कृषि उपज मंडी: कैद में वॉटर कूलर, सालों से बंद पड़े, टंकियों का पानी पीने मजबूर किसान-मजदूर

कैद में वॉटर कूलर, सालों से बंद पड़े, टंकियों का पानी पीने मजबूर किसान-मजदूर
  • मंडी में हर दिन सैकड़ों मजदूर और किसानों का रहता आना-जाना
  • छिंदवाड़ा में ए क्लास की कृषि उपज मंडी
  • चिलचिलाती धूप में यहां आने वाले लोगों को पानी के लिए परेशान

डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा में ए क्लास की कृषि उपज मंडी जहां पर हर दिन सैकड़ों हजारों मजदूर, किसान और व्यापारियों का आना-जाना लगा रहता है। इसके बावजूद इस चिलचिलाती धूप में यहां आने वाले लोगों को पानी के लिए परेशान होना पड़ता है। वैसे तो कृषि उपज मंडी के अधिकारियों ने एक दो जगह पानी की टंकी रख तो दिया है लेकिन इस धूप में यहां का पानी भी गर्म हो जाता है। वहीं दूसरी ओर लाखों रुपए खर्च करके कृषि उपज मंडी प्रांगण में लगाए गए वॉटर कूलरों को लोहे के पिंजरे में बंद करके रख दिया गया है। कई सालों से वॉटर कूलर बंद है लेकिन इन्हें सुधारने के लिए कोई पहल मंडी अधिकारियों ने नहीं किया है। ऐसे में यहां आने वाले किसान और मजदूरों को परेशान होना पड़ता है।

ऐसे है कृषि उपज मंडी के हाल कि कृषि उपज मंडी के शेड में पिंजरे में बंद वॉटर कूलर खराब हो गए है। हालात यह है कि इनमें जंग लगने लगा है जबकि दूसरी ओर मंडी के अधिकारियों ने इन्हें सुधरवाना तो दूर इसका रख-रखाव भी नहीं रखा गया है। अब नए वॉटर कूलरों की व्यवस्था बनाए जाने की तैयारी चल रही है। मंडी प्रांगण में कुछ इस प्रकार पानी टंकियों को रखा गया है। इस धूप में पानी गर्म हो जाता है। पानी के लिए और कोई विकल्प नहीं होने के कारण इन टंकियों से पानी पीने को मजबूर है।

मंडी सचिव का कहना, हमने खुलवाएं प्याऊ

मंडी सचिव एस के परते का कहना है कि मंडी में आने वाले किसान और मजदूरों को पानी की व्यवस्था के लिए प्याऊ खुलवाए गए है। तीन अलग-अलग जगहों पर पानी की टंकियां रखी गई है।

Created On :   4 April 2024 4:09 AM GMT

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