प्रधानमंत्री ने तेलंगाना का अपमान किया
डिजिटल डेस्क, हैदराबाद। तेलंगाना में सत्तारूढ़ तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) और विपक्षी कांग्रेस ने आंध्रप्रदेश के विभाजन को लेकर संसद में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बयान को लेकर आरोप लगाया है कि उन्होंने तेलंगाना का अपमान किया है।
राज्य के वित्त और स्वास्थ्य मंत्री टी. हरीश राव ने श्री मोदी की टिप्पणी की निंदा करते हुए आरोप लगाया कि वह बार-बार तेलंगाना के प्रति अपना द्वेष प्रदर्शित कर रहे हैं। राव ने सिद्दीपेट जिले में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, तेलंगाना प्रगति कर रहा है, लेकिन श्री मोदी को यह पसंद नहीं है। उन्हें डर है कि तेलंगाना विकास के मामले में गुजरात से आगे निकल रहा है।
उन्होंने आरोप लगाया कि यह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) थी जिसने अलग राज्य बनाने के अपने वादे से पीछे हटकर तेलंगाना को धोखा दिया। उन्होंने याद दिलाते हुए कहा कि भाजपा ने एक वोट दो राज्य का नारा दिया था और 1999 में काकीनाडा में एक प्रस्ताव पारित किया था । उसमें वादा किया गया था कि सत्ता में आने पर तेलंगाना अलग राज्य बनेगा लेकिन सत्ता में आने के बाद वह अपने वादे से मुकर गई।
टीआरएस नेता ने श्री मोदी की उस टिप्पणी कि कांग्रेस ने आंध्र प्रदेश को विभाजित करने में अहंकार के साथ काम किया पर आश्चर्य जताया कि केंद्र में सत्ता में रहते हुए भाजपा को तेलंगाना राज्य का गठन करने से किसने रोका था। राव ने पूछा, क्या यह बीजेपी नहीं है जिसने अपना वादा पूरा नहीं करके तेलंगाना को धोखा दिया है।
प्रधानमंत्री की इस टिप्पणी कि विभाजन की प्रक्रिया संघीय भावना के खिलाफ थी.को खारिज करते उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने रातोंरात तेलंगाना के सात मंडलों का आंध्र प्रदेश में विलय कर दिया। उन्होंने पूछा, क्या आपने तेलंगाना से सलाह ली? तब आपकी संघीय भावना कहां थी?
राज्य कांग्रेस प्रमुख ए. रेवंत रेड्डी ने मांग की कि प्रधानमंत्री अपने बयान के लिए तेलंगाना के लोगों से माफी मांगें, जिसे उन्होंने तेलंगाना के शहीदों का अपमान करने वाला बताया। सांसद श्री रेड्डी, ने कहा कि यह श्री वाजपेयी के नेतृत्व वाली भाजपा की राजग सरकार थी जिसने तेलंगाना को धोखा दिया। उन्होंने कहा, आप कह रहे हैं कि वाजपेयी ने तीन राज्य बनाए, लेकिन तेलंगाना का क्या। वाजपेयी सरकार अपने वादे से पीछे क्यों हटी। कांग्रेस नेता ने कहा कि अगर राजग ने तेलंगाना राज्य बनाया होता तो तेलंगाना के 1,200 युवाओं की जान बच जाती। उन्होंने विभाजन को लेकर कांग्रेस की आलोचना करने के लिए मोदी को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि मोदी द्वारा की गई टिप्पणी एक प्रधानमंत्री के तौर पर अशोभनीय है।
उन्होंने कहा, हमारी नेता सोनिया गांधी ने यह अच्छी तरह से जानते हुए भी कि कांग्रेस पार्टी को इससे राजनीतिक नुकसान होगा, उन्होंने फिर भी तेलंगाना राज्य बनाया था। पिछले सात वर्षों के दौरान तेलंगाना के प्रति पक्षपात के लिए टीआरएस और कांग्रेस दोनों नेताओं ने भी मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा है।
रेड्डी ने कहा कि केंद्र आदिवासी विश्वविद्यालय, रेलवे कोच फैक्ट्री, बयाराम स्टील प्लांट और 4,000 मेगावाट एनटीपीसी प्लांट स्थापित करने की प्रतिबद्धताओं को पूरा करने में विफल रहा, जबकि सूचना प्रौद्योगिकी निवेश क्षेत्र (आईटीआईआर) को खत्म कर दिया गया। कांग्रेस नेता ने कहा कि तेलंगाना की खातिर इस्तीफा देने से इनकार करने वाले भाजपा नेता जी किशन रेड्डी को केंद्र में मंत्री बनाया गया और यह राज्य के प्रति मोदी सरकार के रवैये के बारे में बताता है।
(आईएएनएस)
Created On :   8 Feb 2022 7:30 PM IST