ब्रिटिश जिम्नास्टों के साथ अभी भी मांस के टुकड़े जैसा व्यवहार होता है : नील विल्सन
लंदन, 11 अगस्त (आईएएनएस)। ओलंपिक कांस्य पदक विजेता नील विल्सन ने कहा है कि ब्रिटिश जिम्नास्टों के साथ अभी भी मांस के टुकड़े जैसा व्यवहार किया जाता है, क्योंकि इस खेल में यह संस्कृति प्रवेश कर चुकी है।
विल्सन ने बीबीसी स्पोर्ट्स से कहा, मैं इसका वर्णन संस्कृति के दुरुपयोग के रूप में करूंगा और मैं 20 साल तक इसी तरह से रहा हूं और सांस ली है। यह भावनात्मक हेरफेर है, जिसका कि मैंने अनुभव किया है और इमसें आपको शारीरिक दर्द के माध्यम के साथ ढकेल दिया जाता है। मेरे विचार से, जिम्नास्टों के साथ अभी भी मांस के टुकड़े जैसा व्यवहार किया जाता है।
उन्होंने कहा, मैं कहूंगा कि मेरे साथ दुर्व्यवहार किया गया, लेकिन हम ओलंपिक पदक जीतना चाहते थे। सरकार ओलंपिक पदक जीतना चाहती थी। कोच ओलंपिक पदक जीतना चाहते थे।
24 वर्षीय विल्सन ने रियो ओलंपिक 2016 में ओलंपिक पदक जीतकर इतिहास रच दिया था और वह ऐसा करने वाले पहले ब्रिटिशर बने थे।
ईजेडए/एसजीके
Created On :   11 Aug 2020 7:00 PM IST