सिंघु बॉर्डर पर लगी मेडिकल सेवा में अब तक 400 लोगों का हुआ इलाज

सिंघु बॉर्डर पर लगी मेडिकल सेवा में अब तक 400 लोगों का हुआ इलाज

IANS News
Update: 2020-12-07 11:01 GMT
सिंघु बॉर्डर पर लगी मेडिकल सेवा में अब तक 400 लोगों का हुआ इलाज
हाईलाइट
  • सिंघु बॉर्डर पर लगी मेडिकल सेवा में अब तक 400 लोगों का हुआ इलाज

सिंघु बॉर्डर, 7 दिसम्बर (आईएएनएस)। कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन लगातार जारी है। सिंघु, टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों ने भारी संख्या में अपना डेरा बनाया हुआ है। वहीं बढ़ती किसानों की संख्या को देखते हुए सिंघु बॉर्डर पर मेडिकल सेवा भी शुरू की गई है। ताकि किसी किसान की तबीयत खराब हो तो उसका इलाज किया जा सके।

सिंघु बॉर्डर पर अब तक करीब 400 किसानों की तबीयत खराब हुई है, जिनमें बुखार, खांसी, शुगर, बीपी, सर दर्द आदि जैसी शिकायत शामिल हैं। जिनका इन मेडिकल सेवा द्वारा इलाज किया गया है।

सिंघु बॉर्डर पर अमृतसर की शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की ओर से 3 एम्बुलेंस लगाई गई हैं। जिनमें डॉक्टर और अन्य स्टाफ शामिल हैं। एक एम्बुलेंस सिंघु बॉर्डर से 2 किलोमीटर दूर लगाई गई है, जो दवाई लाने का काम करती है, तो वहीं 2 एम्बुलेंस सिंघु बॉर्डर और दूसरी उससे थोड़ी दूर लगाई गई है।

जानकारी के अनुसार अब तक इन एम्बुलेंस में करीब 1000 किसानों का इलाज किया जा चुका है। हालांकि डॉक्टरों का कहना है कि इन सभी की मामूली तबियत खराब थी। किसी में कोविड के लक्षण नहीं थे और अभी तक कोई गंभीर मरीज नहीं आया है। साथ ही 20 वर्ष से लेकर 70 वर्ष तक के लोग इस मेडिकल सेवा की सुविधा ले चुके हैं।

शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी की ओर से आए डॉक्टर गुरप्रीत सिंह ने आईएएनएस को बताया, हम बीते 10 दिनों से यहां लोगों की सेवा कर रहे हैं। हर दिन यहां आए प्रदर्शनकारी अपना इलाज करा रहे हैं। इन सभी मरीजों को मामूली बीमारी थी। किसी तरह की कोई गम्भीर समस्या नहीं थी।

उन्होंने आगे बताया, आंदोलन में आए किसानों के अलावा आस पास के कुछ लोग भी हमारे मेडीकल सेवा का लाभ उठा रहे हैं। हम किसी को मना नहीं करते। अब तक हमने करीब 400 लोगों का इलाज किया है। वहीं यहां से कुछ दूर एक और मेडिकल सेवा लगी हुई है, जहां करीब 500 लोगों का इलाज किया गया है।

मेडिकल सेवा में लगी किसानों के लिए एम्बुलेंस में लगभग सभी तरह की दवाईयां रखी हुई हैं। वहीं यदि किसी को ऑक्सीजन लेने की समस्या आती है, तो उसके लिए भी एम्बुलेंस में व्यवस्था की गई है।

एमएसके/एएनएम

Tags:    

Similar News