पहली बार बॉयज क्रिकेट में होगी महिला की एंट्री, लड़के मानेंगे इनकी हर बात

Claire Polosak set to become first female ampire in mens cricket
पहली बार बॉयज क्रिकेट में होगी महिला की एंट्री, लड़के मानेंगे इनकी हर बात
पहली बार बॉयज क्रिकेट में होगी महिला की एंट्री, लड़के मानेंगे इनकी हर बात

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। क्रिकेट अनिश्चितताओं का खेल कहा जाता है और यहां पर कुछ भी हो सकता है। क्रिकेट के खेल में अच्छे से अच्छे एक्सपर्ट के एनालिसिस फेल हो जाते हैं और यहां पर रोज कुछ न कुछ ऐसा हो जाता है जो पहली बार होता है। अब ऐसा ही कुछ क्रिकेट में फिर होने वाला है, जब 11 बॉयज क्रिकेटरों के बीच एक महिला भी रहेगी। चौंक गए न? लेकिन ये सच है कि पहली बार क्रिकेट ग्राउंड पर 11 खिलाड़ियों के बीच एक महिला की भी एंट्री होने वाली है। महिला का नाम है- क्लेयर पोलोसेक और ये क्रिकेट में और कुछ नहीं बल्कि बतौर "अंपायर" मौजूद रहेंगी। क्लेयर ने आज तक क्रिकेट नहीं खेला, लेकिन वो अब क्रिकेट मैच में अंपायरिंग करेंगी। 

किस मैच में करेंगी अंपायरिंग? 

काफी दिक्कतों का सामना करने के बाद पोलोसेक अंपायर बनीं हैं। पोलेसेक 8 अक्टूबर को ऑस्ट्रेलिया में होने वाले न्यू साउथ वेल्स और ऑस्ट्रेलिया इलेवन के बीच मैच में अंपायरिंग करेंगी। उनके साथ मेन अंपायर पॉल विल्सन भी अंपायरिंग करेंगे। 

Polosak will stand for the match between New South Wales and Australia XI on Sunday

कौन हैं क्लेयर पोलोसेक? 

क्लेयर पोलोसेक ने आज तक क्रिकेट नहीं खेला है, लेकिन वो अब क्रिकेट में अंपायरिंग करती नजर आएंगी। पोलोसेक ऑस्ट्रेलिया की रहने वालीं हैं। उन्हें क्रिकेट खेलने का शौक नहीं है, लेकिन अंपायरिंग का बड़ा शौक है और यही कारण है कि बार-बार फेल होने के बाद भी उन्होंने अपने इस शौक को तब तक नहीं छोड़ा, जब तक वो अंपायर नहीं बन गई। बताया जाता है कि पोलोसेक को अंपायर बनाने में उनके पिता का बहुत बड़ा रोल है। उनके पिता है थे, जो उन्हें गाड़ी में बैठाकर अंपायरिंग कोर्स के लिए छोड़ने जाया करते थे। 

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वुमंस वर्ल्ड कप में भी कर चुकी हैं अंपायरिंग

29 साल की पोलोसेक इससे पहले हाल ही में हुए वुमंस वर्ल्ड कप में भी अंपायरिंग कर चुके हैं। इंग्लैंड में हुए इस टूर्नामेंट में पोलोसेक ने 4 मैचों में अंपायरिंग की थी। पोलोसेक का कहना है, "मेरे पास क्रिकेट खेलने का कोई एक्सपीरियंस नहीं है, लेकिन अंपायर बनना मेरा हमेशा से सपना था। कई लोगों की मेरी ये बात भी हैरान करती है कि मुझे क्रिकेट खेलना नहीं आता।" 

पेरेंट्स ने किया है काफी सपोर्ट

क्लेयर पोलोसेक के अंपायर बनने में उनके पेरेंट्स ने काफी सपोर्ट किया है। उन्होंने बताया, "मैं हमेशा से क्रिकेट को फॉलो करती थी और मेरे पेरेंट्स ने इसके लिए मुझे मोटिवेट किया। मुझे टेस्ट पास करने में बहुत टाइम लगा, लेकिन मैं यही काम करना चाहती थी और इसके लिए मैंने मेहनत भी की।" आपको बता दें कि पोलोसेक पिछले करीब 2 सालों से क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के डेवलेपमेंट अंपायर पैनल का हिस्सा हैं। इतना ही नहीं वो बॉयज़ क्रिकेट में थर्ड अंपायर भी रह चुकी हैं। 

Created On :   6 Oct 2017 4:12 PM IST

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