21 दिन की 'रहस्यमयी' विदेशी यात्रा से भारत लौटेंगे राहुल गांधी, आने के बाद ये होगा अगला प्लान?

21 दिन की रहस्यमयी विदेशी यात्रा से भारत लौटेंगे राहुल गांधी, आने के बाद ये होगा अगला प्लान?

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी आज मंगलवार को भारत वापस लौट रहे हैं। राहुल गांधी 30 मई को छह दिवसीय यात्रा के लिए अमेरिका गए थे। हाल ही में उन्होंने स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय में छात्रों के साथ संवाद किया था। साथ ही राहुल गांधी ने वाशिंगटन में संवाददाता सम्मेलन को भी संबोधित किया था। इस दौरान उन्होंने भारतीय प्रवासियों, उद्यम पूंजीपतियों, तकनीकी अधिकारियों से मुलाकात की थी। अब बीजेपी नेता ने राहुल गांधी के कथित रहस्यमयी विदेशी यात्राओं पर सवाल खड़े किए हैं।

एएनआई ने कांग्रेस पार्टी का सूत्रों का हवाला देते हुए बताया है कि राहुल गांधी आज देर शाम तक भारत पहुंचने वाले हैं। वे कथित तौर पर पिछले 21 दिनों से अमेरिका में थे। इसी को लेकर बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने एक ट्वीट कर राहुल गांधी को घेरने की कोशिश की है। उन्होंने ट्वीट किया,"राहुल गांधी विदेश में इतना समय क्यों बिताते हैं, खासकर उनकी यात्राओं का एक बड़ा हिस्सा रहस्य में डूबा हुआ है? विदेशी एजेंसियों और भारत के विरोधी समूहों के साथ उनकी गुप्त बैठकों की कई रिपोर्टें इन यात्राओं के उद्देश्य पर और सवाल उठाती हैं ... "

दो दिन बाद होगी विपक्षी एकता मीटिंग

राहुल गांधी ऐसे समय में अमेरिका से भारत वापस लौट रहे हैं जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका पहुंचने वाले हैं। राहुल गांधी 23 जून को राजधानी पटना में विपक्षी एकता की मीटिंग में हिस्सा लेने वाले हैं। इस बैठक में कई विपक्षी दल शामिल होने वाले हैं। अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के लिहाज से यह बैठक विपक्षी दलों के लिए काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। विपक्ष को एकजुट करने के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस मीटिंग का नेतृत्व कर रहे हैं।

विपक्षी मीटिंग से दूर दो बड़े नेता

बीजू जनता दल (बीजेडी) के संस्थापक और ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और तेलंगाना के मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव के अलावा लगभग सभी बड़ी विपक्षी दल के नेता इस मीटिंग में शामिल होंगे। भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के वरिष्ठ नेता ने कहा कि हमारी पार्टी बीजेपी और कांग्रेस दोनों दलों से अपनी दूरी बनाए रखेगी। इसके पीछे की बड़ी वजह आगामी तेलंगाना विधानसभा चुनाव को माना जा रहा है। इस बार कर्नाटक चुनाव हारने के बाद बीजेपी दक्षिण भारत से लगभग समाप्त हो चुकी है। ऐसे में बीजेपी की कोशिश है वह आगामी तेलंगाना विधानसभा चुनाव के जरिए किसी तरह दक्षिण भारत में एंटर कर सके। वहीं कांग्रेस की कोशिश है कि तेलंगाना विधानसभा चुनाव जीत कर वे दक्षिण भारत में अपनी गहरी छाप छोड़ सके। शायद यही वजह है कि बीआरएस पार्टी बीजेपी और कांग्रेस दोनों से दूरी बनाए हुए हैं।

मीटिंग में ये नेता होंगे शामिल

राजधानी पटना में जिन विपक्षी नेताओं के बैठक में शामिल होने की संभवानाएं हैं। उनमें पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव, आम आदमी पार्टी के सुप्रीमों अरविंद केजरीवाल, तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन, झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन, एनसीपी प्रमुख शामिल है। इसके अलावा इस मीटिंग में प्रमुख विपक्षी नेता के तौर पर शरद पवार, मल्लिकार्जुन खड़गे और शिवसेना (यूबीटी) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे शामिल होने की उम्मीद है।

Created On :   20 Jun 2023 5:07 PM IST

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