आईएसएल-6 : जीत की पटरी पर लौटना चाहेगा एफसी गोवा
हैदराबाद, 7 दिसम्बर (आईएएनएस)। एफसी गोवा रविवार को यहां जीएमसी बालायोगी एथलेटिक स्टेडियम में मेजबान हैदराबाद एफसी को हराकर हीरो इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) में जीत की पटरी पर लौटना चाहेगी।
पिछले दो मैचों में केवल एक अंक हासिल करने वाली कोच सर्जियो लोबेरा की एफसी गोवा के पास टॉप चार में पहुंचने का मौका है। दूसरी तरफ हैदराबाद एफसी के छह मैचों में केवल चार अंक है और अगर मेजबान टीम यहां गोवा के खिलाफ कोई उलटफेर करती है तो वह अन्य टीमों को प्रभावित कर सकती है।
मेजबान हैदराबाद एफसी को अपने पिछले मुकाबले में मौजूदा चैंपियन बेंगलुरू एफसी के खिलाफ 1-1 का ड्रॉ खेलना पड़ा था। टीम अब तक 13 गोल खा चुकी है, जोकि कोच फिल ब्राउन के लिए चिंता की बात है।
हैदराबाद एफसी के लिए अच्छी बात यह है कि उसे इस मैच की तैयारियों के लिए नौ दिन का समय मिला है। स्ट्राइकर गाइल बर्नेस ने अपनी फिटनेस में सुधार किया है। आदिल खान भी चोट से उबरने के बाद टीम के अभ्यास से जुड़ चुके हैं।
डिफेंडर्स साहिल पंवार और गुर्तेज सिंह निलंबन के कारण हैदराबाद के लिए इस मैच में नहीं खेल पाएंगे। कोच ब्राउन इस मैच के लिए आशीष राय के साथ निखिल पूजारी को उतार सकता है।
कोच ब्राउन ने कहा, दुनिया में सभी कोचों के साथ चोट और निलंबन की समस्या है। हमारे लिए सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि अब ट्रीटमेंट रूम खाली पड़ा है। लेकिन हमारे पास अभी भी दो निलंबन है। हम एकटीम के रूप में आईएसएल में आए हैं। गुर्तज और साहिल का निलंबन आम बात है और फुटबाल में यह होता रहता है।
दूसरी तरफ एफसी गोवा के लिए अच्छी बात यह है कि हुगो बौमोस और सीमिनलेन डोंगल निलंबन के साथ वापस टीम में लौट चुके हैं। स्टार स्ट्राइकर फेरान कोरामिनास भी पिछले दो मैच नहीं खेल पाए हैं। उनकी गैर मौजूदगी में गोवा ने केवल एक ही अंक हासिल किया है।
गोवा के लिए राहत की यह है कि मिडफील्डर अहमद जाहौउ एक मैच के निलंबन के बाद वापस टीम में लौट चुके हैं। उनके लौटने से लोबेरा के ऊपर से कुछ दबाव कम होगा। मैच में देरी से गोल करना अब एफसी गोवा की आदत बन चुकी है। टीम छह मैचों में नौ अंकों के साथ पांचवें नंबर पर हैं।
एफसी गोवा के कोच लोबेरा ने कहा, पिछले तीन वर्षो में यह सबसे मुश्किल सीजन है। अन्य टीमों ने बड़े बड़े खिलाड़ियों के साथ करार किया है। सभी टीमें काफी प्रतिस्पर्धात्मक है। हम बेहतर हैं, लेकिन अभी परिस्थितियां अभी ज्यादा ही प्रतिस्पर्धात्मक है।
Created On :   7 Dec 2019 8:30 PM IST