बिहार विधानसभा चुनाव 2025: आरजेडी सांसद मनोज झा का बड़ा दावा, कहा- महागठबंधन में सीट बंटवारे का आधार सिर्फ जीत की संभावना

आरजेडी सांसद मनोज झा का बड़ा दावा, कहा- महागठबंधन में सीट बंटवारे का आधार सिर्फ जीत की संभावना
  • आरजेडी सांसद मनोज झा का बड़ा दावा
  • कहा- महागठबंधन में सीट बंटवारे का आधार सिर्फ जीत की संभावना
  • कहा- 'माई बहन मान योजना' और बेरोजगारी पर फोकस होगा चुनाव

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के सांसद मनोज झा ने सोमवार को कहा कि आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में सीट बंटवारे का एकमात्र आधार जीत की संभावना होगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि अगले डेढ़ महीने में इस पर सहमति बन जाएगी। बिहार में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं, जहां विपक्षी महागठबंधन सत्तारूढ़ जदयू-भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) को चुनौती देने की तैयारी में है।

संजय झा पर भाई-भतीजावाद का आरोप

पत्रकार वार्ता में मनोज झा ने जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद संजय कुमार झा पर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि संजय झा की दो बेटियों को सुप्रीम कोर्ट में केंद्र सरकार के मुकदमों के लिए ‘ग्रुप ए पैनल अधिवक्ता’ के रूप में नियुक्त किया गया, जो भाई-भतीजावाद का उदाहरण है। झा ने सवाल उठाया, “क्या पिछड़े, दलित, अति पिछड़े वर्गों से कोई योग्य उम्मीदवार नहीं था? क्या ये पद गठबंधन के लिए आरक्षित थे?” संजय झा की ओर से इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।

महागठबंधन में एकजुटता पर जोर

झा ने कहा कि महागठबंधन, जिसमें आरजेडी, कांग्रेस और वामपंथी दल शामिल हैं, हर सीट पर एकजुट होकर लड़ेगा। उन्होंने कहा, “जीत की क्षमता ही टिकट बंटवारे का आधार होगी। किसी को भी अपना दायरा बढ़ाने की कोशिश नहीं करनी चाहिए।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि जातिगत और सामाजिक समीकरणों को ध्यान में रखा जाएगा, ताकि हर जिले में गठबंधन की पकड़ मजबूत हो।

'माई बहन मान योजना' और बेरोजगारी पर फोकस

मनोज झा ने कहा कि महागठबंधन का फोकस बेरोजगारी, कानून-व्यवस्था और सामाजिक सुरक्षा जैसे मुद्दों पर होगा। उन्होंने ‘माई बहन मान योजना’ का जिक्र किया, जिसमें आर्थिक रूप से कमजोर महिलाओं को 2,500 रुपये, सामाजिक सुरक्षा पेंशन और रोजगार सृजन का वादा है। उन्होंने कहा, “हम जदयू या नए लोगों के खिलाफ नहीं, बल्कि बेरोजगारी और बुनियादी मुद्दों के खिलाफ लड़ रहे हैं। सरकारें मंदिर-मस्जिद बनाने के लिए नहीं, बल्कि जनता की जरूरतें पूरी करने के लिए चुनी जाती हैं।”

बिहार में कानून-व्यवस्था भी बनेगा मुद्दा

झा ने बिहार में बिगड़ती कानून-व्यवस्था को भी बड़ा चुनावी मुद्दा बताया। सत्ताधारी एनडीए में जदयू, भाजपा, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (एचएएम) और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) शामिल हैं। महागठबंधन की रणनीति और साझा घोषणापत्र पर झा ने कहा कि कई मुद्दों पर गठबंधन दलों की राय एकसमान है, जिसे जल्द अंतिम रूप दिया जाएगा।

Created On :   17 Jun 2025 12:33 AM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story