2017 की पिच पर इंडियन क्रिकेट ने देखे ये उतार-चढ़ाव

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। नए साल का आगाज होने वाला है और बीता साल यानी 2017 इंडियन क्रिकेट के लिए काफी खास साल रहा है। 2017 की "पिच" पर इंडियन क्रिकेट ने शुरुआत में ही कई झटके खाए, लेकिन आखिरी तक आते-आते इंडियन क्रिकेट ने कई ऐसे कारनामे भी हासिल कर लिए। इस साल इंडियन क्रिकेट को सबसे पहला झटका तब लगा, जब महेंद्र सिंह धोनी ने वनडे और टी-20 की कैप्टेंसी छोड़ने का फैसला लिया। इसके बाद विराट कोहली कैप्टन बने और टीम इंडिया ने कई बड़े कारनामे कर दिखाए। इसके अलावा एक और झटका आशीष नेहरा के रूप में लगा, जब नेहरा ने इंटरनेशनल क्रिकेट से सन्यास लिया। इस साल टीम इंडिया ने ज्यादातर सीरीज घर पर ही खेली और सभी में जीत हासिल की। तो आइए जानते हैं 2017 की "पिच" पर किस तरह से खेला इंडियन क्रिकेट?
अनुराग ठाकुर की BCCI से छुट्टी
इस साल की शुरुआत में ही 2 जनवरी को सुप्रीम कोर्ट ने इंडियन क्रिकेट बोर्ड (BCCI) से अनुराग ठाकुर की छुट्टी कर दी। लोढ़ा कमेटी की सिफारिशों को अनदेखा करने के कारण सुप्रीम कोर्ट ने अनुराग ठाकुर को बोर्ड चेयरमैन के पद से हटा दिया। साथ ही सेक्रेटरी अजय शिर्के को भी पद से हटने के आदेश दिए। सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले से BCCI की भारी बदनामी भी हुई। अनुराग ठाकुर पर आरोप लगा कि उन्होंने कोर्ट में झूठी गवाही दी। काफी दिनों तक ये मामला गर्म रहा। वहीं सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले का जस्टिस लोढ़ा ने स्वागत किया।
धोनी ने छोड़ी कप्तानी
इसके बाद इंडियन क्रिकेट को सबसे बड़ा और तगड़ा झटका तो तब लगा, जब महेंद्र सिंह धोनी ने वनडे और टी-20 से भी कैप्टेंसी छोड़ने का फैसला लिया। महेंद्र सिंह धोनी ने 30 सितंबर 2014 को टेस्ट टीम की कैप्टेंसी छोड़ दी थी और 4 जनवरी 2017 को उन्होंने वनडे और टी-20 से भी कैप्टेंसी छोड़ दी। धोनी के इस फैसले से क्रिकेट फैंस को काफी धक्का लगा, क्योंकि धोनी अब तक के टीम इंडिया के सबसे सक्सेसफुल कैप्टन रहे थे और उनका इस तरह से अचानक से कैप्टेंसी छोड़ना पसंद नहीं आया। धोनी के बाद विराट कोहली को तीनों फॉर्मेट का कैप्टन बनाया गया। विराट धोनी के बाद टेस्ट टीम की कप्तानी कर ही रहे थे, लेकिन साल की शुरुआत में कोहली को तीनों फॉर्मेट की कैप्टेंसी मिल गई।
टीम इंडिया ने जीते 37 मैच
टीम इंडिया ने साल 2017 में ज्यादातर सीरीज अपने होमग्राउंड में ही खेली और सभी में जीत हासिल की। इसके अलावा टीम इंडिया इस साल वेस्टइंडीज और श्रीलंका दौरे पर भी गई और वहां भी टीम ने शानदार परफॉर्म किया। 2017 में टीम इंडिया ने सभी फॉर्मेट में मिलाकर 37 इंटरनेशनल मैचों में जीत हासिल की है और इसी के साथ एक साल में सबसे ज्यादा इंटरनेशनल मैच जीतने के मामले में टीम इंडिया बस ऑस्ट्रेलिया (38 जीत) से ही पीछे है। इस साल टीम इंडिया ने तीनों फॉर्मेट मिलाकर 53 मैच खेले हैं, जिसमें से 37 में जीत हासिल की है, जबकि 12 में हार का सामना करना पड़ा है।
इंग्लैंड से शुरू हुआ जीत का खेल, श्रीलंका से खत्म
टीम इंडिया ने साल की पहली सीरीज इंग्लैंड के खिलाफ खेली। इसमें दोनों टीमों ने वनडे और टी-20 मैचों की सीरीज खेली। इसमें टीम इंडिया ने वनडे सीरीज में 2-1 और टी-20 में भी 2-1 से कब्जा किया। इसके बाद से ही टीम इंडिया की जीत का सिलसिला शुरू हो गया। अगर वेस्टइंडीज के खिलाफ टी-20 सीरीज को छोड़ दिया जाए, तो टीम इंडिया ने इस साल जितनी भी सीरीज खेलीं, उसमें सभी में उसे जीत हासिल हुई है। जुलाई 2017 में टीम इंडिया, वेस्टइंडीज से एकमात्र टी-20 मैच हार गई थी। इस मैच को वेस्टइंडीज ने 9 विकेट से जीत लिया था। इसके बाद टीम इंडिया ने 2017 की आखिरी सीरीज श्रीलंका के खिलाफ खेली। इसमें टीम इंडिया ने श्रीलंका के खिलाफ वनडे सीरीज पर 2-1 से कब्जा किया, तो टी-20 में श्रीलंका को 3-0 से हराया।
आशीष नेहरा का रिटायरमेंट
इस साल टीम इंडिया में करीब 18 सालों से खेल रहे आशीष नेहरा ने इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया। आशीष नेहरा टीम के सबसे एक्सपीरियंस्ड खिलाड़ी थे। साथ ही वो ऐसे खिलाड़ी भी हैं, जिन्होंने 7 कप्तानों की कप्तानी में क्रिकेट खेला है। खास बात ये रही कि नेहरा ने अपने होमग्राउंड (दिल्ली) से ही रिटायरमेंट लिया। जिस ग्राउंड पर नेहरा बचपन से खेलते आ रहे हैं, उसी ग्राउंड पर नेहरा ने अपना आखिरी मैच खेला। नेहरा का करियर काफी उतार-चढ़ाव भरा रहा। अपने 18 साल के करियर में नेहरा इंजरी के कारण टीम से अंदर-बाहर होते रहे, लेकिन जब भी खेले बढ़िया खेले। नेहरा के करियर की खास बात ये रही कि उनके टेस्ट, वनडे और टी-20 सभी फॉर्मेट के आखिरी मैच में टीम इंडिया को जीत मिली है। साल 2004 में जब नेहरा ने पाकिस्तान के खिलाफ अपना आखिरी टेस्ट खेला, तब भी टीम इंडिया जीती। पाक के खिलाफ टीम इंडिया की ये पहली टेस्ट सीरीज जीत थी। इसके बाद 2011 के अपने आखिरी वनडे में भी टीम इंडिया, पाकिस्तान के खिलाफ जीता था। इसके बाद 1 नवंबर 2017 को न्यूजीलैंड से टी-20 में कभी नहीं जीत पाई टीम इंडिया, नेहरा के आखिरी मैच में 53 रन से जीत गई।
चैंपियंस ट्रॉफी में पाकिस्तान से मिली हार
इंडियन क्रिकेट टीम के लिए साल 2017 की सबसे बुरी घटना चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में पाकिस्तान के हाथों मिली हार रही। जून में हुई चैंपियंस ट्रॉफी में टीम इंडिया का पहला ही मैच पाकिस्तान के साथ हुआ। 4 जून 2017 को खेले गए इस मैच में टीम इंडिया ने पहले बैटिंग करते हुए 48 ओवरों में 319/3 रन बनाए। जवाब में पाकिस्तान की टीम 33.4 ओवरों में सिर्फ 164/9 रन ही बना सकी। बारिश के कारण मैच का रिजल्ट डकवर्थ लुईस मेथड से निकाला गया और टीम इंडिया 124 रनों से जीत हासिल की। इसके बाद टीम इंडिया इस टूर्नामेंट में बस श्रीलंका से हारी। चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में इंडिया और पाकिस्तान एक बार फिर से भिड़े। इस मैच में पाकिस्तान ने पहले बैटिंग की और 339 रनों का टारगेट दिया। जवाब में टीम इंडिया 30.3 ओवरों में 158 रनों पर सिमट गई। पाकिस्तान ने फाइनल मुकाबला 180 रनों से जीत लिया। भारत की ये पाकिस्तान के हाथों अब तक की सबसे शर्मनाक हार थी।
Created On :   30 Dec 2017 12:48 PM IST