YEAR ENDER 2018: इस साल के सबसे बड़े स्पोर्ट्स इवेंट

- इस साल कई बड़े स्पोर्टस इवेंट देखने को मिले हैं
- फीफा रहा वर्ल्ड कप सबसे लोकप्रिय
- स्पोर्टस के लिहाज से जोरदार रहा साल 2018
डिजिटल डेस्क। साल 2018 खेल के लिहाज से जोरदार रहा है। इस साल कई बड़े स्पोर्टस इवेंट देखने को मिले हैं। जिसमें फीफा वर्ल्ड कप, कॉमनवेल्थ गेम्स, एशियन गेम्स, हॉकी वर्ल्ड कप, एशिया कप ट्रॉफी और ऐसे ही कई सारे बड़े खेल शामिल हैं। जिसमें सबसे ज्यादा लोकप्रिय फीफा वर्ल्ड कप रहा। इन सभी बड़े खेलों में कई देशों ने भाग लिया जहां किसी को जीत मिली, तो किसी को हार। आइए नजर डालते हैं इस साल की सबसे बड़ी खेल की खबरों पर।

इस साल हुए Kabaddi Masters 2018 का खिताब वर्ल्ड नंबर एक भारतीय कबड्डी टीम ने अपने नाम किया। दुबई में आयोजित हुए कबड्डी मास्टर्स के फाइनल में भारत ने ईरान को 44-26 से करारी शिकस्त दी थी। बता दें कि अजय ठाकुर की कप्तानी में भारत ने यह दूसरा ख़िताब जीता है। इससे पहले भारत ने कबड्डी वर्ल्डकप के फाइनल में भी ईरान को ही मात देते हुए वर्ल्ड चैंपियन का ख़िताब अपने नाम किया था। कबड्डी मास्टर्स के फाइनल में ईरान के खिलाफ मिली इस खिताबी जीत के हीरो एक बार फिर कप्तान अजय ठाकुर ही रहे।

बैडमिंटन में साल के आखिर में स्टार शटलर पीवी सिंधु खुशियां लेकर आईं। उन्होंने BWF वर्ल्ड टूर फाइनल्स का खिताब अपने नाम करते हुए इतिहास रच दिया। ऐसा करने करने वाली वह पहली भारतीय शटलर बनीं। ओलिंपिक मेडल विनर ने जापान की नोजोमी ओकुहारा जैसी खिलाड़ी को फाइनल में हराया तो उससे पहले उन्होंने थाइलैंड की रतचानोक इंतानोन को धूल चटाई। यह उनका 14वां करियर खिताब रहा।

एशियन हॉकी चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब भारत को चिर-प्रतिद्वंद्वी टीम पाकिस्तान से साझा करना पड़ा, क्योंकि खिताबी मुकाबला बारिश की वजह से रद्द कर दिया गया था। इस तरह महामुकाबले की जगह दोनों टीमों को संयुक्त विजेता बनकर संतोष करना पड़ा। इससे पहले दोनों (भारत और पाकिस्तान) टीमें यह खिताब 2-2 बार अपने नाम कर चुकी थीं। भारत ने यह खिताब साल 2011 और 2016 में अपने नाम किया था वहीं पाकिस्तान ने लगातार दो बार 2012 और 2013 में जीता था। इस टूर्नमेंट में भारत ने सिर्फ मलयेशिया से गोल रहित ड्रॉ खेला था, बल्कि ओमान (11-0), पाकिस्तान (3-1) , जापान (9-0), कोरिया (4-1) और सेमीफाइनल में भी जापान (3-2) टीम को भी मात देकर लोहा मनवाया था।

एमसी मेरी कॉम ने 35 वर्ष की उम्र में वर्ल्ड चैंपियनशिप में खिताबी सिक्सर लगाते हुए इतिहास रच दिया। दिल्ली के केडी जाधव हॉल में हुई 48kg कैटिगरी के फाइनल मुकाबले में उन्होंने खुद से 13 वर्ष छोटी यूक्रेन की हन्ना ओकोता को 5-0 (30-27, 29-28, 29-28, 30-27, 30-27) से हराया और रेकॉर्ड छठी बार महिला विश्व कप का खिताब जीतने का गौरव हासिल किया। छह विश्व चैंपियनशिप जीतने वाली मेरी कॉम दुनिया की पहली महिला बॉक्सर बनीं। वर्ल्ड चैंपियनशिप का यह 7वां मेडल रहा। बता दें कि उन्होंने 6 गोल्ड के अलावा एक सिल्वर भी जीता है।

लुका मौड्रिच ने साल 2018 का बैलेन डी ऑर अवॉर्ड अपने नाम किया। यह सम्मान क्रोएशिया फुटबॉल टीम के कप्तान लुका को पहली बार प्राप्त हुआ है। पिछले दस साल से यह अवॉर्ड लियोनेल मेसी और क्रिस्टियानो रोनाल्डो के ही नाम रहा, लेकिन इस साल यह अवॉर्ड अपने नाम कर लुका ने इन दोनों खिलाड़ियों की बादशाहत को खत्म कर दिया। मौड्रिच ने रियाल मेड्रिड से खेलते हुए चैंपियंस लीग जीती थी। इसके बाद जुलाई में हुए वर्ल्ड कप फाइनल में उन्होंने क्रोएशिया टीम का नेतृत्व किया था। लुका वर्ल्ड कप 2018 के प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट भी रहे। बैलेन डी ऑर अवॉर्ड लिस्ट में रोनाल्डो दूसरे, फ्रांस के एंटोनियो ग्रिजमैन तीसरे और किलियन एम्बाप्पे चौथे स्थान पर रहे। वहीं, बार्सिलोना के कप्तान लियोनेल मेसी पांचवें स्थान पर रहे। मिडफील्डर मौड्रिच ने अभी तक अपने करियर में 118 अंतरराष्ट्रीय मैचो में 14 और 603 क्लब मैचों में 74 गोल किए हैं।

इस साल ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम ने चौथी बार महिला टी-20 विश्व कप टूर्नामेंट का खिताब अपने नाम किया। ऑस्ट्रेलिया ने सर विवियन रिचर्ड्स मैदान पर खेले गए टी-20 विश्व कप फाइनल मैच में इंग्लैंड को 8 विकेट से हराया था। महिला टी-20 विश्व कप में इंग्लैंड के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया की यह तीसरी जीत है। इस हार के कारण इंग्लैंड दूसरा खिताब जीतने से चूक गई।

ASIA CUP 2018 के फाइनल मुकाबले में भारत ने बांग्लादेश को शिकस्त देते हुए खिताब अपने नाम किया था। भारतीय टीम ने इस मैच में बांग्लादेश को 3 विकेट से हराया था। भारत ने लगातार दूसरी बार एशिया कप ट्रॉफी जीती। इससे पहले 2016 में भारत ने बांग्लादेश को ही हराकर खिताब अपने नाम किया था। इस बार के एशिया कप को मिलाकर अभी तक खेले गए कुल 14 एशिया कप टूर्नामेंट में भारतीय टीम ने 7 बार खिताब अपने नाम किया है।

2018 का हॉकी वर्ल्ड कप बेल्जियम ने जीता। ओडिशा के कलिंगा स्टेडियम में खेले गए फाइनल मुकाबले में बेल्जियम ने नीदरलैंड को शूटआउट में 3-2 से हराया था। हॉकी विश्व कप के इतिहास में पहली बार फाइनल में फुलटाइम तक गोल नहीं हुआ था। जिसके बाद यह मुकाबला शूटआउट में चला गया, जिसमें बेल्जियम ने बाजी मारते हुए पहली बार हॉकी वर्ल्डकप का खिताब अपने नाम किया। दोनों टीमों के बीच पेनल्टी शूटआउट हुआ। पेनल्टी शूटआउट में नीदरलैंड की तरफ से पहला शॉट जेरोन हर्ट्सबर्गर ने लिया और राइट-लेफ्ट करते हुए गोलकीपर को गिरने पर मजबूर किया और आसान गोल दागा। वहीं बेल्जियम का पहला शॉट लेने आए अर्थर वैन गोल से चूक गए। इसके बाद दोनों ही टीमों ने पेनल्टी में 2-2 गोल दागे और मुकाबला सडन डेथ में चला गया, जिसका मतलब था गोल बचाओ और वर्ल्डकप जीतो। जिसमें पहला शॉट बेल्जियम ने लिया और गोल दागा। वहीं दूसरा शॉट लेने आया नीदरलैंड का खिलाड़ी गोल नहीं कर पाया और इस तरह बेल्जियम ने वर्ल्डकप जीत लिया।

18वें एशियाई खेलों में भारतीय खिलाड़ियों ने 1951 के ‘गोल्डन शो’ को फिर से दोहराया। उसने एशियाई खेलों के इतिहास में सबसे अधिक पदक अपने नाम किए। भारत ऐथलीटों ने 15 स्वर्ण, 24 सिल्वर और 30 ब्रॉन्ज के साथ 69 पदक जीते। भारत के लिए यह राहत की बात थी, क्योंकि इंचियोन में हुए इन खेलों के 17वें संस्करण की तालिका में वह 8वें पायदान पर रहा था, लेकिन 11 गोल्ड जीते थे। इस बार गोल्ड की संख्या 15 थी और वह 8वें नंबर पर ही रहा। 1951 में अपनी मेजबानी में भारतीय खिलाड़ियों ने 15 स्वर्ण, 16 रजत और 20 कांस्य पदक जीते थे, जबकि इस बार उन्होंने 15 स्वर्ण, 24 रजत और 30 कांस्य पदक जीते। भारत को सबसे ज्यादा पदक ऐथलेटिक्स में मिले, जहां खिलाड़ियों ने सबको चौकाते हुए सात स्वर्ण, 10 रजत और दो कांस्य के साथ कुल 19 पदक अपने नाम किए। विश्व स्तर पर खेल महाशक्ति माने जाने वाले चीन ने जकार्ता में 132 स्वर्ण, 92 रजत और 65 कांस्य के साथ कुल 289 पदक जीते। वह पहले स्थान पर रहा। उसके अलावा जापान ही 200 पदकों का आंकड़ा पार कर सका। कुल 205 पदकों के साथ जापान दूसरे और 177 पदकों के साथ दक्षिण कोरिया तीसरे पायदान पर रहा।

ऑस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत का सफर शानदार रहा। भारत ने इन खेलों में 26 गोल्ड मेडल समेत कुल 66 (20 सिल्वर, 20 ब्रॉन्ज) पदक जीते। 2014 ग्लास्गो कॉमनवेल्थ गेस्म में जीते 64 पदकों से इस बार भारतीय दल का प्रदर्शन बेहतर कहा जा सकता है। हालांकि, गोल्ड कोस्ट में भारतीय दल ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बाद तीसरे पायदान पर रहा। यहां भारत ने 15 खेलों में हिस्सा और 9 में मेडल जीते। यहां भारत के लिए सबसे अधिक शूटिंग (7 गोल्ड समेत कुल 16 मेडल) से मेडल आए। रेसलरों ने 5 गोल्ड, तीन सिल्वर और चार ब्रॉन्ज समेत कुल 12 मेडल अपने नाम किए। जबकि वेटलिफ्टिंग में 9 पदक (पांच गोल्ड, दो सिल्वर और दो ब्रॉन्ज मेडल) भारत की झोली में आए। भारत ने दिल्ली कॉमनवेल्थ खेलों में कुल 101 पदक जीते थे। वहीं 2002 के मैनचेस्टर खेलों में कुल 69 मेडल मिले थे।

रूस में हुए फुटबॉल फीफा विश्व कप के फाइनल मुकाबले में फ्रांस ने क्रोएशिया को 4-2 से हराकर 20 साल बाद ट्रॉफी पर कब्जा जमा लिया। फ्रांस ने दूसरी बार यह खिताब जीता। एमबापे बेस्ट यंग प्लेयर चुने गए। वर्ल्ड कप को दुनियाभर में 350 करोड़ लोगों ने देखा। यह पिछली बार से 9.3% ज्यादा है। इसके आयोजन में 96 हजार करोड़ रुपए खर्च हुए। यह अब तक का सबसे महंगा फीफा वर्ल्ड कप रहा। फीफा विश्व कप फाइनल दुनिया भर में देखे जाने वाले सबसे बड़े इवेंट्स में शामिल है। भारत में भी इसे खूब देखा गया। यह इस साल भारत में सबसे ज्यादा देखा जाने वाला इवेंट है।
Created On :   30 Dec 2018 4:43 PM IST