जानिए सारा लखानी के बारे में जिन्होंने प्लास्टिक वेस्ट कि समस्या को खत्म करने के लिए बढ़ाया कदम, प्लास्टिक वेस्ट से बना रही हैं फैशनेबल कपड़े

वेस्ट से बेस्ट जानिए सारा लखानी के बारे में जिन्होंने प्लास्टिक वेस्ट कि समस्या को खत्म करने के लिए बढ़ाया कदम, प्लास्टिक वेस्ट से बना रही हैं फैशनेबल कपड़े

Shiv Pathak
Update: 2023-03-27 15:54 GMT
जानिए सारा लखानी के बारे में जिन्होंने प्लास्टिक वेस्ट कि समस्या को खत्म करने के लिए बढ़ाया कदम, प्लास्टिक वेस्ट से बना रही हैं फैशनेबल कपड़े

डिजिटल डेस्क, मुंबई। महाराष्ट्र के एक छोटे से शहर गढ़चिरौली की रहने वाली सारा लखानी ने देश को प्लास्टिक मुक्त बनाने का जिम्मा अपने ऊपर उठा लिया है। सारा की उम्र सिर्फ 22 साल है और वह देश को प्लास्टिक मुक्त बनाने के मिशन पर काम कर रही है। वह इस मिशन में सफल भी हो रही हैं। उन्होंने अपने इस मिशन में प्लास्टिक वेस्ट को एक खूबसूरत एंब्रॉयडरी में बदल दिया है। वह प्लास्टिक वेस्ट से धागा बनाने का काम करती है फिर इस धागे को एंब्रॉयडरी की तरह इस्तेमाल करके फैशनेबल कपड़े बनाती हैं। उन्होंने छोटी सी उम्र में ही वेस्ट पॉलिथीन बैग से धागा बनाने का काम करना शुरू कर दिया था। सारा को बचपन से ही प्रकृति और पेड़ों से खास लगाव है। उनके पिता फार्मास्‍यूटिकल्‍स फील्‍ड से थे और उनके पिता का ब‍िजनेस भी है। सारा ने देखा कि उनके पिता के फार्मास्‍यूटिकल्‍स फील्ड में कितना प्लास्टिक वेस्ट जनरेट होता है जिससे पर्यावरण कोकितना  ज्यादा नुकसान होता है। जिसके बाद उन्होंने देश को प्लास्टिक मुक्त बनाने का फैसला कर लिया था। जब उन्हें अपने कपड़ों के कलेक्शन और डिजाइनिंग की बारी आई तो सारा ने अपना आइडिया आजमाया और उसके बाद सारा प्लास्टिक वेस्ट को एंब्रॉयडरी में बदलकर फैशनेबल कपड़े बनाने लगी।

प्लास्टिक वेस्ट बना देश की बड़ी समस्या

प्लास्टिक वेस्ट दुनिया की बड़ी समस्याओं में से एक है जो भारत में भी काफी हद तक बढ़ चुका है। देश के 25 राज्यों में सिंगल यूज प्लास्टिक बैन कर दिये गए हैं। भारत में हर साल करीब 34 लाख टन प्लास्टिक कचरा पैदा होता है जिसमें से केवल 30 परसेन्ट कचरे को ही रीसाइकल किया जाता है। बाकी जो कचड़ा बचता है, वह या तो कूड़े के पहाड़ में फंसा होता है या फिर खेतों में फैलकर धरती को बंजर बना रहा है। ''इनोवेशन इन प्लास्टिक, द पोटेंशियल एंड पॉसिबिलिटीज'' नाम की जारी एक रिपोर्ट में बताया गया हैं कि बढ़ते प्लास्टिक कचरे से क्लाइमेट पर बहुत इफेक्ट हो रहा हैं। प्लास्टिक के यूज को कम करने के लिए इस रिपोर्ट ने एडवाइज दी है कि, ‘‘भारत में डंपिंग के बजाय रीसाइक्लिंग को प्रोत्साहित करने के लिए ‘लैंडफिल’ और ‘इंसिनरेशन’ जैसे टैक्स  लगाने चाहिए।’’ 

सारा का कलेक्शन हुआ लैक्मे फैशन वीक में शोकेस

''सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड'' ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि यह आंकड़ा तेजी से बढ़ रहा है। प्लास्टिक वेस्ट की समस्या को सुलझाने के लिए 22 साल की सारा लखानी ने कदम बढ़ाए और उन्होंने प्लास्टिक वेस्ट को खूबसूरत एंब्रॉयडरी में बदलने का मिशन शुरु किया। वेस्‍ट पॉलिथीन बैग से सारा लखानी अब धागा बनाती हैं और इसका इस्तेमाल काथा एंब्रॉयडरी में करती हैं। ये एंब्रॉयडरी एक खास तरह का ट्रेडीश्नल स्टाइल है। प्ल‍ास्‍टि‍क वेस्‍ट से बने उनके एंब्रॉयडरी वाले कपड़ों ने प‍िछले साल ''लैक्‍मे फैशन वीक'' में जगह बनाई और अपने कलेक्शन ''ट्रैश और ट्रेजर'' को शोकेस किया था। इस कलेक्शन को बनाने में 200 से ज्यादा पॉलीथीन बैग्स का इस्तेमाल हुआ। 

यूथ को क्या समझाना चाहती हैं सारा? 

सारा चाहती हैं कि युवा पीढ़ी समझें कि कैसे हमारी ऐक्टिविटीज पर्यावरण को नुकसान पहुंचाती हैं। ऐसे में प्लास्टिक का जितना कम यूज करें उतना अच्छा है। उनकी इच्‍छा है कि वह फैशन की फील्‍ड में प्लास्टिक वेस्ट से और भी चीजें बनाए। इसका पता लगाएं कि देश में फैशनेबल कपड़े कैसे ज्‍यादा टिकाऊ और ईको-फ्रेंडली बनाए जा सकते हैं।


 

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