शहडोल जिले के ग्राम लालपुर में बिरसा मुंडा की जयंती पर आयोजित जनजातीय गौरव दिवस समारोह में शामिल हुईं राष्ट्रपति 

15 नवंबर से मध्यप्रदेश में लागू हुआ पेसा एक्ट शहडोल जिले के ग्राम लालपुर में बिरसा मुंडा की जयंती पर आयोजित जनजातीय गौरव दिवस समारोह में शामिल हुईं राष्ट्रपति 

Safal Upadhyay
Update: 2022-11-15 14:33 GMT
शहडोल जिले के ग्राम लालपुर में बिरसा मुंडा की जयंती पर आयोजित जनजातीय गौरव दिवस समारोह में शामिल हुईं राष्ट्रपति 
हाईलाइट
  • राष्ट्रपति की मौजूदगी में 15 नवंबर से मध्यप्रदेश में लागू हुआ पेसा एक्ट

डिजिटल डेस्क,शहडोल। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने शहडोल जिले के ग्राम लालपुर में बिरसा मुंडा की जयंती पर आयोजित जनजातीय गौरव दिवस समारोह में कहा कि मध्यप्रदेश में पेसा एक्ट का प्रभावी रूप से क्रियान्वयन करें, इससे जनजातीय समाज को विकास के नये अवसर और अधिकार मिलेंगे। ग्राम सभा के माध्यम से शिक्षा, स्वास्थ्य, ग्रामीण विकास, जल प्रबंधन जैसे कार्य हो सकेंगे। यह कानून आदिवासियों की संस्कृति और परंपराओं के संरक्षण में भी मददगार साबित होगा।

राष्ट्रपति ने कहा कि मैंने आज भगवान बिरसा मुंडा की जन्मभूमि (उलिहातू गांव झारखंड) को प्रणाम करके तथा लालपुर में जनजातीय गौरव दिवस में शामिल होकर प्रसन्नता का अनुभव किया है। मध्यप्रदेश में केन्द्र सरकार की जनजातियों के कल्याण की योजनाओं को बहुत प्रभावी तरीके से लागू किया गया है। प्रदेश में जनजातियों के कल्याण के सराहनीय प्रयास किये जा रहे हैं। मध्यप्रदेश में रानी दुर्गावती, राजा शंकर शाह, टंट्या भील, भगवान बिरसा मुंडा जैसे आदिवासी वीरों और जननायकों का सम्मान करके जनजातियों को गौरान्वित किया है। इसके लिए मैं राज्यपाल और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को बधाई देती हूं। राष्ट्रपति ने कहा कि आदिवासियों का बैगा समुदाय जड़ी बूटियों की चिकित्सा में प्रवीण है।

इस समुदाय ने कई असाध्य रोगों का उपचार किया है। बैगा जनजाति के उपचार पद्वति को संरक्षित किया जाएगा। केन्द्र सरकार एकलव्य विद्यालयों की संख्या में तेजी से वृद्धि करके आदिवासी बच्चों को बेहतर शिक्षा के अवसर दे रही है। समारोह में राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा कि मध्यप्रदेश बहुरंगी जनजातीय संस्कृति का प्रदेश है। मध्यप्रदेश में देश की प्रथम जनजातीय राष्ट्रपति का स्वागत करते हुए हमें गौरव का अनुभव हो रहा है। भगवान बिरसा मुंडा ने हमारा देश, हमारा राज्य का नारा बुंलद किया था। स्वराज की इस परिकल्पना को पेसा एक्ट के माध्यम से पूरा किया जाएगा।

पेसा एक्ट के प्रचार-प्रसार के लिए 20 नवंबर से चलेगा अभियान: मुख्यमंत्री 

प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौंहान ने कहा कि आज शहडोल की पावन भूमि में देश के राष्ट्रपति का आगमन हुआ है, यह हम सबके लिए ऐतिहासिक दिन है। भगवान बिरसा मुंडा की जयंती शोषण के विरूद्ध आवाज बुलंद करने का दिन है। मुख्यमंत्री ने पेसा एक्ट के नवीन प्रावधानों की विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि पेसा एक्ट के प्रचार-प्रसार के लिए 20 नवंबर से 4 दिसंबर तक पूरे प्रदेश में विशेष अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने कहा आज का दिन नवीन पेसा एक्ट को लागू करने का ऐतिहासिक दिन है। सीएम ने राष्ट्रपति के सम्मान में कहा कि आपने देश के सर्वोच्च पद पर पहुंचकर जनजातियों का गौरव बढ़ाया है।
- समारोह में महामहिम राष्ट्रपति का आदिवासी लोक कलाकारों द्वारा जनजातीय पारम्परिक नृत्य से स्वागत किया गया। 
- मंच पर पहुंचने से पहले राष्ट्रपति ने अलग-अलग जिले से आए एक जिला-एक उत्पाद की प्रदर्शनी का अवलोकन किया। जनजातीय विद्यार्थियों से भेंट की। 
- गौरव दिवस पर आयोजित जनजातीय सम्मेलन समारोह का शुभारंभ मुख्य अतिथि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने किया। उन्होंने भगवान बिरसा मुंडा के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उनको नमन किया। 
- मंच पर राष्ट्रपति ने समारोह में पेसा एक्ट की नवीन पुस्तिका तथा सबका स्वास्थ्य पुस्तिका का विमोचन किया। 
- राष्ट्रपति ने कहा समारोह में उपस्थित अपार जन समुदाय, आप सबके विशेष स्नेह का प्रतीक है। मध्यप्रदेश मालवा, बुंदेलखंड, महाकौशल सहित पूरे प्रदेश की संस्कृति का समावेश जनजातीय संस्कृति में है। 
- जनजातीय सम्मेलन में केन्द्रीय इस्पात राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते तथा जनजातीय कार्य मंत्री अर्जुन मुंडा ने भी अपने विचार व्यक्त किये। 
 

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