IPL और रणजी टीम में सेलेक्शन के नाम पर ठगी, एक पूर्व क्रिकेटर गिरफ्तार

डिजिटल डेस्क, मुंबई। IPL और रणजी ट्रॉफी में सेलेक्शन का झांसा देकर नए खिलाड़ियों से 68 लाख रुपए की ठगी करने का एक मामला सामने आया है। मुंबई पुलिस ने इस मामले में पूर्व अंडर-19 क्रिकेटर को गिरफ्तार किया है। इस मामले में पुलिस पहले ही तीन लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। गिरफ्तार क्रिकेटर साल 2013 में हैदराबाद सनराइजर्स टीम से जुड़ा हुआ था।
एक पूर्व क्रिकेटर को पुलिस ने किया गिरफ्तार
गिरफ्तार आरोपी का नाम रविंद्र वाडेकर (23) है। वाडेकर ठगी करने वाली कंपनी आरएन स्पोर्ट्स का सह-निदेशक था। क्रिकेटरों के साथ उसकी तस्वीरों का इस्तेमाल नए खिलाड़ियों को लुभाने के लिए किया जाता था। खिलाड़ियों को झांसा देने के लिए इससे पहले क्राइम ब्रांच मुख्य आरोपी विजय बराटे के अलावा जीवन मुकादम और दिनेश मोरे नाम के आरोपियों को भी गिरफ्तार कर चुकी है। ठगी का एहसास होने के बाद चेंबूर पुलिस स्टेशन में आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई थी जिसकी क्राइम ब्रांच के प्रापर्टी सेल ने भी समानांतर जांच शुरू करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था।
विदर्भ क्रिकेट एसोसिएशन से जुड़े शख्स को समन
इस मामले में रणजी कनेक्शन की जांच में जुटी प्रापर्टी सेल ने विदर्भ के क्रिकेट एसोसिएशन से जुड़े एक शख्स को भी पूछताछ के लिए समन भेजा है। पुलिस इस अधिकारी से बराटे से उसके संबंधों के बारे में पूछताछ करना चाहती है। मामले में जितेंद्र तिवारी नाम के एक और शख्स का नाम सामने आया है जिसकी राजकोट में एक कंपनी हैं।
IPL और रणजी टीम में चयन करने के नाम पर ठगी
छानबीन में पुलिस को पता चला है कि तिवारी की कंपनी को मार्च महीने में इंग्लैंड-वेस्टइंडीज सीरीज की ब्रांडिंग से जुड़े अधिकार मिले थे। सीरीज के दौरान वाडेकर वेस्ट इंडीज गया था। वहां खींची गई तस्वीरों का इस्तेमाल कर भी खिलाड़ियों को फर्स्ट क्लास क्रिकेट में चयन का झांसा दिया जाता था।
Created On :   14 Dec 2017 7:00 PM IST