गोल्फ : पैनासोनिक इंडिया ओपन में खिताब बचाने उतरेंगे खलिन जोशी
गुरुग्राम, 12 नवंबर (आईएएनएस)। मौजूदा चैंपियन भारतीय गोल्फर खलिन जोशी गुरुवार से यहां क्लासिक गोल्फ एंड कंट्री क्लब में शुरू होने जा रहे पैनासोनिक इंडिया ओपन-2019 में अपना खिताब बचाने उतरेंगे।
पैनासोनिक इंडिया ओपन में अब तक किसी भी गोल्फर ने एक बार से ज्यादा खिताब नहीं जीता है, ऐसे में खलिन अगर अपना खिताब बचा लेते हैं, तो उनके लिए यह एक ऐतिहासिक उपब्लिध होगी।
टूर्नामेंट का आयोजन इससे पहले दिल्ली गोल्फ क्लब में किया जाता था, लेकिन पहली बार इसका आयोजन यहां क्लासिक गोल्फ एंड कंट्री क्लब में होने जा रहा है। यह टूनरामेंट 14 से 17 नवंबरर तक खेला जाएगा।
वर्ष 2011 से लेकर अब तक आठ विजेताओं में से सात विजेता भारतीय हैं, लेकिन इनमें से अब तक कोई भी गोल्फर अपना खिताब बचाने में सफल नहीं हो पाया है। 2019 के इस संस्करण में इस बार पिछले आठ विजेताओं में से पांच पूर्व चैंपियन इसमें भाग ले रहे है, जिसमें मौजूदा चैंपियन जोशी के अलावा शिव कपूर, मुकेश कुमार, चिराग कुमार और दिग्विजय सिंह शामिल हैं।
पिछले संस्करण में पैनासोनिक इंडिया ओपन के रूप में अपने पहले एशियाई टूर का खिताब जीतने वाले जोशी की नजरें अपनी सफलता को दोहराने पर लगी हुई हैं। जोशी अगर खिताब बचाने में सफल हो पाते हैं, तो वह ऐसा करने वाले टूर्नामेंट के पहले गोल्फर होंगे। जोशी को हालांकि अन्य प्रतिभाशाली गोल्फरों शिव कपूर, अजितेश संधू, राशिद खान, विराज मदप्पा, एस. चिक्कारंगप्पा और आदिल बेदी जैसे गोल्फरों से कड़ी चुनौती मिल सकती है।
पैनासोनिक इंडिया के ब्रांड और मार्केटिंग कम्यूनिकेशन प्रमुख शिरीष अग्रवाल ने कहा, पैनासोनिक ओपन इंडिया एशिया में गोल्फ को बढ़ावा देने के साथ-साथ प्रतिभाशाली गोल्फरों को प्रोत्साहित करने और उन्हें एक पहचान दिलाने के लिए यह एक शानदार मंच है। पिछले आठ वर्षों के दौरान टूनार्मेंट से कई शानदार चैंपियन मिले हैं और अब हम इसके एक और सफल सीजन को लेकर उत्साहित हैं।
पीजीटीआई के सीईओ उत्तम सिंह मुंडी ने कहा, पैनासोनिक ओपन इंडिया-2019 के एक और संस्करण के माध्यम से पैनासोनिक के साथ अपनी साझेदारी को जारी रखने से हम खुश हैं। पैनासोनिक जैसे प्रायोजकों का यह एक प्रतिबद्ध समर्थन है जिसने कि भारतीय पेशेवर गोल्फ को शानदार बढ़ावा दिया है। पैनासोनिक ओपन इंडिया ने हमेशा सर्वश्रेष्ठ भारतीय गोल्फर दिए हैं क्योंकि टूर्नामेंट के पिछले आठ विजेताओं में से सात बार इसे भारतीयों ने जीते हैं। खलिन जोशी की अगुवाई में हम इस साल भी भारतीयों से एक और शानदार प्रदर्शन की उम्मीद कर रहे है।
अंतर्राष्ट्रीय गोल्फरों में एशियन टूर विजेता इंडोनेशिया के रोरी हिई इस टूर्नामेंट में अपनी चुनौती पेश करेंगे। हिई ने इस साल सितंबर में क्लासिक गोल्फ एवं कंट्री क्लब अंतर्राष्ट्रीय चैंपियनशिप में खिताब अपने नाम किया है। उनके अलावा थाईलैंड के सुरादित योंगचारीओनचाई, तिरावत काएवसररीबेंडित, मीसवत और डांथाई बुनमा, अर्जेंटीना के मिग्यूएल कारबालो, फिलिपींस के मिग्यूएल ताबुएना और आस्ट्रेलिया के जेसन नोरिस भी अपनी-अपनी चुनौती पेश करेंगे।
इसके अलावा भारत के अनुभवी बिग थ्री- जीव मिल्खा सिंह, अर्जुन अटवाल और ज्योति रंधावा भी सीनियर पेशेवर के रूप में अपनी मौजूदगी साबित करने उतरेंगे। ये तीनों गोल्फर विश्व के सभी बड़े खिताब जीत चुके हैं, जिसमें यूएसपजीए से लेकर यूरोपियन, एशियन और जापान टूर शामिल है। वे पिछले दो दशकों से भी अधिक समय से भारतीय गोल्फ के मानक पथप्रदर्शक रहे है। वे किसी से भी कहीं ज्यादा अनुभवी हैं और वे भारतीय पेशेवर गोल्फ में बदलाव को देखकर काफी खुश होंगे।
उनके बाद की पीढ़ी अब शिव कपूर, अनिर्बान लाहिड़ी, गगनजीत भुल्लर और शुभांकर शर्मा की अगुवाई में एशियन, यूरोपीय और पीजीए टूर में अपना दमखम दिखा रहे हैं। इन गोल्फरों ने उभरते गोल्फरों, अजितेश संधू, खलिन जोशी और राशिद खान जैसे गोल्फरों को प्रेरित किया है।
जोशी ने कहा, अपने पहले एशियाई टूर खिताब का बचाव करने को लेकर मैं उत्साहित हूं। मुझे गोल्फ कोर्स पसंद है और मेरा खेल काफी सकारात्मक होता जा रहा है। पिछली जीत की यादे अभी भी मेरे दिमाग में ताजा है। मैंने उस सप्ताह वास्तव में अच्छा प्रदर्शन किया था। अब मुझे पिछले साल की तुलना में ही काफी सकारात्मक संकेत मिल रहे हैं। मैं अभी इस सोच पर ज्यादा ध्यान नहीं दे रहा हूं कि मैं मौजूदा चैंपियन हूं और मैं केवल अपना खेल खेलता हूं।
जोशी ने पिछले साल इस टूर्नामेंट में अंतिम दौर में चार अंडर-68 का कार्ड खेलकर अपनी बढ़त कायम रखते हुए अपना पहला एशियाई टूर खिताब जीता था। बांग्लादेश के सिद्दिकुर रहमान भारतीय गोल्फर जोशी से एक शॉट पीछे थे। रहमान को तीसरी बार उपविजेता से संतोष करना पड़ा था।
जोशी ने कहा, क्लासिक गोल्फ एंड कंट्री क्लब बहुत ही सुंदर कोर्स है और यह ज्यादा लंबा भी नहीं है। लेकिन साथ ही यह अच्छी ड्राइविंग की भी मांग करता है। अगर आप बॉल को सही जगह पर रखते हैं तो आप स्कोर बोर्ड पर आगे रह सकते हैं।
जोशी पिछले महीने चीनी ताइपे में संयुक्त रूप से 19वें नंबर पर रहे थे, जोकि इस सीजन का उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था। उन्होंने कहा, यह सीजन मेरे लिए अब तक अच्छा नहीं रहा है, लेकिन मुझे उम्मीद है कि इस सप्ताह अच्छा प्रदर्शन करूंगा और खुद को अच्छी स्थिति में रखूंगा ताकि मैं खुद को फिर खिताब जीतने की स्थिति में ला सकूं।
यह सीजन अब अंत होने के पड़ाव पर है और भारतीय गोल्फरों को सामूहिक रूप से यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि इस सीजन में कम से कम एक अंतरराष्ट्रीय पेशेवर खिताब जीतने का उनका रिकॉर्ड कायम रहे। एक एशियाई टूर जीत सहित छह जीत के बाद भारतीयों ने इस साल एक भी खिताब नहीं जीता है।
आठ में से सात बार घर में खिताब जीतना यह दिखाता है कि भारतीय घर में काफी शानदार रहे है। लेकिन इस साल भारत में हुए पिछले दो टूर्नामेंटों में कोई भी भारतीय विजेता बनकर नहीं उभरा है।
हीरो इंडियन ओपन में राशिद खान हमवतन एच चिक्कारंगप्पा के साथ संयुक्त रूप से 10वें स्थान पर रहे है। इस भारत में हुए दोनों टूनार्मेंटों में राशिद सर्वश्रेष्ठ भारतीय बनकर उभरे हैं। पैनासोनिक ओपन इंडिया, पैनासोनिक एशियन टूर 2019-20 के तीसरे संस्करण का दूसरा लेग है, जोकि रैंकिंग पर आधारित है।
एशियन टूर के कमिश्नर और सीईओ चो मिन थांट ने कहा, पैनासोनिक ओपन इंडिया देश के नेशनल ओपन के बाद सबसे लम्बे समय तक चलने वाला एशियन टूर इवेंट है और हमें पैनासोनिक के साझेदारी पर गर्व है। इस साल पैनासोनिक ओपन में बेहतरीन खिलाड़ी उतरे हैं और हम आने वाले समय में जबरदस्त प्रतिस्पर्धा की उम्मीद कर रहे हैं।
Created On :   12 Nov 2019 5:30 PM IST