फुटबॉल: 21 साल बाद एक दूसरे से भिड़ेंगे भारत-चीन, सुनील छेत्री की जगह झिंगन करेंगे कप्तानी

फुटबॉल: 21 साल बाद एक दूसरे से भिड़ेंगे भारत-चीन, सुनील छेत्री की जगह झिंगन करेंगे कप्तानी
फुटबॉल: 21 साल बाद एक दूसरे से भिड़ेंगे भारत-चीन, सुनील छेत्री की जगह झिंगन करेंगे कप्तानी
हाईलाइट
  • भारत और चीन 21 साल बाद एक दूसरे से फुटबॉल मैच में भिड़ेगी।
  • इस मैच के लिए सुनील क्षेत्री की जगह संदेश झिंगन को कप्तानी सौंपी गई है।
  • वर्ल्ड रैंकिंग में 97वें नम्बर पर काबिज है भारतीय टीम
  • वहीं चीन 76वें रैंक पर काबिज है।

डिजिटल डेस्क, सुजोऊ (चीन)। शनिवार का दिन भारतीय फुटबॉल के लिए कुछ खास रहने वाला है, क्योंकि पुरुष सीनियर टीम पहली बार चीन में चीन के खिलाफ कोई इंटरनेशनल मैच खेलेगी। इसके साथ ही भारत और चीन 21 साल बाद एक दूसरे से भिड़ेगी। इससे पहले यह दोनों टीम 1997 में नेहरू कप में भिड़ीं थीं। उस वक्त रेड ड्रेगन्स (चीन) ने भारत को 2-1 से हराया था। वहीं इस मैच के लिए भारत के दिग्गज फुटबॉल खिलाड़ी सुनील छेत्री की जगह संदेश झिंगन को कप्तानी सौंपी गई है।

वर्ल्ड रैंकिंग में 97वें नम्बर पर काबिज भारतीय टीम के लिए यह मैच अगले साल होने वाले एशिया कप की तैयारियों के लिए बहुत खास रहने वाला है। भारतीय टीम एशिया कप क्वालिफायर को छोड़ दें तो हाल के दिनों में वह एशिया के किसी भी अच्छे रैंकिंग वाली टीम से नहीं भिड़ी है। ऐसे में वर्ल्ड रैंकिंग में 76वें नं पर काबिज चीन के खिलाफ यह मैच भारतीय फुटबॉल के विकास को लेकर खास माना जा रहा है।

मैच की तैयारियों को लेकर भारतीय फुटबॉल टीम के कोच स्टीफन कॉन्सटेनटाइन ने कहा, "हम जानते हैं कि चीन एशियन फुटबॉल फेडरेशन की प्रमुख टीम में से एक है। चीन की टीम काफी मजबूत है। चीन की टीम अटैकिंग फुटबॉल खेलती है। कुछ भी हो हमारी तैयारी अच्छी है और हम इस मैच को जीतने के इरादे से उतरेंगे, लेकिन अगर हम हारे तो इस मैच से पॉजिटिव चीजें लेंगे और मेहनत करेंगे।"

भारतीय टीम ने चीन के खिलाफ मैच के लिए कप्तानी में भी बदलाव किया है। दिग्गज खिलाड़ी सुनील छेत्री की जगह डिफेंडर संदेश झिंगन टीम की कप्तानी करते नजर आएंगे। इसपर प्रतिक्रिया देते हुए कोच स्टीफन ने कहा, "मुझे लगता है कि कप्तान और कोच के बीच तालमेल होना सबसे ज्यादा जरूरी है। संदेश ने टीम इंडिया के लिए चार साल पहले डेब्यू किया था और तबसे वह टीम के लिए काफी बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे हैं। उनमें लीडरशिप की क्वालिटी है और वह जुझारू भी हैं। वह टीम के लिए एक बेहतरीन कप्तान साबित हो सकते हैं।"

बता दें कि भारत और चीन के बीच अब तक कुल 17 मैच हुए हैं। इनमें से चीन ने 12 मैच जीते हैं। वहीं पांच मैच ड्रॉ रहे हैं। भारतीय टीम अब तक चीन के खिलाफ कोई जीत हासिल नहीं कर सकी है। इसमें से 7 मैच चीन ने भारत में भी खेले हैं, जबकि भारत एक बार भी चीन मैच खेलने नहीं गया है। वर्ल्ड फुटबॉल में दोनों ही टीमों का कोई खास दबदबा नहीं रहा है, लेकिन चीन एशियन फुटबॉल में अपनी खास पहचान रखता है।

चीन की टीम वर्ल्ड रैंकिंग में हमेशा से टॉप-100 में शामिल रही है, जबकि एशिया में इस टीम का रैंक टॉप-10 के अंदर ही रहा है। एशिया में चीन सातवें रैंक पर काबिज है, वहीं भारतीय टीम 15वें स्थान पर है। फुटबॉल एशिया कप के 11 टूर्नामेंट में चीन की टीम दो बार उपविजेता रह चुकी है। जबकि भारतीय टीम ने फुटबॉल एशिया कप में केवल तीन बार हिस्सा लिया है और 1964 में उपविजेता रही थी। हालांकि चीन की फुटबॉल टीम ने हाल के दिनों में खराब प्रदर्शन किया है और ऐसे में भारतीय टीम यह मैच जीतकर एशियन फुटबॉल में अपना दबदबा बना सकती है।

Created On :   12 Oct 2018 3:05 PM GMT

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