2007 टी 20 विश्वकप के हीरो आरपी सिंह ने अंतराष्ट्रीय क्रिकेट से लिया संन्यास
- आरपी सिंह 2007 टी 20 विश्वकप के थे हीरो
- भारत के लिए कुल 82 मैच खेले और 100 से अधिक विकेट लिए
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत के पूर्व तेज गेंदबाज आरपी सिंह ने अंतराष्ट्रीय क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास ले लिया है। इस बात की घोषणा आरपी सिंह ने मंगलवार को अपने ट्विटर अकाउंट पर ट्वीट कर दी। आरपी ने ट्वीट कर लिखा, "13 साल पहले 4 सितंबर 2005 को मैंने पहली बार टीम इंडिया की जर्सी पहनी थी। यह मेरी जिंदगी के खुशनुमा सफर का पहला कदम था।
— R P Singh (@rpsingh) September 4, 2018
2007 टी 20 विश्वकप के थे हीरो
आरपी सिंह ने भारत के लिए 80 से ज्यादा अंतराष्ट्रीय मैच खेले हैं। वे 2007 टी 20 विश्वकप जीतने वाली भारतीय टीम में भी शामिल थे। इस जीत में आरपी सिंह ने अहम भूमिका निभाई थी। इस टूर्नामेंट में आरपी 12 विकेटों के साथ भारत के सबसे सफल गेंदबाज़ भी रहे।
छह साल का था अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर
अारपी सिंह का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर लगभग छह साल का रहा। उन्होंने क्रिकेट के सभी प्रारूप में भारत के लिए कुल 82 मैच खेले और 100 से अधिक विकेट लिए। इस दौरान उन्होंने 14 टेस्ट में 40 विकेट, 58 वनडे में 69 विकेट और 10 टी20 मैचों में 15 विकेट भी चटकाए।
2005 में खेला अपना पहला अंतरराष्ट्रीय मैच
अारपी सिंह ने 4 सितंबर 2005 को हरारे में जिम्बाब्वे के खिलाफ वनडे खेलकर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू किया था। आरपी को 2006 में पाकिस्तान के खिलाफ फैसलाबाद टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू करने का मौका मिला था। वह अपने पहले ही टेस्ट मैच में "मैन ऑफ द" मैच रहे थे। आरपी ने अपना आखिरी वनडे अंतरराष्ट्रीय मैच सितंबर 2011 में इंग्लैंड के खिलाफ कार्डिफ में खेला था।
भारतीय टीम के प्रमुख तेज़ गेंदबाजो मे से एक थे
आरपी सिंह एक समय पर भारतीय टीम के प्रमुख तेज़ गेंदबाजो मे से एक थे। धोनी की कप्तानी में उन्हें खुद को निखारने के कई मौके मिले। धोनी भी उन पर बहुत भरोसा किया करते थे। लेकिन साल 2011 के बाद उन्हें कभी भी भारतीय टीम में वापसी करने का मौका नहीं मिला। आरपी ने अपने शानदार करियर के लिए परिवार, बीसीसीआई और राज्य क्रिकेट संघों को शुक्रिया अदा किया।
Created On :   5 Sep 2018 10:25 AM GMT