गौरी लंकेश के हत्यारे की हुई पहचान, इस नेटवर्क से जुड़ा था आरोपी

गौरी लंकेश के हत्यारे की हुई पहचान, इस नेटवर्क से जुड़ा था आरोपी

Bhaskar Hindi
Update: 2018-06-15 16:21 GMT
गौरी लंकेश के हत्यारे की हुई पहचान, इस नेटवर्क से जुड़ा था आरोपी
हाईलाइट
  • गौरी लंकेश
  • गोविंद पंसारे और एमएम कलबुर्गी को गोली मारने के लिए एक ही हथियार का इस्तेमाल किया गया था।
  • पत्रकार गौरी लंकेश के हत्यारे की हुई पहचान।
  • संगठन के सदस्य कम से कम पांच राज्य मध्य प्रदेश
  • गुजरात
  • महाराष्ट्र
  • गोवा और कर्नाटक में फैले हुए हैं।

डिजिटल डेस्क, बेंगलुरु। पत्रकार गौरी लंकेश के हत्यारे की पहचान हो गई है। विशेष जांच दल (SIT) ने कहा कि परशुराम वाघमारे ने गौरी लंकेश की हत्या को अंजाम दिया था। गिरफ्तार 6 आरोपियों में से वाघमारे एक है। SIT ने ये भी खुलासा किया है कि गौरी लंकेश, गोविंद पंसारे और एमएम कलबुर्गी को गोली मारने के लिए एक ही हथियार का इस्तेमाल किया गया था। एक नेटवर्क का खुलासा हुआ है, जो कई राज्यों में फैला हुआ है। इसी सगंठन के सदस्यों ने इन वारदातों को अंजाम दिया हैं।

गोली के पिछले हिस्से में एक ही तरह का निशान
SIT के वरिष्ठ अधिकारी ने एक न्यूज एजेंसी को बताया कि फॉरेंसिक रिपोर्ट में गोरी लंकेश, गोविंद पंसारे और एमएम कलबुर्गी को मारी गई गोली के पिछले हिस्से में एक ही तरह का निशान मिला है। ये साबित करता है कि इन सब की हत्या में एक ही तरह के हथियार का इस्तेमाल किया गया है। हालांकि अब तक इस हथियार को जब्त नहीं किया जा सका है। अधिकारी ने बताया कि एक 60 सदस्यों का संगठन है जिसे दक्षिणपंथी समूहों के लोगों को शामिल कर बनाया गया है।

पांच राज्यों में फैले हैं संगठन के सदस्य
इस संगठन के सदस्य कम से कम पांच राज्य मध्य प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा और कर्नाटक में फैले हुए हैं। हालांकि इस संगठन का कोई नाम नहीं है। अधिकारी ने बताया कि सुजीत कुमार उर्फ प्रवीण गिरोह के लिए लोगों की भर्ती करता था और उसी से पूछताछ के दौरान इस नेटवर्क का भंडाफोड़ हुआ। किसी भी वारदात को अंजाम देने से पहले ये गिरोह इसका पूरा प्लान तैयार करता था। छह महीने से साल भर तक ये गिरोह अपने टार्गेट की हत्या करने में समय लगाता था। इस दौरान वह टार्गेट की जासूसी कर उनसी कमजोरी, डेली रूटीन सहित अन्य जानकारियां हासिल करता था।

एस भगवान भी थे गिरोह के निशाने पर
इस गिरोह के निशाने पर कन्नड़ लेखक एस भगवान भी थे। हत्या की साजिश लगभग अंतिम चरण में थी, लेकिन इन्हें धर दबोचा गया। बता दें कि कर्नाटक पुलिस ने हाल ही में एस भगवान की हत्या की साजिश का खुलासा किया था।

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