खो खो चैंपियनशिप के लिए खिलाड़ियों से शुल्क लेने के आरोप की जांच की मांग

Demand for investigation of charges of charging players for Kho Kho Championship
खो खो चैंपियनशिप के लिए खिलाड़ियों से शुल्क लेने के आरोप की जांच की मांग
खो खो चैंपियनशिप के लिए खिलाड़ियों से शुल्क लेने के आरोप की जांच की मांग

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) के कार्यकारी परिषद के एक सदस्य ने शुक्रवार को खेल सचिव रवि मित्तल को एक पत्र लिखकर इस बात की जांच करने की मांग की है कि क्या सितंबर 2018 में इंग्लैंड में आयोजित अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में भाग लेने के लिए खिलाड़ियों को भेजने के लिए भारतीय खो-खो महासंघ (केकेएफआई) को मंत्रालय से कोई ग्रांट नहीं मिली थी और महासंघ ने फंड की व्यवस्था के लिए खिलाड़ियों से फीस मांगी थी।

भोलानाथ सिंह ने पत्र में कहा है कि केकेएफआई ने 14 जून 2018 को लिखे एक पत्र में अपने संबंद्ध संघों से कहा था कि सभी खचरें का जिम्मा खिलाड़ियों पर होगा। टूर्नामेंट का आयोजन एक से चार सितंबर तक हुआ था। उन्होंने लिखा कि केकेएफआई ने टूर्नामेंट समाप्त होने के छह दिन बाद मंत्रालय को लिखकर इस दौरे पर हुए खर्च के लिए धन मांगा।

भोलानाथ ने कहा, यह दर्शाता है कि केकेएफआई को इस आयोजन के खर्च को पूरा करने के लिए मंजूरी नहीं दी गई थी। खो-खो महासंघ के अध्यक्ष सुधांशु मित्तल, जो खुद को बहुत बड़ा राजनेता और एक बड़ा आदमी होने का दावा करते हैं, वह एक भी टूर्नामेंट के लिए फंड की व्यवस्था करने में सक्षम नहीं थे और संबद्ध इकाइयों को धन की व्यवस्था करने के लिए मजबूर कर रहे थे। उन्होंने कहा, यह स्पष्ट है कि जब केकेएफआई के एक अध्यक्ष के रूप में इतना बड़ा व्यक्ति, अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट के लिए धन की व्यवस्था के लिए आगे नहीं आ रहा है तो संबद्ध इकाइयों ने कैसे धन व्यवस्था की होगी।

 

Created On :   19 Jun 2020 1:01 PM GMT

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