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- Forgetting his wife in the dark night, the husband went 160 kilometers ahead, had to do this work on his return
अजब-गजब : अंधेरी रात में अपनी बीवी को भूलकर 160 किलोमीटर आगे निकला पति, वापस आने पर करना पड़ा ये काम

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पति और पत्नी का रिश्ता बहुत ही पवित्र होता है। हालांकि, बीच-बीच में मीठी और प्यारी सी नोंक-झोंक होना भी जरूरी है। लेकिन ये कभी इतना नहीं बढ़ना चाहिए जो दोनों के रिश्ते में दरार ही आ जाए और दोनों अलग ही जाए। लेकिन थाईलैंड से एक ऐसा मामला सामना आया है, जहां ना नोंक-झोंक हुई और ना ही कोई झगड़ा लेकिन फिर भी पति अपनी पत्नी को आधी रात में बीच जंगल में छोड़कर आगे निकल गया। हालांकि, छोड़कर जाना यहां गलत शब्द हो सकता है इसलिए कह सकते है कि वह शख्स अपनी पत्नी को सड़क पर ही भूल गया। अब आप यह सोच रहे होंगे कि कोई अपनी पत्नी को इतनी रात में कैसे भूल सकता है, तो आइये हम आपको बताते है कि पूरा किस्सा आखिर है क्या।
यह अजीबो-गरीब मामला थाईलैंड का है, जहां पर एक पति बीच सड़क पर ही अपनी पत्नी को छोड़कर 160 किलोमीटर आगे निकल गया और उसकी पत्नी को रात में मदद के लिए 20 किलोमीटर पैदल चलना पड़ा। दरअसल, ये दोनों पति पत्नी छुट्टियां मनाने गए थे रविवार को महा सरखम प्रांत में स्थित अपने होमटाउन गए थे। इसके बाद 55 वर्षीय बूंटोम चाईमून अपनी 49 साल की पत्नी एमुनाए चाईमून के साथ बिताने के बाद वापस लौट रहे थे, लेकिन रास्ते में बूंटोम को टॉयलेट जाने की जरूरत पड़ी।
इस दौरान उन्होंने अपनी कार किनारे लगाई, लेकिन देखा कि आसपास कोई भी टॉयलेट मौजूद नहीं था। इस बीच महिला ने भी सोचा कि जब गाड़ी रुक गई है तो क्यों न वह भी फ्रेश हो जाए। इसकी वजह से महिला भी कार से बाहर निकली और फ्रेश होने के लिए जंगल की तरफ चली गई।
इस दौरान महिला के पति ने उसे कार से बाहर जाते नहीं देखा और जब वह वापस आया तो उसने सोचा कि उसकी पत्नी शायद पीछे की सीट पर बैठी होगी। इसलिए वह कार लेकर निकल गया लेकिन जब महिला वापस आई तो उसे ना अपना पति दिखा और ना ही अपनी कार।
अब वह सड़क पर अकेले रह गई। लेकिन इस बीच जो सबसे चौंकाने वाली यह थी कि महिला के पास न उसका मोबाइल था और न ही पर्स। अंधेरा हो चुका था जिसकी वजह से महिला डरी हुई थी। इसलिए उसने मदद लेने का फैसला किया और वह पैदल ही निकल पड़ी। इसके बाद महिला 20 किलोमीटर पैदल चली और सुबह करीब पांच बजे काबिनबुरी जिले में स्थानीय पुलिस स्टेशन पहुंची और अपने साथ बीती पूरी कहानी बताई।
महिला को अपने पति का मोबाइल नंबर भी याद नहीं था और अपना मोबाइल वह कार में भूल गई थी। इसलिए महिला ने अपने ही फोन नंबर पर पुलिस से कई बार कॉल करवाई, लेकिन पति ने कॉल नहीं उठाया। लेकिन पुलिस द्वारा किए गए प्रयासों के चलते महिला सुबह आठ बजे अपने पति से संपर्क करने में सफल हुई। जब पति को अहसास हुआ कि उसकी पत्नी पीछे छूट गई है तब तक वह काफी दूर लगभग 160 किलोमीटर आ चुका था। इसके बाद पति अपनी पत्नी को वापस लेने आया। बूंटोम चाईमून नाम के शख्स को अपने किए पर बहुत पछतावा हुआ और उसने इसके लिए अपनी पत्नी से माफी भी मांगी।
रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय: वेस्ट जोन इंटर यूनिवर्सिटी क्रिकेट टूर्नामेंट का पहला मैच रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय ने 4 रनों से जीत लिया
डिजिटल डेस्क, भोपाल। रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय के स्पोर्ट ऑफिसर श्री सतीश अहिरवार ने बताया कि राजस्थान के सीकर में वेस्ट जोन इंटर यूनिवर्सिटी क्रिकेट टूर्नामेंट का आज पहला मैच आरएनटीयू ने 4 रनों से जीत लिया। आज आरएनटीयू विरुद्ध जीवाजी यूनिवर्सिटी ग्वालियर के मध्य मुकाबला हुआ। आरएनटीयू ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। आरएनटीयू के बल्लेबाज अनुज ने 24 बॉल पर 20 रन, सागर ने 12 गेंद पर 17 रन और नवीन ने 17 गेंद पर 23 रन की मदद से 17 ओवर में 95 रन का लक्ष्य रखा। लक्ष्य का पीछा करने उतरी जीवाजी यूनिवर्सिटी की टीम निर्धारित 20 ओवर में 91 रन ही बना सकी। आरएनटीयू के गेंदबाज दीपक चौहान ने 4 ओवर में 14 रन देकर 3 विकेट, संजय मानिक ने 4 ओवर में 15 रन देकर 2 विकेट और विशाल ने 3 ओवर में 27 रन देकर 2 विकेट झटके। मैन ऑफ द मैच आरएनटीयू के दीपक चौहान को दिया गया। आरएनटीयू के टीम के कोच नितिन धवन और मैनेजर राहुल शिंदे की अगुवाई में टीम अपना श्रेष्ठ प्रदर्शन कर रही है।
विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. ब्रह्म प्रकाश पेठिया, कुलसचिव डॉ. विजय सिंह ने खिलाड़ियों को जीत की बधाई और अगले मैच की शुभकामनाएं दीं।
आईसेक्ट ग्रुप भोपाल: आईसेक्ट द्वारा ग्लोबल पर्सनल डेवलपमेंट विषय पर विशेष ट्रेनिंग सेशन आयोजित
डिजिटल डेस्क, भोपाल। आईसेक्ट के एचआर एवं लर्निंग एंड डेवलपमेंट डिपार्टमेंट द्वारा एम्पलॉइज के लिए ग्लोबल पर्सनल डेवलपमेंट पर एक विशेष ट्रेनिंग सेशन का आयोजन किया गया। इसमें यूनाइटेड किंगडम के कॉर्पोरेट इंटरनेशनल ट्रेनर जुबेर अली द्वारा प्रशिक्षण प्रदान किया गया। जिसमें उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों को अपने अनुभवों, डेमोंस्ट्रेशन, वीडियो, स्लाइड शो के माध्यम से नई स्किल्स को प्राप्त करने और अपनी पर्सनेलिटी को बेहतर बनाने के तरीके बताए। साथ ही उन्होंने पर्सनेलिटी डेवलपमेंट और अपस्किलिंग के महत्व पर बात की और बताया कि करियर ग्रोथ के लिए यह कितना आवश्यक है। इस दौरान उन्होंने सफलता के लिए नौ सक्सेस मंत्र भी दिए। इस दौरान कार्यक्रम में एचआर कंसल्टेंट डी.सी मसूरकर और अल नूर ट्रस्ट के सदस्य उपस्थित रहे।
इस पहल पर बात करते हुए आईसेक्ट के निदेशक सिद्धार्थ चतुर्वेदी ने कहा कि आईसेक्ट कौशल विकास के महत्व को समझता है इसी कारण अपने एम्पलॉइज की अपस्किलिंग के लिए लगातार विभिन्न प्रशिक्षण सेशन का आयोजन करता है। इसी कड़ी में ग्लोबल पर्सनेल डेवलपमेंट पर यह ट्रेनिंग सेशन भी एक कदम है।
स्कोप कैम्पस: खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 की मशाल रैली भीमबेटका, ओबेदुल्लागंज, मंडीदीप, भोजपुर होते हुए पहुंची रबीन्द्रनाथ नाथ टैगोर विश्वविद्यालय और स्कोप कैम्पस
डिजिटल डेस्क, भोपाल। रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय और खेल एवं युवा कल्याण विभाग रायसेन के संयुक्त तत्वावधान में खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 की मशाल रैली आयोजित की गई। यह यात्रा होशंगाबाद से पर्वतारोही भगवान सिंह भीमबेटका लेकर पहुंचे। फिर भीमबेटका से रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय ने मशाल लेकर ओबेदुल्लागंज की ओर प्रस्थान किया। ओबेदुल्लागंज में रैली का स्वागत किया गया। साथ ही ओबेदुल्लागंज में मशाल यात्रा को विभिन्न स्थानों पर घुमाया गया। तत्पश्चात यात्रा ने मंडीदीप की ओर प्रस्थान किया। मंडीदीप में यात्रा का स्वागत माननीय श्री सुरेंद्र पटवा जी, भोजपुर विधायक ने किया। अपने वक्तव्य में उन्होंने खेलों को बढ़ावा देने के लिए मप्र सरकार द्वारा की जा रही पहलों की जानकारी दी और युवाओं को खेलों को जीवन में अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया। इसके अलावा खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 में खिलाड़ियों को जीत के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने खेलों इंडिया यूथ गेम्स के आयोजन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के प्रयासों को रेखांकित किया।
साथ ही कार्यक्रम में रायसेन के डिस्ट्रिक्ट स्पोर्ट्स ऑफिसर श्री जलज चतुर्वेदी ने मंच से संबोधित करते हुए कहा कि खेलों को बढ़ावा देने के लिए सरकार की विभिन्न गतिविधियों पर प्रकाश डाला और खेलों इंडिया यूथ गेम्स के खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दीं। यहां से धावकों ने मशाल को संभाला और दौड़ते हुए भोजपुर मंदिर तक पहुंचे। मंदिर से फिर यात्रा रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय तक पहुंचती और यहां यात्रा का डीन एकेडमिक डॉ. संजीव गुप्ता द्वारा और उपकुलसचिव श्री समीर चौधरी, उपकुलसचिव अनिल तिवारी, उपकुलसचिव ऋत्विक चौबे और स्पोर्ट्स ऑफिसर सतीश अहिरवार द्वारा भव्य स्वागत किया जाता है। मशाल का विश्वविद्यालय में भी भ्रमण कराया गया। यहां से यात्रा स्कोप कैम्पस की ओर प्रस्थान करती है। स्कोप कैम्पस में स्कोप इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. डी.एस. राघव और सेक्ट कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. सत्येंद्र खरे ने स्वागत किया और संबोधित किया। यहां से मशाल को खेल एवं युवा कल्याण विभाग के उपसंचालक जोश चाको को सौंपा गया।