साइंस डे: नए शोध से कृषि क्षेत्र में नए आयाम स्थापित

नए शोध से कृषि क्षेत्र में नए आयाम स्थापित
  • कृषि विज्ञान केंद्र में नेशनल साइंस डे का आयोजन
  • भारत के महान वैज्ञानिक डॉ सीवी रमन ने रमन प्रभाव की खोज की थी
  • विकास की राह में पहुंचाने में विज्ञान का महत्वपूर्ण रोल

डिजिटल डेस्क, सिवनी। मध्यप्रदेश के सिवनी में कृषि विज्ञान केंद्र में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस वर्ष-2024 की थीम ‘विकसित भारत के लिए स्वदेशी प्रौद्योगिकी’ विषय पर राष्ट्रीय विज्ञान दिवस का आयोजन किया गया। कृषि विज्ञान केंद्र के प्रमुख डॉ शेखर सिंह बघेल ने कहा कि भारत के महान वैज्ञानिक डॉ सीवी रमन ने रमन प्रभाव की खोज की थी। उसी की याद में हर साल राष्ट्रीय विज्ञान दिवस मनाया जाता है। सीवी रमन द्वारा की गई रमन इफेक्ट की खोज के लिए उन्हें 1930 में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था, भारत हमारे वैज्ञानिक समुदाय के योगदान की सराहना करने के साथ-साथ रमन प्रभाव की खोज का जश्न मनाता है। विकसित भारत के लिए स्वदेशी प्रौद्योगिकी की थीम के साथ ही भारत देश इस विशेष दिन पर हमारे वैज्ञानिक समुदाय की उपलब्धियों का जश्न मनाता है।

एग्रीकल्चर के क्षेत्र में नए आयाम

डॉ बघेल ने कहा कि आज भारत को सतत विकसित एवं विकास की राह में पहुंचाने में विज्ञान का महत्वपूर्ण रोल है। नई तकनीक, नवाचार एवं एग्रीकल्चर के क्षेत्र में नए-नए शोध के परिणाम स्वरूप आज समृद्धि एवं सफ लता के नए-नए आयाम समस्त क्षेत्र में स्थापित किए जा रहे हैं। परिणाम स्वरूप हमारे युवा भविष्य निर्माण में विज्ञान एवं तकनीक का बेहतर उपयोग कर अपना भविष्य निर्माण कर सकते हैं। मृदा वैज्ञानिक डॉ केके देशमुख ने केंचुआ खाद, अजोला उत्पादन इकाई एवं फ सल संग्रहालय में प्रदर्शित नवीनतम किस्म एवं फ सलों की संपूर्ण जानकारी के साथ भ्रमण कराया। कृषि वैज्ञानिकों के द्वारा कृषि विज्ञान के क्षेत्र में किए जा रहे महत्वपूर्ण कार्यक्रम एवं कार्यों की जानकारी दी गई।

ये रहे मौजूद

कार्यक्रम में डॉ निखिल सिंह, डॉ राजेंद्र सिंह ठाकुर , इंजिनियर कुमार सोनी, पीजी कॉलेज के जूलॉजी प्राध्यापक डॉ सागर और डॉ संदीप शुक्ला के अलावा बीएससी प्रथम वर्ष के छात्र एवं छात्राओं की उपस्थिति रही।

Created On :   2 March 2024 3:14 AM GMT

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