जर्मनी करेगा 2024 UEFA यूरो कप की मेजबानी, 24 देशों के बीच होगा फुटबॉल का मिनी वर्ल्डकप

- जर्मनी 2024 UEFA यूरो कप की मेजबानी करेगा।
- जर्मनी ने स्विटजरलैंड के न्योन में हुए वोटिंग में तुर्की को पिछे छोड़ दिया।
- यूरो कप 2020 यूरोप के 12 देशों में खेला जाएगा।
डिजिटल डेस्क, न्योन। जर्मनी 2024 UEFA यूरो कप की मेजबानी करेगा। जर्मनी ने स्विटजरलैंड के न्योन में हुए वोटिंग में तुर्की को पीछे छोड़ दिया। इन दोनों देशों ने वोटिंग से पहले मेजबानी को लेकर UEFA के सामने अपने-अपने विचार प्रस्तुत किए। UEFA ने सभी पहलुओं पर विचार करते हुए जर्मनी को यह जिम्मेदारी सौंप दी। जर्मनी ने इससे पहले 2006 वर्ल्ड कप भी होस्ट किया था। बता दें कि यूरो कप 2020 यूरोप के 12 देशों में खेला जाएगा। इस कप में 24 टीमें आमने-सामने होंगी।
UEFA के इस निर्णय का मतलब है कि जर्मनी एक देश के रूप में पहली बार यूरो कप की मेजबानी करेगा। इससे पहले वेस्ट जर्मनी ने 1988 में इस टूर्नामेंट की मेजबानी की थी। UEFA ने एक रिपोर्ट में कहा कि तुर्की द्वारा पेश किए गए प्रेजेंटेशन के बाद उन्हें मेजबानी देना जोखिम भरा हो सकता था। UEFA के प्रेसीडेंट अलेक्ज़ेंडर सेफेरिन ने कहा, "UEFA द्वारा सभी चीजों के जांच परताल के बाद हम यह नतीजे पर पहुंचे हैं कि तुर्की में मानवाधिकार को लेकर अभी भी कई खामियां हैं। वहीं होटल के मामलों में भी यह देश काफी पीछे है। ट्रांसपोर्ट और इन्फ्रास्ट्रक्चर भी तुर्की के लिए चिंता का विषय है
वहीं UEFA की नजर में जर्मनी ने अपने विचारों को सेफ बेट के रूप में प्रस्तुत किया। सेफेरिन के अनुसार जर्मनी द्वारा 2024 टूर्नामेंट की मेजबानी करने से वहां के लोगों में एकजुटता आएगी और यह लोगों के बीच फुटबॉल को लेकर एक ब्रिज बनाने का काम करेगा। सेफेरिन ने कहा, "वोटिंग प्रक्रिया सबके सामने हुआ और यह बिलकुल पारदर्शी थी। यह वोटिंग लोकतांत्रिक था और हर लोकतांत्रिक निर्णय एक सही निर्णय है। मैं एक शानदार यूरो कप 2024 की प्रतीक्षा कर रहा हूं।"
जर्मनी और तुर्की के बीच यूरो 2024 की मेजबानी के लिए प्रतिस्पर्धा ने इन देशों के बीच बढ़ते राजनीतिक तनावों को बढ़ा दिया है। इस साल फीफा वर्ल्डकप में जर्मनी के दो खिलाड़ी मेसुत ओजिल और इल्के गुंदोगन के तुर्की के प्रेसीडेंट रेसेप एर्दोगन के साथ फोटो खिंचवाने पर बड़ा विवाद खड़ा हुआ था। जर्मनी फुटबॉल फेडरेशन इससे इतना नाराज हुआ था कि उन्हें बाकी बचे मैच में फील्ड पर भी नहीं उतारा। इसका खामियाजा जर्मनी को वर्ल्डकप के ग्रुप स्टेज से बाहर होकर चुकाना पड़ा था।
इसके तुरंत बाद ओजील ने एक विवादित बयान देते हुए इंटरनेशनल फुटबॉल से संन्यास ले लिया था। ओजिल ने जर्मनी फुटबॉल फेडरेशन के अध्यक्ष ग्रिंडेल और जर्मनी के लोगों पर "नस्लवाद और अपमान" का आरोप लगाया था। इसके बाद जर्मनी के कोच जोकिम लो ने ओजिल की शिकायतों को बेतुका बताया था। जबकि जर्मनी टीम में उनके साथी रहे मैनुअल नुएर, थॉमस मुलर और टोनी क्रूस ने भी ओजिल के बयान की आलोचना की थी।
Created On :   27 Sept 2018 8:52 PM IST