2024 में एक बार फिर साथ आ सकते है सपा और बसपा! एक मामले में अखिलेश को मिला मायावती का साथ

SP and BSP may come together once again in 2024, Akhilesh got Mayawatis support in one case
2024 में एक बार फिर साथ आ सकते है सपा और बसपा! एक मामले में अखिलेश को मिला मायावती का साथ
बुआ भतीजा फिर साथ 2024 में एक बार फिर साथ आ सकते है सपा और बसपा! एक मामले में अखिलेश को मिला मायावती का साथ
हाईलाइट
  • सियासी मायने

डिजिटल डेस्क, लखनऊ।  उत्तरप्रदेश विधानसभा सत्र  के दूसरे दिन समाजवादी पार्टी का विरोध प्रदर्शन जारी है। इस दौरान बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती ने ट्विट कर राज्य की भाजपा पर निशाना साधा है। वहीं मायावती के ट्विट को समाजवादी पार्टी के समर्थन में जोड़कर देखा जा रहा है। हालांकि बीएसपी चीफ ने अपने ट्विट में न तो सपा का नाम लिखा है, ना ही सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव का। फिर भी ट्विट के सियासी मायने निकालकर उसे भविष्य से जोड़कर देखा जा रहा है। 

आपको बता दें बसपा सपा गठबंधन टूटने के बाद ये पहला मौका होगा जब मायावती ने किसी मामले पर समाजवादी पार्टी का समर्थन किया है। मायावती के ट्विट को आगामी लोकसभा चुनावों से जोड़कर देखा जा रहा है। 

                                            

मायावती ने सिलसिलेवार तरीके से तीन ट्विट किए हैं, बसपा प्रमुख ने बीजेपी की योगी सरकार पर निशाना साधते हुए लिखा है कि विपक्षी पार्टियों को सरकार की जनविरोधी नीतियों व उसकी निरंकुशता तथा जुल्म-ज्यादती आदि को लेकर धरना-प्रदर्शन करने की अनुमति नहीं देना भाजपा सरकार की नई तानाशाही प्रवृति हो गई है। साथ ही, बात-बात पर मुकदमे व लोगों की गिरफ्तारी एवं विरोध को कुचलने की बनी सरकारी धारणा अति-घातक।

बीएसपी चीफ ने अपने दूसरे ट्विट में सरकार पर छात्रों के साथ ज्यादती करने का आरोप लगाया है। मायावती का दूसरा ट्विट इलाहाबाद विश्वविद्यालय में फीस वृद्धि के खिलाफ चल रहे प्रदर्शन के पक्ष में है। मायावती ने लिखा है कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय द्वारा फीस में एकमुश्त भारी वृद्धि करने के विरोध में छात्रों के आन्दोलन को जिस प्रकार कुचलने का प्रयास जारी है वह अनुचित व निन्दनीय। यूपी सरकार अपनी निरंकुशता को त्याग कर छात्रों की वाजिब माँगों पर सहानुभतिपूर्वक विचार करे, बीएसपी की माँग। मायावती यहीं नहीं रूकी बल्कि उन्होंने भाजपा पर विपक्ष को कुचलने का आरोप लगाया है।  उन्होंने अपने ट्विट में लिखा है कि महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी, बदहाल सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य व कानून व्यवस्था आदि के प्रति यूपी सरकार की लापरवाही के विरुद्ध धरना-प्रदर्शन नहीं करने देने व उनपर दमन चक्र के पहले भाजपा जरूर सोचे कि विधानभवन के सामने बात-बात पर सड़क जाम करके आम जनजीवन ठप करने का उनका क्रूर इतिहास है।

यूपी में विधानसभा सत्र का दूसरा दिन है, और सपा विधायक सदन से लेकर सड़क तक कानून व्यवस्था, महंगाई, शिक्षा,और रोजगार को लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे है। हालांकि पुलिस प्रशासन ने सख्ती दिखाते हुए जगह जगह बैरिकेडिंग कर विरोध मार्च को रोक दिया है। फिर भी सपा का विरोध प्रदर्शन जारी है। इसी बीच मायावती के ट्विट ने सपा में जान फूंक दी है।

Created On :   20 Sept 2022 3:48 PM IST

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