मिड-डे-मील को लेकर खनिज मंत्री के पत्र से एमपी में सियासी तूफान, पन्ना के करीब सौ स्कूलों में नहीं बंटा मध्यान्ह भोजन
भोपाल, 19 सितम्बर (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश में पोषण आहार घोटाले को लेकर मचे सियासी घमासान के बाद राज्य सरकार के खनिज मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह द्वारा पन्ना जिले के 100 स्कूलों में बीते छह माह से मध्यान्ह भोजन न बांटे जाने को लेकर स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार को लिखे गए खत ने सियासी तूफान ला दिया है। कांग्रेस एक बार फिर हमलावर है, वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी इस मामले को गंभीरता से लिया है।
राज्य में अभी हाल ही में महालेखाकार की रिपोर्ट में सौ करोड़ से ज्यादा के पोषण आहार में घोटाला होने की आशंका जताए जाने पर सरकार की खूब किरकिरी हुई, कांग्रेस ने लगातार हमले किए, परिणाम स्वरुप सरकार को खुले तौर कई बार सफाई देना पड़ी। अब नया मामला मध्यान्ह भोजन का वितरण न होने का आया है।
राज्य के खनिज मंत्री सिंह ने स्कूल शिक्षा मंत्री परमार को पत्र लिखा है, जिसमें कहा गया है कि, मेरे विधानसभा क्षेत्र पन्ना में भ्रमण के दौरान स्थानीय जनप्रतिनिधियों और स्थानीय लोगों ने बताया है कि अजयगढ़ विकासखंड के करीब 100 से अधिक स्कूलों में पिछले छह महीनों से मध्यान्ह भोजन का वितरण नहीं किया जा रहा है। इसके कारण स्थानीय लोगों में असंतोष है। उन्होंने आगे लिखा है कि ऐसी स्थिति चिंता का विषय है। मध्यान्ह भोजन वितरण में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए मध्यान्ह भोजन का वितरण सुचारू रूप से संचालित कराने के संबंध में आदेश दें।
इस मामले सामने आने के बाद मुख्यमंत्री चौहान ने अधिकारियों की वर्चुअली बैठक ली। मुख्यमंत्री चौहान ने वीडियो कॉन्फ्रेंस से जिलों से चर्चा के क्रम में सबसे पहले पन्ना कलेक्टर से जिले के कुछ क्षेत्रों में गत माह मध्यान्ह भोजन योजना में उत्पन्न बाधा और प्राप्त शिकायत के संबंध में जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि अन्य जिले भी मध्यान्ह भोजन वितरण के कार्य की व्यवस्थाओं को पुख्ता बनाए रखें। योजना के क्रियान्वयन में बाधाएं उत्पन्न नहीं होना चाहिए। प्राप्त शिकायतों का अविलंब निराकरण किया जाए।
कलेक्टर पन्ना ने बताया कि जिले के 1800 विद्यालयों में नियमित रूप से मध्यान्ह भोजन वितरण का कार्य चल रहा है। कुछ केन्द्रों में मैपिंग की त्रुटि और तकनीकी समस्या के कारण कुछ समय के लिए व्यवधान आया था, जिसे सुधार लिया गया। वहीं कांग्रेस इस मामले में सियासी तौर पर चुटकी ले रही है। कांग्रेस प्रदेषाध्यक्ष के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने चुटकी लेते हुए ट्वीट किया, मामाजी के खिलाफ अब मोर्चा खुलता जा रहा है।श्रीमंत समर्थक मंत्री का सीएस के बहाने सरकार पर हमला, गृह मंत्री का अंडे-चिकन के निर्णय पर हमला। वीडी भाई समर्थक मंत्री का मध्यान्ह भोजन योजना की पोल खोलना, पोषण आहार घोटाले पर सदन में विपक्ष की नारेबाजी पर सभी की चुप्पी।
ज्ञात हो कि खनिज मंत्री के पत्र से पहले मंत्री महेंद्र सिंह सिसौदिया द्वारा राज्य के मुख्य सचिव पर सार्वजनिक तौर पर हमला बोला था और उनकी कार्यशैली पर सवाल उठाए थे। इन मामलों के बाद सरकार की ओर से लगातार सफाई दी जा रही है।
एसएनपी/एएनएम
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ bhaskarhindi.com की टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.
Created On :   19 Sept 2022 8:00 PM IST