसद में सरकार को घेरने की तैयारी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह रख सकते हैं पक्ष
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। 9 दिसंबर को भारत और चीन के सैनिकों के बीच जमकर झड़प हुई। अरुणाचल प्रदेश के तवांग के यांगत्से इलाके में हुई इस झड़प में 6 भारतीय और 15 चीनी सैनिक घायल हुए। इस मुद्दे पर अब विपक्ष सरकार पर हमलावर हो गया है। विपक्ष की तरफ से इस मुद्दे पर संसद में सरकार को घेरने की तैयारी की जा रही है। जिसके कारण आज संसद सत्र हंगामेभरा होने के आसार जताए जा रहे हैं। वहीं सरकार की तरफ से इस मुद्दे पर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह पक्ष रख सकते हैं।
12 सितंबर को जैसे ही सेना की तरफ से यह बयान आया कि एलएसी पर दोनों देशों के सैनिकों के बीच झड़प हुई है और इसमें 6 भारतीय सैनिक घायल हो गए हैं। वैसे ही कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार को इस मुद्दे पर चर्चा करके देश को भरोसे में लेने की आवाश्यकता है।
आर्मी चीफ के साथ राजनाथ सिंह ने की बैठक
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 13, 2022
तवांग झड़प को लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के घर पर बैठक हुई। बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर, सीडीएस लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान और तीनों सेनाओं के प्रमुख, एनएसए अजीत डोभाल समेत तमाम अधिकारी मौजूद रहे। इस दौरान चीन के साथ सीमा विवाद को लेकर कई प्रमुख मामलों पर चर्चा हुई। साथ ही सीडीएस लेफ्टिनेंट जनरल ने चीन के साथ हुई झड़प के बारे में राजनाथ सिंह को पूरी जानकारी दी।
चीन से झड़प मामले पर बोले सरकार - कांग्रेस
इस मुद्दे पर कांग्रेस ने कहा कि इस मुद्दे पर पीएम मोदी और रक्षा मंत्री बयान दें और संसद में चर्चा करें। पार्टी के राज्यसभा सांसद रणदीप सुरजेवाला ने ने कहा कि उन्होंने 9 दिसंबर को अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में हुई झड़प पर चर्चा के लिए राज्यसभा में रूल 267 के तहत सस्पेंशन ऑफ बिजनेस नोटिस दिया। उन्होंने कहा कि मैं पीएम मोदी और राजनाथ सिंह को इस मामले में बयान देने और सदन के पटल पर चर्चा करने का आग्रह करता हूं। वहीं कांग्रेस सांसद नासिर हुसैन ने इस मामले पर चर्चा के लिए राज्यसभा में नोटिस दिया है।
इसके अलावा कांग्रेस के नवनिर्वाचित पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि "हम राष्ट्रीय मुद्दों पर देश के साथ हैं। हम इसका राजनीतिकरण नहीं करेंगे। लेकिन मोदी सरकार को अप्रैल 2020 से एलएसी के पास सभी बिन्दुओं पर चीनी अतिक्रमण और निर्माण के बारे में ईमानदार होना चाहिए।"
"ना कोई घुसा है" पीएम मोदी का जवाब नहीं हो सकता- ओवैसी
चीन सैनिक से झड़प पर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल के चीफ और सांसद असदुद्दीन ओवैसी सदन में स्थगन प्रस्ताव रखेंगे। उन्होंने सरकार पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार ने इस मुद्दे को छुपाकर और इसकी जानकारी सदन में न देकर पूरे देश को अंधेरे में रखने का काम किया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, "झड़प इसलिए हुई क्योंकि चीनी सैनिक भारतीय सैनिकों को एक पोस्ट से बेदखल करने की कोशिश कर रहे हैं। ये घटना सवाल उठाती है जिसका सरकार को जवाब देना चाहिए। मोदी का "ना कोई घुसा है" जवाब नहीं हो सकता।"
Created On :   13 Dec 2022 10:40 AM IST