मध्यप्रदेश: मुख्यमंत्री डॉ. यादव की मंशानुरूप जनजातीय समूहों के कलाकारों ने सवारी में मनमोहक प्रस्तुतियां देकर किया बाबा श्रीमहाकाल का स्वागत
- भगवान श्रीमहाकाल मनमहेश स्वरूप में निकले उज्जैन नगर भ्रमण पर
- लाखों की संख्या में शामिल हुए भक्त
- वैदिक मंत्रों के उद्घोष के साथ हुआ सवारी का शुभारंभ
डिजिटल डेस्क, भोपाल। श्रावण माह के प्रथम सोमवार पर भगवान श्रीमहाकालेश्वर मनमहेश स्वरूप में उज्जैन नगर भ्रमण पर निकले। सवारी के निकलने के पूर्व श्रीमहाकालेश्वर मंदिर परिसर के सभामंडप में सर्वप्रथम भगवान श्री महाकालेश्वर का षोड़षोपचार पूजन-अर्चन और आरती की गई। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की मंशानुरूप जनजातीय दल भगवान श्रीमहाकालेश्वर की प्रथम सवारी में पालकी के आगे मनमोहक प्रस्तुति देते हुए शामिल हुए। सावन-भादो मास की प्रथम सवारी में वैदिक उदघोष के साथ श्री महाकालेश्वर भगवान का स्वागत किया गया। सवारी में 5 लाख से ज्यादा भक्तगण शामिल हुए।
जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, पंचायत एवं ग्रामीण विकास और श्रम मंत्री प्रहलाद पटेल, राजस्व मंत्री करण सिंह वर्मा, वन एवं पर्यावरण राज्य मंत्री दिलीप अहिरवार और उज्जैन के प्रभारी मंत्री गौतम टेटवाल ने भगवान महाकालेश्वर का पूजन-अर्चन कर आरती की। इस अवसर पर विधायक सतीश मालवीय, महेश परमार, जीतेंद्र पंड्या, नगर निगम सभापति कलावती यादव, संभागायुक्त संजय गुप्ता सहित अन्य अधिकारियों ने सभामंडप में भगवान मनमहेश का पूजन किया।
अवंतिकानाथ भगवान श्रीमनमहेश के स्वरूप में पालकी में सवार होकर अपनी प्रजा का हाल जानने और भक्तों को दर्शन देने के लिए नगर भ्रमण पर निकले। पालकी जैसे ही श्रीमहाकालेश्वर मंदिर के मुख्य द्वार पर पहुंची, सशस्त्र पुलिस बल के जवानों ने पालकी में विराजित भगवान श्रीमनमहेश को सलामी (गार्ड ऑफ ऑनर) दी। सवारी मार्ग के दोनों ओर हजारों की संख्या में दर्शनार्थियों ने पालकी में विराजित मनमहेश भगवान के भक्तिभाव से दर्शन लाभ लिये। गार्ड ऑफ ऑनर के बाद सवारी श्री महाकालेश्वर मंदिर से गुदरी चौराहा, बक्षी बाजार, कहारवाडी होते हुए रामघाट पहुंची। भगवान महाकालेश्वर मनमहेश के स्वरुप में अपने भक्तों को आशीर्वाद देने के लिए माँ क्षिप्रा के तट पर पहुँचे। रामघाट पर भगवान महाकालेश्वर का पूजन-अर्चन और जलाभिषेक पुजारी आशीष गुरु ने संपन्न कराया।
रामघाट पर भगवान मनमहेश के पूजन उपरांत सवारी रामघाट से पुन: रामानुजकोट, मोढ़ की धर्मशाला, कार्तिक चौक, खाती समाज मन्दिर, सत्यनारायण मन्दिर, ढाबा रोड, टंकी चौराहा, छत्री चौक, गोपाल मन्दिर, पटनी बाजार, गुदरी बाजार होती हुई महाकालेश्वर मन्दिर वापस पहुंची। सवारी के आगे-आगे घुड़सवार, पुलिस बल, विभिन्न भजन मण्डलियां, जनजातीय नृत्य दल आदि भगवान भोलेनाथ के गुणगान एवं भजन-कीर्तन करते हुए साथ चल रहे थे। संस्कृति विभाग भोपाल, जनजातीय लोक कला एवं बोली विकास अकादमी मध्यप्रदेश संस्कृति परिषद व त्रिवेणी कला एवं पुरातत्व संग्रहालय के माध्यम से भगवान महाकालेश्वर की सवारी में जनजातीय कलाकारों के दल ने सहभागिता की। भजन मण्डलियों में सैंकड़ों महिलाओं ने शिव स्तुतियां की। सवारी में सम्मिलित भजन मंडलियां उत्साहपूर्वक डमरू और मजीरे बजाते हुए सवारी में आगे-आगे चले। विशाल ध्वज के साथ बाबा महाकाल की पालकी निकाली गयी।
महाकाल के चरणों की सेवा मेरे लिए गौरव का विषय- मंत्री डॉ. गौतम टेटवाल
सावन माह के अवसर पर प्रथम शाही सवारी में मंत्री डॉ. गौतम टेटवाल ने कहा कि महाकाल की नगरी में चारों ओर हर हर महादेव के जयकारे सुनाई दे रहे हैं। उनके चरणों में सेवा करना मेरे लिए किसी गौरव से कम नहीं है।
मंत्री डॉ. टेटवाल ने कहा कि महाकाल आने वाले भक्तों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो इसका पूरा ध्यान रखना मेरी जिम्मेदारी और कर्तव्य है। उज्जैन के विकास में कोई भी कमी नहीं रहेगी। जनता की प्रत्येक सुख सुविधा का ध्यान रखते हुए विकास कार्य को और तेज गति के साथ किया जा रहा है। प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भी पूरे प्रदेश में विकास कार्यों को लेकर सक्रिय हैं। भक्ति के साथ सेवा का जो अवसर हम सभी को प्राप्त हुआ है वह अद्भुत है। हम सभी बाबा महाकाल से प्रदेश में सुख शांति एवं समृद्धि की कामना करते हैं।
सवारी मार्ग पर लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं ने बाबा महाकाल पर पुष्प वर्षा कर दर्शन किए। श्रीमहाकाल की प्रथम सवारी का जनसम्पर्क सहित अन्य सोशल मीडिया पर पहली बार लाइव प्रसारण किया गया।
Created On :   14 July 2025 10:30 PM IST