महाराष्ट्र की सियासत में उथल-पुथल का दौर जारी, शरद पवार से मिलने पहुंचे अजित पवार खेमे के मंत्री

महाराष्ट्र की सियासत में उथल-पुथल का दौर जारी, शरद पवार से मिलने पहुंचे अजित पवार खेमे के मंत्री
बगावत के बाद शरद पवार और अजित गुट की पहली मुलाकात

डिजिटल डेस्क, मुंबई। महाराष्ट्र की सियासत में उथल-पुथल का दौर अभी भी जारी है। एनसीपी में फूट के बाद अजित पवार और उनके खेमे के कई विधायक और मंत्री एनसीपी सुप्रीमों शरद पवार से मिलने वाईबी चव्हाण सेंटर पहुंचे। बागी नेताओं का इस तरह अचानक शरद पवार से मिलना हैरान करने वाला था। एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार से मिलने पहुंचे बागी नेताओं में अजित पवार, प्रफुल्ल पटेल, छगन भुजबल, अदिती तटकरे, हसन मुश्रीफ, धनंजय मुंडे, दिलीप वल्से पाटिल, संजय बनसोडे और सुनिल तटकरे शामिल थे।

पवार साहब ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी - प्रफुल्ल पटेल

शरद पवार से मुलाकात के बाद प्रफुल्ल पटेल ने मीडिया को बताया कि हमारे पास सुप्रिया सुले का फोन आया था। हम यहां केवल शरद पवार का आशीर्वाद लेने आए थे। हमने उनके पैर पकड़कर उनका आशीर्वाद लिया। पटेल ने कहा, 'आज हम सब हमारे नेता शरद पवार जी से मिलने आए हैं और हमने उनसे आशीर्वाद मांगा। हमारी जो इच्छा है कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी एक साथ रहे और मजबूती से आगे काम करे, इसके लिए हमने शरद पवार को कहा कि वे इस दिशा में विचार करें। शरद पवार ने किसी भी प्रकार की प्रतिक्रिया नहीं दी है।'

वहीं इस मुलाकात पर एनसीपी के शरद पवार खेमे के नेता जयंत पाटिल ने बताया कि 'मुझे सुप्रिया का फोन आया और उन्होंने मुझसे जल्द वाई.बी. चव्हाण केंद्र पहुंचने को कहा था। मुझे नहीं मालूम कि अजित पवार और अन्य विधायक यहां क्यों आए हैं।'

बता दें कि दो पहले भी अजित पवार शरद पवार के घर पहुंचे थे। वहां उनकी मुलाकात सुप्रिया सुले और शरद पवार से भी हुई थी। इस मुलाकात के बाद भी सियासी गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया था। हालांकि बाद में अजित पवार ने इस मुलाकात का कारण बताया था। उन्होंने कहा था कि वे अपनी चाची प्रतिभा पवार से मिलने और उनकी हेल्थ की जानकारी लेने वहां गए थे।

बता दें कि 14 दिन पहले यानी 2 जुलाई को महाराष्ट्र की सियासत उस समय नया मोड़ आया जब अचानक अजित पवार और उनके गुट के 9 विधायक महाराष्ट्र की शिंदे-फड़णवीस सरकार में शामिल हो गए थे। जिसके बाद से चाचा शरद पवार और भतीजे अजित पवार के बीच पार्टी पर कंट्रोल को लेकर लड़ाई शुरू हो गई थी जो अभी भी जारी है।

Created On :   16 July 2023 10:21 AM GMT

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