दिल्ली में 2020 से पहले मैच नहीं, BCCI की रोटेशन पॉलिसी है कारण

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली के फिरोजशाह कोटला स्टेडियम में स्मॉग के चलते श्रीलंकाई खिलाड़ियों को हुई परेशानी के बाद खबर है कि अगले 2 साल तक दिल्ली में कोई टेस्ट मैच नहीं होगा। हालांकि दिल्ली में टेस्ट मैच न होने के पीछे कारण स्मॉग नहीं बल्कि बीसीसीआई की रोटेशन नीति है।
बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया है कि रोटेशन नीति के अनुसार, दिल्ली को अपना टेस्ट मैच मिल गया है और नवंबर में इसे एक टी20 मिल गया था। अब दिल्ली वालों को मौका अगले साल तक नहीं मिलेगा, क्योंकि BCCI की रोटेशन पॉलिसी के तहत बाकी शहरों को भी मैच देने होते हैं। उन्होंने कहा, "अन्य स्टेडियम अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं। इसीलिए फिरोजशाह कोटला को दूसरा मैच मिलने में कुछ समय लगेगा।"
BCCI के अन्य अधिकारी ने बताया कि अभी कोटला को अपने कोटे के मैच मिल गए हैं जिसे बोर्ड अभी थोड़े समय तक राहत महसूस करेगा। जब उनसे पूछा गया कि कहीं दिल्ली में बढ़ता प्रदूषण तो इसकी वजह नहीं तो उन्होंने जवाब दिया कि अगर कोटला को अगर मैच नहीं मिलता है तो यह पूरी तरह से रोटेशन नीति के अनुसार ही होगा। इसमें स्मॉग का कोई लेना देना नहीं होगा। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि अगले 2 साल दिल्ली में पर्यावरण के हालात कैसे होंगे, उसकी भविष्यवाणी अभी 2017 में नहीं की जा सकती है। अगर हालात खराब होते जाते हैं, तो BCCI इस बात का ध्यान रखेगा कि ऐसे समय दिल्ली में मैच न कराए जाए।
गौरतलब है कि दिल्ली के फिरोजशाह कोटला स्टेडियम में भारत-श्रीलंका के बीच टेस्ट मैच खेला जा रहा है। मैच के दूसरे दिन स्मॉग के चलते श्रीलंकाई खिलाड़ियों को काफी परेशानी उठानी पड़ी थी। कईं बार खेल भी रोका गया था। श्रीलंकाई खिलाड़ी मैच के दौरान ड्रेसिंग रूम में जाकर उल्टी करते हुए भी दिखाए गए थे। खिलाड़ियों ने धुंध के कारण सांस लेने में समस्या की शिकायत भी की थी जिस पर श्रीलंका बोर्ड ने भी बीसीसीआई से जवाब भी मांगा था।
Created On :   5 Dec 2017 10:34 PM IST