अजब गजब: कभी सोचा है कि आम का नाम क्यों है 'लंगड़ा'? चलिए जानते हैं इसके पीछे का कारण

कभी सोचा है कि आम का नाम क्यों है लंगड़ा? चलिए जानते हैं इसके पीछे का कारण
  • आम की भी होती हैं कई प्रजातियां
  • आम की प्रजातियों में एक नाम है 'लंगड़ा आम'
  • लंगड़ा आम के नाम के पीछे का जानें सच

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश में कई तरह के आम मिलते हैं और मौसम के हिसाब से आमों की प्रजातियां भी अलग-अलग होती हैं। ऐसे ही यूपी के सहारनपुर जनपद को मैंगो बेल्ट के नाम से जाना जाता है। यहां पर आम की ढेरों प्रजातियां देखने को मिलती हैं। इन प्रजातियों में एक नाम ऐसा है, जिसको सहारनपुर की पहचान कहा जाता है। हम बात कर रहे हैं 'लंगड़ा आम' की। लेकिन क्या आप जानते हैं कि उस आम का नाम 'लंगड़ा' क्यों है? अगर आप भी इसके बारे में नहीं जानते हैं, तो चलिए इसके नाम के पीछे की हिस्ट्री को जानते हैं।

क्यों पड़ा आम का नाम 'लंगड़ा'?

बता दें, इस लंगड़ा आम को बनारसी लंगड़ा आम भी कहा जाता है। करीब 200-300 साल पहले बनारस में एक पुजारी थे, जिसने इस आम के पेड़ को उगाया था। ये आम अपनी खास सुगंध और स्वाद के लिए काफी फेमस है। साथ ही ये पकने के बाद भी बाहर से हरे रंग का ही दिखता है। सहारनपुर में लंगड़ा आम की बड़ी संख्या में खेती होती है और यहां से विश्वभर में आमों को भेजा जाता है।

वहीं, लोगों का कहना है कि इस 'लंगड़ा आम' का इतिहास काफी पुराना है। ऐसा माना जाता है कि, बनारस के एक प्राचीन शिव मंदिर में एक पुजारी रहते थे, जो कि लंगड़े थे। लोग उनको 'लंगड़ा पुजारी' के नाम से जानते थे। पुजारी ने अपने आश्रम में आम का पेड़ का लगा रखा था। जब आसपास के बच्चे उस पेड़ पर लगे आमों को तोड़ते थे तो वो लंगड़ा पुजारी उन बच्चों के पीछे डंडा लेकर दौड़ना शुरू कर देते थे। ये बात पूरे शहर में फैल गई और फिर वहां के राजा के पास ये मामला पहुंचा। इसके बाद राजा ने भी वहां से आम मंगवाया और उसको खाया, देखा, परखा। राजा को इतना ज्यादा पसंद आया कि, उसने आम का नाम 'लंगड़ा आम' रख दिया था।

Created On :   21 Jun 2025 5:28 PM IST

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