अमेरिका : गणतंत्र दिवस पर सीएए, एनआरसी, एनपीआर के खिलाफ भारतवंशी समुदाय का प्रदर्शन

अमेरिका : गणतंत्र दिवस पर सीएए, एनआरसी, एनपीआर के खिलाफ भारतवंशी समुदाय का प्रदर्शन

IANS News
Update: 2020-01-27 11:01 GMT
अमेरिका : गणतंत्र दिवस पर सीएए, एनआरसी, एनपीआर के खिलाफ भारतवंशी समुदाय का प्रदर्शन
हाईलाइट
  • अमेरिका : गणतंत्र दिवस पर सीएए
  • एनआरसी
  • एनपीआर के खिलाफ भारतवंशी समुदाय का प्रदर्शन

लॉस एंजेलिस, 27 जनवरी (आईएएनएस)। भारतवंशी समुदाय के सैकड़ों लोग भारत के गणतंत्र दिवस के अवसर पर विवादास्पद नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए), राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने के लिए कैलिफोर्निया में सड़कों पर उतरे।

इंडिका न्यूज के अनुसार, लॉस एंजेलिस से लगभग 19 मील दूर आर्टेशिया शहर में रविवार को विरोध जुलूस निकाला गया।

रैली में भाग लेने वाले कैलटेक के एक रिसर्च स्कॉलर राजशिक तरफदर ने कहा, यदि सुप्रीम कोर्ट भी सरकार के पक्ष में हो, तो भी मैं भारत और विदेशों में रहने वाले सभी भारतीय लोगों को सच के पक्ष में खड़ा होने और प्रतिरोध करने के लिए प्रोत्साहित करता हूं। कानूनी हो या नहीं, सीएए और एनआरसी को संविधान की भावना को बनाए रखने के लिए निरस्त किया जाना चाहिए।

आर्टेशिया में हुई रैली अमेरिका के कई हिस्सों में नेशनल डे ऑफ एक्शन के हिस्से के रूप में थी। डेकाटुर, इलिनोइस से लेकर वाल्थम, मेसाचुसेट्स तक में रैलियां हुईं।

रविवार की रैली के आयोजकों में से एक प्रेरणा चावला ने कहा कि दिसंबर में एलए सिटी हॉल में पहले विरोध प्रदर्शन के बाद, हम सीएए और एनआरसी के खिलाफ लड़ना चाहते थे और अपना विरोध आर्टेशिया तक ले जाने का फैसला किया।

उन्होंने कहा, हम भारत भर के सभी प्रदर्शनकारियों के साथ एकजुटता से खड़े हैं, जो धमकी और अत्याचार के बाद भी उस चीज के लिए डटे हैं, जिसमें वे यकीन करते हैं।

इंडिका न्यूज के मुताबिक, दिसंबर 2019 में भारत में सीएए पारित होने के बाद, देश-विदेश में प्रदर्शन होते रहे हैं। यह कानून अफगानिस्तान, पाकिस्तान और बांग्लादेश से आए गैर-मुस्लिम शरणार्थियों को नागरिकता का अधिकार देता है, जिन्होंने 2014 से पहले भारत में शरण ली है।

रैली में भाग लेने के लिए अटलांटा से आए अली मुजफ्फर ने कहा कि वे आने वाले सप्ताहांत में इसके खिलाफ अपनी आवाज उठाने के लिए सैन फ्रांसिस्को जा रहे हैं।

इस बीच, एलजीबीटीक्यू प्लस के कार्यकर्ता और एक आयोजक बिलाल हुसैन ने कहा कि हालांकि भारत में इन मामलों की वर्तमान स्थिति खतरनाक है, लेकिन विभिन्न समुदाय के लोगों को एकजुट खड़ा देखकर उम्मीद जगती है।

रैली का समापन भारतीय राष्ट्रगान गाकर किया गया।

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