#HappyBirthdayDayDada: जानिए दादा की 'दादागिरी' के कुछ खास किस्से

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली. टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली का आज 45 वां जन्मदिन है। दादा का नाम सफल खिलाडियों की फेहरिश्त में शामिल है। तभी तो उन्हें 'दादा' के नाम से पुकारा जाता है। अपने दौर में दादा अपनी 'दादागिरी' की वजह से अक्सर सुर्ख़ियों में रहते थे।
आइये, जानते हैं bhaskarhindi.com के माध्यम से दादा के दादागिरी से जुड़े कुछ खास किस्से...
गांगुली ने फ्लिंटॉफ को उन्हीं की भाषा में दिया था जवाब
2002 में इंग्लैंड के खिलाफ नेटवेस्ट ट्रॉफी का जीत का जश्न तो आपको याद ही होगा, जब सौरव गांगुली ने जीत के बाद अपनी टी-शर्ट उतारकर लहराई थी। दरअसल, साल 2002 में इंग्लैंड के एंड्रयू फ्लिंटॉफ ने इंडिया में वानखड़े में जीत के बाद टी-शर्ट उतारकर दौड़ लगाई थी और दादा को नीचा दिखाने की कोशिश की थी. ऐसे में जब दादा की टीम ने इंग्लैंड को उसी के घर में हराकर जीत दर्ज की, तो उन्होंने फ्लिंटॉफ को जवाब देने के लिए उन्हीं की 'टी-शर्ट उतारो' शैली में जवाब दिया था।
जब हरभजन को टीम में लेने के लिए अड़े
साल 2001 में ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान दादा भज्जी को टीम में शामिल करने के लिए अड़ गए थे, लेकिन सिलेक्टर्स उन्हें टीम में नहीं रखना चाहते थे। दादा ने सिलेक्टर्स को साफ़-साफ़ शब्दों में कह दिया था कि " जब तक भज्जी टीम में नहीं आएगा, मैं इस कमरे से बाहर नहीं जाऊंगा" आखिर में सिलेक्टर्स को उनकी इस जिद के आगे झुकना ही पड़ा और सीरीज के दूसरे टेस्ट में भज्जी ने हैट्रिक ली। भारत ने इसमें फॉलोऑन के बाद ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी।
पिच की वजह से मैच खेलने से इंकार
2004 में ऑस्ट्रेलिया टीम भारत दौरे पर आई थी। इस सीरीज में पिच पर घास होने की वजह से दादा ने खेलने से मना कर दिया था। रिपोर्ट्स में ये दावा किया गया था कि गांगुली ने पिच की वजह से खुद को टीम से बाहर कर लिया था।
अंपायर को दिखाया बैट और लगा था बैन
2001 में दादा ने श्रीलंका के खिलाफ एक मैच क दौरान आउट होने के बाद अंपायर को बैट दिखाया था। इसके बाद बॉलिंग के दौरान अंपायर के एक फैसले पर बहस करने लगे थे, जिसके बाद उनपर एक और मैच का बैन लगा दिया गया था।
Created On :   8 July 2017 1:43 PM IST