नीतीश के बयान से बिहार सियासत में उबाल, अगले 72 घंटे सरकार के लिए अहम

बिहार नीतीश के बयान से बिहार सियासत में उबाल, अगले 72 घंटे सरकार के लिए अहम

ANAND VANI
Update: 2022-05-23 07:00 GMT
नीतीश के बयान से बिहार सियासत में उबाल, अगले 72 घंटे सरकार के लिए अहम
हाईलाइट
  • सियासी उलटफेर के कयास

डिजिटल डेस्क, पटना।  बिहार की सियासी राजनीति में  जेडीयू प्रमुख के एक फरमान से हडकंप मच गया है।  जेडीयू  चीफ व बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने सभी विधायकों को अगले 72 घंटे तक पटना में ही रहने का आदेश दिया है।

कयास यहां तक लगाए जा रहे है कि सियासी पलटवार के चलते नीतीश ने अभी तक राज्यसभा उम्मीदवारों के नाम का ऐलान नहीं किया है।  हालफिलहाल बिहार की बदलती  सियासी राजनीति को लेकर सीएम नीतिश कुमार के एक्शन पर निगाहें टिकी हुई है। इस बीच तेजस्वी यादव का भी लंदन से लौटने का इंतजार किया जा रहा है। संभावनाएं ये लगाई जा रही है कि सीएम के खास आरसीपी के चलते उन्होंने अपने सभी प्रतिनिधियों को एक जगह ठहरने को कहा है। ताकि पार्टी में आरसीपी फूट न डाल पाएं। 

उन्होंने अपनी पार्टी के सभी विधायकों को पटना न छोड़ने को कहा है। इससे एक बार फिर बिहार की सियासी हलचल में तूफान आ गया है। नीतीश के बयान से गठबंधन में बनी बीजेपी संकोच में पड़ गई हैं।  आपको बता दें पहले से ही बीजेपी और आरजेडी में पोस्टर वॉर चल रहा है । नीतीश के बयान से बिहार की राजनीति में अगले 72 घंटे काफी अहम माने जा रहे है। मिली जानकारी के मुताबिक सीएम  नीतीश कुमार  अपने विधायकों से लगातार मुलाकात कर रहे हैँ। 

मिली जानकारी के मुताबिक बीजेपी के कानों तक  भी गठबंधन टूटने की सूचना मिल चुकी है। जिसकी प्रतिक्रिया के तौर पर ही बीजेपी की केंग्र सरकार ने लालू परिवार के कई ठिकानों पर रेड डलवाई। जिस समय लालू के पारिवारिक स्थानों पर सीबीआई रेड डालने पहुंची , उस समय सीएम नीतीश कुमार अपनी पार्टी के मंत्रियों और विधायकों के साथ मीटिंग कर रहे थे। 
सीएम के बयान से ये अटकलें लगाए जा रहे  है कि नीतीश कुमार एक बार फिर पलटी मारकर और बीजेपी से गठबंधन का नाता तोड़कर अपने पुरानी साथी लालू प्रसाद के साथ जा सकते है।  मुख्यमंत्री  कुमार ने अपनी पार्टी जनता दल यूनाइटेड  के सभी विधायकों को अगले तीन दिन तक पटना न छोड़ने की सलाह दी है। इसी के बाद से ये दिन बिहार की सियासत के लिए अहम माने जा रहे है।  नीतीश का ये एक्शन लालू प्रसाद के घर पड़ी रेड के बाद आया है।  एक निजी चैनल के मुताबिक इससे पहले नीतीश कुमार और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव एक साथ तीन बार अलग अलग प्रोग्राम में  नजर आए है। खबरों के मुताबिक बिहार में जातीय जनगणना को लेकर  सीएम कुमार और तेजस्वी यादव ने बंद कमरे में घंटेभर बैठक की। जिस पर दोनों दल पक्ष में है ।
 
 

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