हर साल 1000 बच्चों को ओलंपिक के लिए किया जाएगा तैयार: राज्यवर्धन सिंह राठौड़

- इस योजना में 8 से 12 साल की उम्र के बीच के तीन करोड़ बच्चों को लक्षित करेंगे
- खेल क्षेत्र में नई प्रतिभाओं के लिए तैयार की जा रही है एक नई योजना
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। केंद्रीय खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने रविवार को राजधानी दिल्ली में आयोजित भारतीय ओलम्पिक संघ (आईओए) के एक समारोह में खेल क्षेत्र में नई प्रतिभाओं के लिए तैयार की जा रही एक नई योजना की जानकारी देते हुए कहा कि 2024 और 2028 ओलंपिक खेलों को मद्देनजर रखते हुए 3 करोड़ बच्चों तक पहुंचने का लक्ष्य सेट किया गया है। राठौड़ ने कहा कि इस योजना पर काम चल रहा है और 2024 और 2028 ओलम्पिक खेलों को लक्ष्य रखकर जमीनी स्तर पर योजना बनाई गई है।
खेल मंत्री ने कहा, "हमने 2024 और 2028 ओलम्पिक खेलों को लक्ष्य बनाया है। इस साल से हम 8 से 12 साल की उम्र के बीच के तीन करोड़ बच्चों को लक्षित करेंगे। इसमें से 20,000 को सिलेक्ट करके उनका एडवांस टेस्ट किया जाएगा।
उन्होंने कहा, "इन 20,000 में से पांच हजार बच्चों का डीएनए और आईक्यू टेस्ट होगा और ऐसे में अंत में कुल 1,000 बच्चों को सिलेक्ट किया जाएगा। उनको 10 साल की उम्र से हर साल पांच लाख रुपये दिए जाएंगे और यह आठ साल तक जारी रहेगा। इस योजना में चार माह का समय लगेगा। यह दिसम्बर में शुरू होकर मार्च में समाप्त होगी। हर साल यह प्रक्रिया दोहराई जाएगी।
ये खिलाड़ी शारीरिक क्षमता के आधार पर चुने जाएंगे, ताकि इन्हें सही सांचे में ढालकर 2024 और 2028 ओलम्पिक खेलों के लिए तैयार किया जा सके और भारत के लिए ज्यादा से ज्यादा पदक ला सकें। हर साल यह प्रक्रिया होगी, ताकि हर साल हम करीब 1,000 बच्चों को अपने खेल प्रारूप से जोड़ना शुरू करेंगे। ये खिलाड़ी 2028 तक आते-आते अंतर्राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी बन जाएंगे।
Created On :   24 Sept 2018 11:27 AM IST