Mumbai News: दोनों गुटों के साथ आने वाले बयान के बाद पहली बार अजित के साथ शरद ने साझा किया मंच

दोनों गुटों के साथ आने वाले बयान के बाद पहली बार अजित के साथ शरद ने साझा किया मंच
  • मंच पर बातचीत करते हुए भी दिखाई दिए चाचा-भतीजे
  • पवार से मिले गडकरी

Mumbai News. राकांपा (शरद) अध्यक्ष शरद पवार अजित गुट के साथ आने की चर्चा के बाद सोमवार को वह अपने भतीजे राकांपा (अजित) अध्यक्ष अजित पवार और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ मंच पर पहली बार दिखाई दिए। यशवंतराव चव्हाण सभागृह में सहकार क्षेत्र के इस कार्यक्रम केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के अलावा उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे भी मौजूद रहे। शरद पवार इस कार्यक्रम के दौरान मंच पर अजित पवार से बातचीत करते हुए भी दिखाई दिए। इस मुलाकात के बाद दोनों ही नेताओं के फिर से एक साथ आने की अटकलें लगनी शुरू हो गई हैं।


कार्यक्रम में क्या हुआ?

सोमवार दोपहर हुए कार्यक्रम में शरद पवार सबसे पहले पहुंच गए थे। उसके बाद जैसे ही कार्यक्रम शुरू हुआ तो शरद और अजित एक दूसरे के बगल में बैठे हुए दिखाई दिए। कार्यक्रम के बीच-बीच में दोनों ही नेता बातचीत करते भी दिखाई दिए। दोनों ही नेताओं पर मीडिया की काफी नजरें थी क्योंकि कुछ दिन पहले ही शरद पवार ने उनकी पार्टी के एक धड़े के अजित गुट के साथ जाने की बात कही थी। भले ही कार्यक्रम में दोनों चाचा भतीजे एक साथ बात करते हुए दिखाई दिए लेकिन कार्यक्रम के बाद दोनों की कोई मुलाकात नहीं हुई।

क्या कहा था शरद पवार ने?

शरद पवार ने कुछ दिन पहले पत्रकारों से बात करते हुए कहा था कि उनकी पार्टी का एक धड़ा अजित गुट के साथ जाना चाहता है। इसके बाद पवार ने कहा था कि इस पर अंतिम फैसला अगली पीढ़ी के नेतृत्व को लेना है। उन्होंने कहा था कि इस बारे में सुप्रिया सुले और अजित पवार को मिलकर फैसला लेना चाहिए। पवार के बयान के बाद महाराष्ट्र की राजनीति में काफी बवाल भी मचा था। हालांकि कांग्रेस और उद्धव गुट ने इसे पवार का निजी बयान बताया था।

पवार से मिले गडकरी

यशवंतराव चव्हाण सभागृह में हुए कार्यक्रम में शामिल होने के लिए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी भी पहुंचे थे। कार्यक्रम से पहले गडकरी ने शरद पवार और सुप्रिया सुले से मुलाकात की। हालांकि गडकरी ने कहा कि इस मुलाकात में कोई राजनीतिक चर्चा नहीं हुई। सिर्फ महाराष्ट्र में चल रहे विकास कार्यों को लेकर बातचीत हुई।

राकांपा में फूट पारिवारिक- शिरसाट

राज्य सरकार में मंत्री और शिंदे गुट के नेता संजय शिरसाट ने कहा कि राकांपा में फूट पारिवारिक फूट है। अगर कल को यह दोनों एक साथ आते हैं तो इसे नकारा नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि दोनों ही गुट एक साथ आते हैं तो इससे पार्टी को मजबूती मिलेगी। शिरसाट ने कहा कि राकांपा के दोनों गुट भले ही एकजुट हो जाएं लेकिन शिवसेना में ऐसा नहीं होगा।

Created On :   12 May 2025 9:25 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story