वीडियो में देखें वो खास पल, जब धोनी ने बनाया 'अर्धशतकों का शतक'

डिजिटल डेस्क, चेन्नई। दुनिया के महान फिनिशर कहे जाने वाले टीम इंडिया के पूर्व कप्ताम महेंद्र सिंह धोनी ने रविवार को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए पहले वनडे में एक बार फिर से टीम के लिए संकटमोचक साबित हुए। इससे पहले भी टीम को जब-जब किसी चमत्कार की उम्मीद रही है, तब-तब धोनी उम्मीदों पर खरे उतरे हैं। रविवार को भी कुछ ऐसा ही हुआ, जब इंडिया और ऑस्ट्रेलिया के बीच 5 वनडे सीरीज का पहला मुकाबला चेन्नई के चेपॉक स्टेडियम में खेला गया। इस मैच में टीम इंडिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला लिया, लेकिन शुरुआत में ही टीम इंडिया लड़खड़ा गई।
शिखर धवन की जगह टीम में शामिल हुए अजिंक्य रहाणे कुछ कमाल नहीं कर पाए और सिर्फ 5 रन के स्कोर पर चले गए। इसके बाद कैप्टन विराट कोहली और मनीष पांडे बिना खाता खोले ही पवैलियन लौट गए। तब तक टीम का स्कोर सिर्फ 11 रन था और टीम 3 विकेट गंवा चुकी थी। इसके बाद रोहित शर्मा और केदार जाधव ने पारी को थोड़ा संभाला, लेकिन इसके बाद शर्मा भी सिर्फ 28 रन बनाकर वापस चले गए। टीम की हालत इतनी खराब हो चुकी थी, कि टीम का पूरे 50 ओवर तक खेल पाने पर भी संकट खड़ा हो गया था। रोहित शर्मा के आउट होने के बाद मैदान पर आए "दे दना दन धोनी"। धोनी जब बैटिंग करने आए तो उस समय टीम का 4 विकेट खोकर 64 रन ही बना पाई थी। इसके बाद धोनी ने आते ही एक बार फिर गिरते विकेटों को थामकर रखा और टीम को सम्मानजनक स्कोर पर खड़ा कर दिया। इससे पहले भी श्रीलंका के खिलाफ खेले गए दूसरे वनडे में टीम इंडिया की हालत कुछ इसी तरह से हो गई थी, लेकिन फिर धोनी ने आकर विकेटों को थामकर रखा और टीम को जीत दिलाई थी।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए पहले वनडे में महेंद्र सिंह धोनी ने शानदार 88 बॉलों पर 79 रनों की पारी खेली। धोनी के खेल का यही तरीका रहा है कि वो पहले मैच को करीब लेकर आते हैं और फिर मारना शुरू करते हैं। कल भी कुछ यूं ही हुआ। धोनी जब बैटिंग करने आए तो उनके सामने टीम को संभालने के साथ-साथ मैच को आखिरी ओवर तक ले जाने का दवाब था, लेकिन धोनी अब "प्लेयर कूल" हो गए हैं और वो काफी समझदारी से खेलते हैं। इस मैच में धोनी ने अपने इंटरनेशनल करियर का 100वां अर्धशतक जड़ा। इसी के साथ वो ऐसा करने वाले इंडिया के चौथे और दुनिया के 15वें बैट्समैन बन गए हैं।
"अर्धशतक का शतक" लगाने वाले चौथे इंडियन
इस मैच में धोनी ने जैसे ही अपने 50 रन पूरे किए, उन्होंने अपने करियर की 100वीं हाफ सेंचुरी लगा दी। इसी के साथ धोनी सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली और राहुल द्रविड़ के बाद चौथे इंडियन बैट्समैन है, जिन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट में "अर्धशतकों का शतक" जड़ा है। पहले वनडे में धोनी ने 88 बॉल पर 79 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने 2 चौके और 2 छक्के भी लगाए।
FIFTY! @msdhoni brings up his 66th ODI 50 @Paytm #INDvAUS pic.twitter.com/nc52IQbQDm
— BCCI (@BCCI) 17 September 2017
धोनी का अब तक का करियर
साल 2014 में टेस्ट क्रिकेट से सन्यास लेने से पहले तक धोनी ने 90 टेस्ट मैच खेले थे। इस दौरान धोनी ने 33 हाफ सेंचुरी लगाई थी। अपने टेस्ट करियर में धोनी ने 4,876 रन बनाए हैं। वहीं T-20 में धोनी अब तक 78 मैच खेल चुके हैं और इस दौरान उन्होंने 35.65 के एवरेज से 1212 रन बनाए। धोनी ने इसी साल इंग्लैंड के खिलाफ T-20 में अपनी पहली हाफ सेंचुरी लगाई है। इसके अलावा धोनी के वनडे करियर की बात करें तो धोनी अब तक 302 मैच खेल चुके हैं और इस दौरान उन्होंने 52.35 के एवरेज से 9,737 रन बनाए हैं। वनडे करियर में धोनी की ये 66वीं हाफ सेंचुरी है।
100 स्टंपिंग करने वाले एकमात्र खिलाड़ी
इसके अलावा धोनी स्टंपिंग का शतक लगाने वाले भी एकलौते खिलाड़ी हैं। धोनी के नाम वनडे क्रिकेट में 100 स्टंपिंग करने का वर्ल्ड रिकॉर्ड है और रविवार को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ धोनी ने मैथ्यू वेड को चहल की बॉल पर स्टंपिंग कर अपनी 101वीं स्टंपिंग पूरी की। इससे पहले सबसे ज्यादा स्टंपिंग करने का रिकॉर्ड श्रीलंका के कुमार संगाकारा के नाम था, जिन्होंने अपने करियर में 99 स्टंपिंग पूरी की थी।
नॉट आउट रहने का रिकॉर्ड
इन सब रिकॉर्ड के अलावा धोनी के नाम इंटरनेशनल क्रिकेट में सबसे ज्यादा बार नॉटआउट रहने का भी रिकॉर्ड है। धोनी अब तक इंटरनेशनल क्रिकेट में 124 बार नॉटआउट रह चुके हैं। टेस्ट क्रिकेट में धोनी 16, वनडे में 74 तो T-20 में 34 बार नॉटआउट रहे हैं।
Created On :   18 Sept 2017 10:08 AM IST