पाटबाबा की पहाड़ी पर मीठा खाकर बीमार हो रहे मोर

पाटबाबा की पहाड़ी पर मीठा खाकर बीमार हो रहे मोर

Bhaskar Hindi
Update: 2021-04-05 08:38 GMT
पाटबाबा की पहाड़ी पर मीठा खाकर बीमार हो रहे मोर

चर्म रोग के साथ लीवर में पाया गया इंफेक्शन, राष्ट्रीय पक्षी की सुरक्षा को लेकर बेफिक्र है वन विभाग का अमला
डिजिटल डेस्क जबलपुर ।
जीसीएफ इस्टेट स्थित पाटबाबा मंदिर की पहाडिय़ों पर बसेरा कर रहे मोरों का अस्तित्व खतरे में हैं। इस बात का खुलासा यहाँ  अचेत हालत में पड़े मिले कुछ मोरों की जाँच में हुआ है। विशेषज्ञों की मानें तो इन मोरों के लीवर में इंफेक्शन पाया गया है। मंदिर पहुँचने वाले दर्शनार्थियों द्वारा इन्हें दी जाने वाली मिठाइयाँ और ऑइल बेस्ड चीजें भी इस इंफेक्शन का एक कारण हो सकती हैं। पक्षी प्रेमी इस समस्या से चिंतित हैं और उन्होंने मोरों का प्राथमिक उपचार भी कराया है, लेकिन राष्ट्रीय पक्षी की सुरक्षा को लेकर वन विभाग की फौज पूरी तरह बेफिक्र नजर आ रही है।
टॉवर में फँसा मोर 
शनिवार को पाटबाबा मंदिर के पास एमपीईबी के सोलर प्लांट के पास एक टॉवर में एक मोर अचानक फँस गया। मंदिर के पुजारियों की सूचना पर सर्प विशेषज्ञ हरेन्द्र शर्मा ने वहाँ पहुँचकर मोर को टॉवर से सुरक्षित निकाला और प्राथमिक इलाज देकर उसे दोबारा जंगल में छोड़ा।
तेंदुए ने किया स्ट्रीट डॉग का शिकार 
एमपीईबी नयागाँव स्थित आईटी पार्क के पास रविवार की सुबह करीब 5 बजे झाडिय़ों के बीच से एक तेंदुआ तेजी से निकला और सड़क पर घूम रहे स्ट्रीट डॉग को जबड़ों में दबोचकर जंगल में ले गया। तेंदुए का नयागाँव में एक बार फिर मूवमेंट होने से लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है।
खेत और हाईवे तक पहुँच रहे वन्य प्राणियों के झुण्ड 
बाँधवगढ़ और कटनी के जंगलों में आग लगने के बाद जबलपुर सीमा के जंगलों में पहुँचे वन्य प्राणियों के झुण्ड सिहोरा के कई गाँवों के साथ कटनी-जबलपुर स्थित एनएच-7 में भी देखे गए हैं। जंगली जानवरों ने खेतों में घुसकर फसलों को नुकसान पहुँचाया। इसी वजह से एनएच-7 के कई हिस्सों में जाम के हालात भी निर्मित हुए। 

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