जीतकर भी हार गए बोल्ट, पदक के साथ रिकॉर्ड भी गया

डिजिटल डेस्क, लुसाने। लाइटनिंग बोल्ट नाम से मशहूर दुनिया के सबसे तेज धावक जमैका के उसेन बोल्ट, अपने साथी धावक की गलती के कारण स्वर्ण पदक गंवा बैठे हैं। अपने हमवतन और साथी रनर नेस्टा कार्टर की डोप मामले में पुनर्विचार अपील को कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन ऑफ स्पोर्ट (CSS) द्वारा ठुकराए जाने के कारण बोल्ट भी स्वर्ण पदक से चूक गए है। बोल्ट की जगह यह पदक अब तत्रिनिदाद और टोबैगो टीम को दिया जाएगा। CSS ने प्रेस रिलीज जारी कर इस मामले की जानकारी दी है।
क्या था मामला
तेज रफ्तार और अपने बेदाग करियर के कारण दुनिया भर में नाम कमाने वाले उसेन बोल्ट को अपने साथी नेस्टा कार्टर की गलती का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। डोप टेस्ट में पॉजिटिव पाए गए जमैका टीम के सदस्य नेस्टा कार्टर की अपील को खेल पंचाट ने अस्वीकार कर दिया है। दरअसल यह मामला 2008 बीजिंग ओलंपिक का है। 2008 ओलंपिक के दौरान हुई 400 मीटर रेस के बाद नेस्टा कार्टर के यूरिन सैंपल लिए गए थे, जिसके नतीजे नेगेटिव आए थे। लेकिन साल 2016 में दुबारा हुई जांच में, जमैका टीम के सदस्य नेस्टा कार्टर के सैंपल में प्रतिबंधित पदार्थ (मिथाइलएक्सानिमाइन) पाया गया था। जिसके चलते उनपर 25 जनवरी 2017 को अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति अनुशासनिक पैनल (IOC-DP) ने नियमों का उल्लंघन करने और डोपिंग करने के आरोप लगाए। इस मामले में कार्यवाही के दौरान विजेता जमैका टीम के सभी सदस्यों के पदक वापस ले लिए थे। इस टीम में उसेन बोल्ट और नेस्टा कार्टर के अलावा असाफा पावेल और माइकल फ्रेटर भी शामिल थे।
बता दें कि इस 100 मीटर रेस में जमैका की टीम ने ना केवल जीत कर पदक अपने नाम किया था, बल्कि उसेन बोल्ट ने इस दौड़ को 37.10 सेकंड में खत्म कर विश्व कीर्तिमान भी रचा था। कार्टर के डोप टेस्ट में पॉजिटिव पाए जाने के कारण यह गौरव भी बोल्ट से छिन गया है।
क्या कहा समिति ने
ल पंचाट ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि 25 जनवरी 2017 के फैसले के विरोध में, नेस्टा कार्टर द्वारा दायर की गयी पुनर्विचार अपील को अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति अनुशासनिक पैनल (IOC-DP) ने ठुकरा दिया है। यह पुनर्विचार अपील नेस्टा कार्टर द्वारा फरवरी 2017 में दायर की गयी थी। खेल पंचाट के मुताबिक ‘बीजिंग ओलिंपिक डोप मामले में परीक्षण परिणामों को अनदेखा किए जाने या कुछ कथित विफलताओं के लिए आईओसी (अनुशासनात्मक) निर्णय को हटाए जाने के मामले में कार्टर द्वारा उठाए गए किसी भी तर्क को स्वीकार नहीं किया जा सकता।’
Created On :   1 Jun 2018 5:44 PM IST