खोला राज, कहा-'BCCI में सेटिंग नहीं थी, इसलिए नहीं बन पाया कोच'

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। टीम इंडिया के पूर्व बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में बड़ा बयान देते हुए कहा कि उनकी BCCI में कोई सेटिंग नहीं थी, इस वजह से वो इंडिया टीम के हेड कोच नहीं बन पाए। उन्होंने ये भी कहा कि उन्हें नहीं पता था कि रवि शास्त्री भी इस रेस में है, नहीं तो वो इसके लिए एप्लाय ही नहीं करते। सहवाग के इस बयान ने एक बार फिर BCCI की ट्रांसपेरेंसी पर सवाल खड़े कर दिए हैं। इसके साथ ही उन्होंने रवि शास्त्री के सिलेक्शन पर भी सीधे-सीधे उंगली उठा दी है। सहवाग ने कहा कि अगर मेरी BCCI में "सेटिंग" होती, तो आज मैं टीम इंडिया का हेड कोच होता।
और क्या कहा सहवाग ने ?
सहवाग ने इस इंटरव्यू में कहा कि, "इस जॉब में मेरा कोई इंटरेस्ट नहीं था। BCCI के सचिव अमिताभ चौधरी के कहने पर मैंने कोच के लिए एप्लाय किया। इससे पहले मैंने विराट कोहली और रवि शास्त्री से भी बात की, लेकिन शास्त्री ने मुझसे कहा कि वो इस रेस में शामिल नहीं है। इसलिए मैंने कोच की पोस्ट के लिए एप्लाय किया।" इसके आगे सहवाग ने ये भी कहा कि, "अगर मुझे मालूम होता कि शास्त्री भी इस रेस में शामिल हैं, तो मैं इस पोस्ट के लिए एप्लाय ही नहीं करता।"
शास्त्री ने कहा कि गलती नहीं दोहराना चाहता
सहवाग ने शास्त्री पर खुलासा करते हुए कहा कि, "जून में चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान जब मैं इंग्लैंड में था, तो उस दौरान मैंने शास्त्री से कहा कि आप कोच के लिए एप्लाय क्यों नहीं करते? तो शास्त्री ने मुझसे कहा कि मैं इस पोस्ट के लिए एप्लाय करके अपनी पुरानी गलती को दोबारा दोहराना नहीं चाहता हूं।" सहवाग ने बताया कि अगर शास्त्री के बारे में उन्हें पता होता तो वो इस पोस्ट के लिए एप्लाय नहीं करते। सहवाग ने ये भी बताया कि इस पोस्ट के लिए एप्लाय करने के लिए मुझसे BCCI के सचिव अमिताभ चौधरी ने कहा था, लेकिन सिलेक्शन कमेटी में मेरी कोई सेटिंग नहीं थी, इसलिए मैं कोच नहीं बन पाया।
एडवाइजरी कमेटी में कौन था शामिल?
BCCI ने हेड कोच के सिलेक्शन के लिए एडवाइजरी कमेटी बनाई थी। इस कमेटी में सचिन तेंदुलकर, वीवीएस लक्ष्मण और सौरव गांगुली शामिल थे। इन तीनों को मिलकर ही टीम का नया कोच सिलेक्ट करना था। 10 जुलाई को मुंबई में कोच के लिए इंटरव्यू प्रोसेस की गई। सहवाग भी इंटरव्यू देने गए थे। उन्होंने यहां करीब 2 घंटे का प्रेजेंटेशन दिया था, जबकि शास्त्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अपना इंटरव्यू दिया था।
कब निकली थी कोच की पोस्ट?
IPL के 10वें सीजन के खत्म होने के बाद से ही टीम इंडिया के नए कोच के सिलेक्शन के लिए एप्लीकेशन मंगाई गई थी, जिसकी आखिरी तारीख 1 जून थी। उस समय टीम के कोच रहे अनिल कुंबले का कॉन्ट्रेक्ट भी चैंपियंस ट्रॉफी के बाद खत्म होने जा रहा था। लेकिन उससे पहले ही कोहली और कुंबले के बीच थोड़ी तकरार सामने आई थी, लेकिन शास्त्री कोहली के सपोर्ट में हमेशा दिखाई दिए। इसके बाद कोच की रेस में इंडिया से वीरेंद्र सहवाग और रवि शास्त्री के साथ-साथ कुंबले का नाम भी चल रहा था। इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया के पूर्व ऑलराउंडर टॉम मूडी, इंग्लैंड के रिचर्ड पायबस, इंडिया के पूर्व फास्ट बॉलर डोडा गणेश और इंडिया-A के पूर्व कोच लालचंद राजपूत भी शामिल थे।
सहवाग ने भेजा था दो लाइन का रिज्यूमे
टीम इंडिया के हेड कोच के लिए सहवाग ने सिर्फ दो लाइन का रिज्यूमे भेजा था। इस रिज्यूमे में सहवाग ने सिर्फ इतना ही लिखा था कि, "मैं किंग्स इलेवन पंजाब का मेंटर भी हूं और टीम इंडिया के मौजूदा खिलाड़ियों के साथ भी खेल चुका हूं।" हालांकि सहवाग के इस रिज्यूमे के बाद BCCI ने सहवाग से डिटेल्ड रिज्यूमे भेजने को कहा था।
Created On :   16 Sept 2017 8:15 AM IST