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सैंडआर्ट : पुरी में सुदर्शन पटनायक ने रेत पर बनाई भगवान जगन्नाथ की कलाकृति
डिजिटल डेस्क, ओडिशा। जगन्नाथ रथ यात्रा भारत के सबसे बड़े और व्यापक रूप से मनाए जाने वाले त्योहारों में से एक है। इसके के चलते ओडिशा के पुरी और गुजरात के अहमदाबाद में आज भगवान जगन्नाथ की भव्य रथयात्रा निकाली जा रही है। अहमदाबाद में मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने सोने की झाड़ू लगाकर सुबह सात बजे रथयात्रा को रवाना कर दिया है। हजारों भक्त यात्रा प्रक्रिया में भाग ले रहे है। वहीं भक्त भगवान जगन्नाथ के आशीर्वाद लेने पुरी के जगन्नाथ मंदिर भी पहुंच रहे है। इस दिन को विश्व प्रख्यात रेत कलाकार सुदर्शन पटनायक ने भी खास बना दिया।
My SandArt of the Lord #Jagannath and his greatest devotee, Salabega for the pious occasion of #RathaJatra at #Puri. pic.twitter.com/TQGT0ejGPi
— Sudarsan Pattnaik (@sudarsansand) July 13, 2018
सुदर्शन पटनायक ने पूरी बीच पर रेत की कलाकृति से भगवान जगन्नाथ का रथ तैयार किया है। रेत से भगवान जगन्नाथ की आकृति के साथ ही तीन रथ भी तैयार किए गए है। उनकी ये कलाकृति बेहद ही आकर्षित लग रही है।
#JaiJagannath Wishing you all Happy #RathYatra . May Lord bless all . My SandArt at #Puri Beach in Odisha pic.twitter.com/rZOi0rR2ff
— Sudarsan Pattnaik (@sudarsansand) July 14, 2018
सुदर्शन पटनायक हर साल रथयात्रा से संबंधित कलाकृति बनाते है। इससे पहले सुदर्शन पटनायक ने पुरी तट पर भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा के लिए करीब 100 रथ बनाए थे। पटनायक और उनकी टीम ने इन 100 आकृतियों को 3 दिन 20 घंटे में बनाया था।
पद्म श्री से सम्मानित पटनायक ने लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज किया है। वह हर साल रथयात्रा से संबंधित कलाकृति बनाते हैं।
इस यात्रा का विशेष महत्व
साल में एक बार निकलने वाली इस रथ यात्रा का देश और दुनिया के लिए विशेष महत्व है। चार धाम में से एक माना जाने वाला भगवान जगन्नाथ का मंदिर ओडिशा राज्य के तटवर्ती शहर पुरी में स्थित हैं। इस मंदिर में भगवान जगन्नाथ के साथ ही भगवान बलराम और देवी सुभद्रा की मूर्ति है जो कि विश्वभर में प्रसिद्ध हैं। पुरी के मंदिर का यह भव्य रूप 7वीं सदी में निर्मित किया गया। भारत के चार पवित्र धामों में से एक पुरी के 800 साल पुराने मुख्य मंदिर में योगेश्वर श्रीकृष्ण जगन्नाथ रूप में विराजते हैं।
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डिजिटल डेस्क, जबलपुर। किसी के लिए भी प्रॉपर्टी खरीदना जीवन के महत्वपूर्ण कामों में से एक होता है। आप सारी जमा पूंजी और कर्ज लेकर अपने सपनों के घर को खरीदते हैं। इसलिए यह जरूरी है कि इसमें इतनी ही सावधानी बरती जाय जिससे कि आपकी मेहनत की कमाई को कोई चट ना कर सके। प्रॉपर्टी की कोई भी डील करने से पहले पूरा रिसर्च वर्क होना चाहिए। हर कागजात को सावधानी से चेक करने के बाद ही डील पर आगे बढ़ना चाहिए। हालांकि कई बार हमें मालूम नहीं होता कि सही और सटीक जानकारी कहा से मिलेगी। इसमें bhaskarproperty.com आपकी मदद कर सकता है।
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ध्यान रखें की प्रॉपर्टी RERA अप्रूव्ड हो
कोई भी प्रॉपर्टी खरीदने से पहले इस बात का ध्यान रखे कि वो भारतीय रियल एस्टेट इंडस्ट्री के रेगुलेटर RERA से अप्रूव्ड हो। रियल एस्टेट रेगुलेशन एंड डेवेलपमेंट एक्ट, 2016 (RERA) को भारतीय संसद ने पास किया था। RERA का मकसद प्रॉपर्टी खरीदारों के हितों की रक्षा करना और रियल एस्टेट सेक्टर में निवेश को बढ़ावा देना है। राज्य सभा ने RERA को 10 मार्च और लोकसभा ने 15 मार्च, 2016 को किया था। 1 मई, 2016 को यह लागू हो गया। 92 में से 59 सेक्शंस 1 मई, 2016 और बाकी 1 मई, 2017 को अस्तित्व में आए। 6 महीने के भीतर केंद्र व राज्य सरकारों को अपने नियमों को केंद्रीय कानून के तहत नोटिफाई करना था।