2019 चुनाव के लिए बीजेपी की रणनीति, कट सकती है 150 सांसदों की टिकट

2019 चुनाव के लिए बीजेपी की रणनीति, कट सकती है 150 सांसदों की टिकट

Bhaskar Hindi
Update: 2018-07-09 07:10 GMT
2019 चुनाव के लिए बीजेपी की रणनीति, कट सकती है 150 सांसदों की टिकट

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर बीजेपी ने जोर-शोर से तैयारियां तो शुरू कर दी हैं। अलग-अलग राज्यों में दौरों के साथ ही पार्टी में अंदरूनी बदलाव भी किए जा रहे हैं। चुनाव के मद्देनजर तैयार की गई बीजेपी की नई रणनीति ने पार्टी के दिग्गजों सहित करीब 150 सांसदों में खलबली बचा दी है। दरअसल एक रिपोर्ट के मुताबिक बीजेपी अगले लोकसभा चुनाव में सुषमा स्वराज, मुरली मनोहर जोशी सहित डेढ़ सौ सांसदों के टिकट काट सकती है। 

 

बीजेपी को सता रहा हार का डर

एक अखबार ने 2019 के लिए बीजेपी की रणनीति को लेकर खुलासा किया है। खबर के अनुसार 2019 चुनाव को लेकर बीजेपी को डर सता रहा है। जिसके चलते पार्टी में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है। बीजेपी विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, उमा भारती, राधा मोहन सिंह, सुमित्रा महाजन, मुरली मनोहर जोशी, करिया मुंडा, शांता कुमार और बीसी खंडूडी सहित पार्टी के 150 दिग्गजों की टिकट काट सकती है। हालांकि इनके टिकट काटने के अलग-अलग कारण बताए जा रहे हैं।  

 

 

लालकृष्ण आडवाणी के नाम का जिक्र नहीं

सुषमा स्वराज का टिकट बीमारी के नाम पर कट सकता है, जबकि मुरली मनोहर जोशी, करिया मुंडा, शांता कुमार और बीसी खंडूरी के टिकट उनकी बढ़ती उम्र के आधार पर काटे जा सकते हैं। रिपोर्ट के अनुसार केन्द्रीय मंत्री उमा भारती, कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह, लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने खुद पार्टी से कहा है कि वो अगला चुनाव नहीं लड़ना चाहते हैं। वहीं लालकृष्ण आडवाणी के नाम का कोई जिक्र नहीं है। पटना से शत्रुघ्न सिन्हा, दरभंगा से कीर्ति आजाद का नाम भी टिकट कटने वालों की सूची में है।

 

शाह ने रखा था 200 सांसदों के नाम का प्रस्ताव

जानकारी के अनुसार बीजेपी ने इस मुद्दे पर RSS के साथ भी चर्चा की है। पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने मौजूदा 200 सासंदों का टिकट काटने का प्रस्ताव रखा था, बाद में इन्हें घटाकर 150 कर दिया गया। इतना ही नहीं पार्टी "प्रधानमंत्री नमो ऐप" और कई NGO के माध्यम से सांसदों के काम का मूल्यांकन कर रही है। कई सांसदों को सही से काम करने को भी कहा गया है। बीजेपी असम, ओडिशा, प. बंगाल में सीटों को बढ़ाने का प्रयास कर रही है।

 

एमपी,यूपी और बिहार के कई दिग्गजों के नाम 

टिकट कटने की सूची में एमपी,यूपी और बिहार के कई बड़े चेहरे शामिल हैं। बिहार से कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह, यूपी से उमा भारती और मुरली मनोहर जोशी जैसे कद्दावर नेताओं के नाम सामने आए हैं। वहीं मध्य प्रदेश से लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन का नाम भी कट सकता है। एमपी में इसी साल के अंत में विधानसभा चुनाव भी होने वाले हैं।


 

एमपी से कट सकता है सुषमा स्वराज और सुमित्रा महाजन का नाम

विदेश मंत्री सुषमा स्वराज एमपी के विदिशा से, कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह बिहार के पूर्वी चंपारण से, केन्द्रीय जल संसाधन मंत्री उमा भारती उत्तर प्रदेश के झांसी से, मुरली मनोहर जोशी यूपी के कानपुर से, सुमित्रा महाजन एमपी के इंदौर से, करिया मुंडा झारखण्ड की खूंटी सीट से, बीसी खंडूरी उत्तराखंड के गढ़वाल से और शांता कुमार हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा से सांसद हैं।

 

बीजेपी की लोकसभा सीटें पहले से कम हुईं

दरअसल 2014 में हुए चुनाव के बाद से बीजेपी की लोकसभा में सीटें काफी कम हुई हैं। 2018 मार्च में यूपी की गोरखपुर और फूलपुर सीट पर हुए उपचुनाव में बीजेपी हार गई थी। मई में यूपी की कैराना, महाराष्ट्र के गोंदिया-भंडारा लोकसभा सीट पर भी बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा था। हालांकि बीजेपी ने पालघर सीट को जीत लिया था, लेकिन मध्यप्रदेश और राजस्थान में भी बीजेपी को हार मिली। 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को 282 सीटें मिली थीं, जो कि अब 272 रह गईं हैं।

 

2019 चुनाव को लेकर रणनीति में बदलाव

बीजेपी के पास अभी राजस्थान में 25 सीटें, हिमाचल में 4, दिल्ली में 7, यूपी में 80 सीटों में से 71, छत्तीसगढ़ में 11 में से 10, मध्य प्रदेश में 29 में से 27 सीटें हैं। बीजेपी को डर है इन राज्यों में पार्टी की सीटें आधी हो सकती हैं। जिसकी वजह से बीजेपी 2019 के लोकसभा चुनावों को लेकर रणनीति में बड़ा बदलाव कर रही है। 

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