हरियाणवी महिला बॉक्सरों ने की 'गाय वापसी', बताई ये वजह

Haryana Female Boxers Return Cows Given As Awards By State Government
हरियाणवी महिला बॉक्सरों ने की 'गाय वापसी', बताई ये वजह
हरियाणवी महिला बॉक्सरों ने की 'गाय वापसी', बताई ये वजह

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पिछले साल नवंबर में AIBA वर्ल्ड यूथ वुमन बॉक्सिंग चैंपियनशिप में "गोल्ड" जीतने वाली 6 खिलाड़ियों को हरियाणा सरकार ने "देसी गाय" देकर सम्मानित किया था। इन 6 में से तीन महिला बॉक्सर खिलाड़ियों ने "गाय" को वापस लौटा दिया है। इनमें नीतू, ज्योति गुलिया और शशि चोपड़ा हैं, जबकि चौथी खिलाड़ी गाय लौटाने की तैयारी कर रही है। गाय लौटाने पर महिला बॉक्सरों का कहना है कि ये गाय अच्छे से दूध नहीं दे रही थी, इसलिए इन्हें लौटाने का फैसला लिया गया।

वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में जीतने वाली महिलाओं को मिली 'देसी गाय'

दूध नहीं दे रही, उल्टे हमला कर रही हैं गाय

गाय लौटाने वाली बॉक्सरों का कहना है कि सरकार की तरफ से मिलीं ये गाय दूध नहीं दे रही हैं, उल्टा हमला कर रही हैं। बॉक्सर ज्योति गुलिया ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि "गाय मिलने पर कुछ दिन तो उनकी मां ने इसकी देखभाल की, लेकिन इसके बाद गाय ने उनकी मां पर ही हमला कर दिया। जिससे वो घायल हो गईं।" उन्होंने आगे बताया कि "दूध देना तो दूर, गाय ने उनकी मां पर तीन बार हमला कर दिया। जिसके बाद हमने गाय वापस करने का फैसला लिया।" ऐसा ही नीतू और शशि चोपड़ा ने भी बताया।

29 नवंबर को सरकार ने दी थी "देसी गाय"

पिछले साल गुवाहाटी में नवंबर में हुई वर्ल्ड यूथ वुमन बॉक्सिंग चैंपियनशिप में मेडल जीतने वाली महिला बॉक्सरों को हरियाणा सरकार ने "देसी गाय" देकर सम्मानित किया था। सरकार की तरफ से मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने रोहतक की नेशनल बॉक्सिंग एकेडमी में एक कार्यक्रम में इन बॉक्सरों को गाय दी थी। उस वक्त मंत्री धनखड़ ने कहा था कि "गाय के दूध से जहां सुंदरता आती है, वहीं बुद्धि भी तेज होती है।"

भारत की 5 बेटियों ने बॉक्सिंग में जीते 'गोल्ड', 2011 के बाद से पहली बार

7 में 6 खिलाड़ी हरियाणा के

गुवाहाटी में नवंबर में हुई वर्ल्ड यूथ वुमन बॉक्सिंग चैंपियनशिप में भारत ने एक साथ 5 गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रचा। इसके अलावा इस चैंपियनशिप में 2 ब्रॉन्ज मेडल में भी जीते थे। मेडल जीतने वाली 7 खिलाड़ियों में से 6 हरियाणा की थीं, जबकि एक गुवाहाटी की ही है। इन खिलाड़ियों में नीतू (48kg), ज्योति गुलिया (51kg), साक्षी चौधरी (54kg) और शशि चोपड़ा (57kg) ने जहां गोल्ड मेडल जीता। वहीं नेहा यादव ने 81kg से ज्यादा और अनुपमा 81kg की कैटेगरी में ब्रॉन्ज़ मेडल अपने नाम किया। जबकि इस चैंपियनशिप में गुवाहाटी की अंकुशिता बोरो ने भी गोल्ड जीता है।

2011 के बाद पहली बार जीता "गोल्ड"
 
वर्ल्ड यूथ वुमन बॉक्सिंग चैंपियनशिप में भारत ने 2011 के बाद पहली बार गोल्ड मेडल जीते थे। पिछले साल के टूर्नामेंट में भारत ने सिर्फ एक ब्रॉन्ज़ मेडल जीता था। आखिरी बार भारत ने इस टूर्नामेंट में 2011 में गोल्ड मेडल जीता था, जिसे सरजूबाला देवी ने हासिल किया था। ये भी बता दें कि ये पहली बार है जब भारत इस चैंपियनशिप को होस्ट किया था। 

Created On :   8 Jan 2018 12:40 PM IST

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