बड़ी कार्रवाई: इजराइली सेना ने गाजा जा रही कई नौकाओं को बीच समुद्र में रोका, नौकाओं में ग्रेटा थनबर्ग और हमास समर्थित एक पाक सांसद मौजूद

इजराइली सेना ने गाजा जा रही कई नौकाओं को बीच समुद्र में रोका, नौकाओं में ग्रेटा थनबर्ग और हमास समर्थित एक पाक सांसद मौजूद

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। इजराइली सेना ने गाजा जा रही कई नौकाओं को बीच समुद्र में रोका, इन नौकाओं में विदेशी एक्टिविस्ट और राहत सामग्री गाजा जा रही थी। हालफिलहाल नौकाओं को इजराइली सेना अपने बंदरगाह ले गए।

खबरों से मिली जानकारी के अनुसार फ्लोटिला ने टेलीग्राम पर कई वीडियो साझा करते हुए जानकारी दी कि नौकाओं में सवार यात्रियों ने अपने पासपोर्ट दिखाते हुए कहा कि उन्हें जबरन इजराइल ले जाया गया है, जबकि उनका मिशन पूरी तरह से 'अहिंसक और मानवीय' था। भूमध्य सागर के रास्ते आगे बढ़ रहे फ्लोटिला ने पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींचा। तुर्की, स्पेन और इटली जैसे देशों ने भी अपनी नौकाएं और ड्रोन भेजे ताकि जरूरत पड़ने पर अपने नागरिकों की मदद की जा सकें। इसी बीच इजराइली सेना ने चेतावनी देते हुए नावें वापस लौटने को कहा। फ्लोटिला पर इजराइली सेना की कार्रवाई को तुर्की के विदेश मंत्रालय ने 'हमले' और 'आतंकी कृत्य' कहा है। तुर्की ने कहा है कि निर्दोष नागरिकों की जान को जोखिम में डाल दिया है। इटली में इजराइली कार्रवाई के खिलाफ प्रदर्शन भड़क उठे हैं।

इजराइल विदेश मंत्रालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (X) पर कहा, 'हमास-सुमूद फ्लोटिला की कई नौकाओं को सुरक्षित रूप से रोका गया है और उनके यात्रियों को इजराइल के बंदरगाह ले जाया जा रहा है। ग्रेटा और उनके साथी सुरक्षित और स्वस्थ हैं। ग्लोबल सुमूद फ्लोटिला' (Global Sumud Flotilla) के नाम से चल रहे इस अभियान में दवाइयां और खाना गाजा भेजा जा रहा था। इसमें 40 से अधिक नागरिक नावें शामिल थीं, जिनमें करीब 500 सांसद, वकील और सामाजिक कार्यकर्ता सवार थे।

समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक इजराइली विदेश मंत्रालय ने जानकारी दी है कि गाजा जा रही इन नौकाओं में स्वीडिश जलवायु एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग, हमास समर्थित पाकिस्तानी पूर्व सांसद मुश्ताक अहमद खान मौजूद था। इजराइली सेना ने फ्लोटिला में सवार 37 देशों के 200 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया है। सबसे अधिक चर्चित चेहरा ग्रेटा थनबर्ग का है। वह डेक पर बैठी है,और उनके चारों तरफ सैनिक है।

इजराइली सेना की नौकाओं को रोकने और उन्हें अपने बंदरगाह ले जाने की कार्रवाई से वह विरोध प्रदर्शन फीका पड़ गया, जो गाजा की नाकाबंदी के खिलाफ पूरी दुनिया में चर्चित था।


Created On :   2 Oct 2025 10:31 AM IST

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