तमिलनाडु : वीडियो से पुलिस हिरासत में पिता-पुत्र को यातना देने की पुष्टि
तमिलनाडु : वीडियो से पुलिस हिरासत में पिता-पुत्र को यातना देने की पुष्टि
चेन्नई, 1 अगस्त (आईएएनएस)। तमिल पत्रिका नक्खीरन द्वारा दिखाए गए एक वीडियो में पी. जयराज और उनके बेटे जे. बेनिक्स के कूल्हों की चोटें पुलिस की क्रूरता साफ बयां कर रही हैं। वीडियो पिता-पुत्र पर पुलिस अत्याचार की पुष्टि कर रहा है।
वीडियो तब लिया गया जब शवों के पोस्टमार्टम के दौरान पिता और पुत्र के शवों को कोविलपट्टी के मजिस्ट्रेट एम.एस.भारतीदासन को दिखाया जा रहा था।
पीड़ितों के कुछ रिश्तेदारों को भी उस दौरान उपस्थित रहने की अनुमति दी गई थी।
जयराज और बेनिक्स के रिश्तेदारों को उनके कूल्हों की चोटों को देखकर और जयराज के खून से सने चेहरे को देखकर रोते हुए देखा और सुना जा सकता है।
साथनकुलम पुलिस ने 19 जून को समय पर मोबाइल की दुकान बंद नहीं करने के लिए जयराज और बेनिक्स के खिलाफ मामला दर्ज किया था। उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया और 21 जून को कोविलपट्टी जेल में रखा गया था।
पुलिस की प्रताड़ना के कारण कथित तौर पर न्यायिक हिरासत में 22 जून की रात जयराज और 23 जून की सुबह बेनिक्स की मौत हो गई।
साथनकुलम पुलिस स्टेशन में कार्यरत पांच पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार किया गया।
मद्रास हाईकोर्ट ने मामले की सुनवाई करते हुए कहा था कि साथनकुलम पुलिस अधिकारियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करने के लिए प्रथम दृष्ट्या सबूत हैं।
अदालत ने सबूतों को इकट्ठा करने और उनकी सुरक्षा करने के लिए जयराज और बेनिक्स की मौतों की जांच भी सीबीसीआईडी को ट्रांसफर कर दी थी।
बाद में मामला केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को ट्रांसफर कर दिया गया।
अदालत ने तीन पुलिस अधिकारियों के खिलाफ आपराधिक अवमानना के मामले भी शुरू किए हैं। इनमें अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कुमार, पुलिस उपाधीक्षक प्रतापन और कांस्टेबल महाराजन शामिल हैं।