महाराष्ट्र : हाई वोल्टेज ड्रामे के बीच मुंबई पुलिस ने किसान दंपति राणा को किया गिरफ्तार

महाराष्ट्र महाराष्ट्र : हाई वोल्टेज ड्रामे के बीच मुंबई पुलिस ने किसान दंपति राणा को किया गिरफ्तार

IANS News
Update: 2022-04-23 18:30 GMT
महाराष्ट्र : हाई वोल्टेज ड्रामे के बीच मुंबई पुलिस ने किसान दंपति राणा को किया गिरफ्तार
हाईलाइट
  • शांति व्यवस्था भंग करने और भड़काऊ बयान देने का आरोप

डिजिटल डेस्क, मुंबई। मुंबई पुलिस ने दो दिनों के हाई-वोल्टेज राजनीतिक ड्रामा का अंत करते हुए शनिवार शाम को अमरावती की निर्दलीय सांसद नवनीत राणा और उनके पति बडनेरा विधायक रवि राणा को गिरफ्तार कर लिया। इससे पहले उन्होंने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के आवास पर हमला करने की अपनी योजना स्वत: वापस ले ली।

एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि उन्होंने भारतीय दंड संहिता की धारा 153 (ए) और 34 के साथ बॉम्बे पुलिस अधिनियम की धारा धारा 37(1) और 135 के तहत दोनों के खिलाफ मामला दर्ज किया है और आगे की जांच चल रही है। शिवसेना कार्यकर्ताओं की शिकायत के बाद खार पुलिस स्टेशन ने 36 वर्षीय नवनीत राणा और 40 वर्षीय रवि राणा दंपति के खिलाफ कार्रवाई की। खुद को किसान बताने वाले इस दंपति पर शांति व्यवस्था भंग करने और भड़काऊ बयान देने के आरोप हैं। राणा दंपति ने एक जवाबी कदम में पुलिस उपायुक्त मंजूनाथ शिंगे को ठाकरे, शिवसेना सांसद संजय राउत और परिवहन मंत्री अनिल परब और 500-600 शिवसैनिकों व शिवसेना के विभिन्न नेताओं के खिलाफ शिकायत भी सौंपी।

खार पुलिस स्टेशन की एक टीम द्वारा दोनों को हिरासत में लिए जाने और बाद में रविवार को मजिस्ट्रेट कोर्ट के सामने पेश करने की योजना के साथ गिरफ्तारी के तुरंत बाद घटनाक्रम तेजी से हुआ। इससे पहले, राणा दंपति ने दावा किया था कि उन्होंने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुंबई यात्रा के मद्देनजर मुख्यमंत्री के निजी आवास मातोश्री में जाकर हनुमान चालीसा का पाठ करने की अपनी योजना रद्द कर दी है।

दोनों ने सीएम ठाकरे को राज्य के लिए शनि बताते हुए उन पर तीखा हमला किया और आरोप लगाया कि ठाकरे अपने हिंदुत्व आदर्शो को भूल गए हैं। 2 साल तक कार्यालय में नहीं आए, प्रशासन की अनदेखी की और केवल राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों को फर्जी मामलों में फंसाने की साजिश रची। अपनी आक्रामक जड़ों की ओर लौटते हुए शिवसेना और युवासेना के सैकड़ों पुरुष और महिला कार्यकर्ताओं ने राजनेता दंपति के घर को लगभग घेर लिया और उन्हें अपने खार स्थित फ्लैट से बाहर निकलने से रोक दिया।

एक उत्साहित युवासेना नेता वरुण सरदेसाई ने कहा कि राणा दंपति अपने घर से बाहर नहीं निकल सकते, सीएम के घर जाने की तो बात ही छोड़ दें। यह पार्टी की जीत है। सरदेसाई ने कहा, वे अपनी योजनाओं में सफल नहीं हुए हैं। उन्होंने अपनी विफलता को छिपाने के लिए पीएम के आवास पर जाने से बचने का रास्ता अपनाया। हम सीएम के खिलाफ उनके आपत्तिजनक बयानों के लिए उनसे सार्वजनिक माफी की मांग करते हैं। हमने उन्हें अपनी ताकत दिखाई है। वे कायर हैं, इसलिए दूर भाग गए।

राणा के घर पर पहुंची पुलिस के साथ उनकी तीखी नोकझोंक हुई। पुलिस चाहती थी कि वे पुलिस स्टेशन आएं, लेकिन दंपति ने जोर देकर कहा कि पुलिस को वारंट पेश करना चाहिए। इस पूरे नाटक को सोशल मीडिया पर लाइव स्ट्रीम किया गया। नवनीत राणा ने कहा, हम निर्वाचित प्रतिनिधि हैं, लेकिन ठाकरे के शासन में हमें जबरन थाने ले जाया गया। यहां कोई कानून-व्यवस्था नहीं है। ठाकरे ने शिवसेना के गुंडों को भेजा है जो कल से हमारे घर को घेरे हुए हैं। अगर हम इस स्थिति का सामना कर रहे हैं तो आम लोग न्याय की उम्मीद कैसे कर सकते हैं। जनता और भगवान हनुमान उन्हें सबक सिखाएगी।

राणा दंपति की गिरफ्तारी के बाद पुरुष और महिला शिवसैनिकों ने ढोल-नगाड़ों के साथ जश्न मनाया, मिठाई बांटी और नृत्य किया। उन्होंने चेतावनी दी कि शिवसेना ने अपनी ताकत दिखा दी है। इन (राणा) जैसे लोग आते हैं और चले जाते हैं। पार्टी उनकी परवाह नहीं करती। गृहमंत्री दिलीप वालसे-पाटिल ने चेतावनी दी कि अगर वे (राणा) हनुमान चालीसा का जाप करना चाहते हैं, तो उन्हें इसे अपने घर पर करना चाहिए न कि किसी और (सीएम के) घर पर। मुख्य प्रवक्ता - कांग्रेस के अतुल लोंधे और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के महेश तापसे ने राणा दंपति को नाटकीय युगल बताया और कहा कि यह सब भाजपा द्वारा प्रायोजित किया गया था।

शिवसेना सांसद संजय राउत ने नागपुर में घोषणा की कि शिवसैनिक चुप नहीं रहेंगे और राणा दंपति को श्मशान जाने की तैयारी करनी चाहिए, जबकि केंद्रीय एमएसएमई मंत्री नारायण राणे ने राउत को उनके अंतिम संस्कार के लिए तैयार होने की सलाह दी। विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस (विधानसभा) और प्रवीण दारेकर (परिषद), सुधीर मुनगंतीवार और विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अन्य नेताओं ने महा विकास अघाड़ी सरकार की खिंचाई की और राणा दंपति की गिरफ्तारी को प्रतिशोध की राजनीति से प्रेरित बताया। दारेकर जैसे अन्य नेताओं ने आरोप लगाया कि राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति चरमरा गई है और राष्ट्रपति शासन लगाया जाना चाहिए, जबकि राणे और किरीट सोमैया ने कहा कि वे शनिवार की रात बाद में पुलिस स्टेशन में राणा दंपति से मिलेंगे।

 

(आईएएनएस)

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