BSF जवान की वापसी: पाकिस्तान ने किया BSF जवान पूर्णम कुमार को रिहा, अटारी बॉर्डर से लौटे भारत, 21 दिन पहले गलती से की थी सीमा पार

- पाकिस्तान ने बीएसएफ जवान को छोड़ा
- पूर्णम कुमार 10:30 बजे पहुंचे भारत
- 23 अप्रैल को गलती से की थी सीमा पार
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पाकिस्तान ने भारत के बीएसएफ जवान पूर्णम कुमार शॉ को छोड़ दिया है। पूर्णम कुमार बुधवार (14 मई) को भारत लौट आए हैं। उनकी वापसी 10:30 बजे अटारी बॉर्डर से हुई जहां जवान का परिवार भी मौजूद था। आपको बता दें कि, बीएसएफ जवान ने 23 अप्रैल को गलती से सीमा पार कर ली थी जहां पाकिस्तानी रेंजर्स ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। जवान की वापसी की जानकारी बीएसएफ की ओर से दी गई है।

कैसे की सीमा पार?
पंजाब के फिरोजपु में तैनात बीएसएफ जवान पूर्णम कुमार ने गलती से इंटरनेशनल बॉर्डर पार कर ली थी। इसके बाद पाकिस्तान रेंजर्स ने उन्हें हिरासत में ले लिया था।
देश को क्यों थी जवान की वापसी की चिंता?
1. बीएसएफ जवान की वापसी को लेकर देशभर में चिंता का माहौल था। ऐसा इसलिए क्योंकि भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया था। इस ऑपरेशन का मकसद आतंकवादियों को निशाना बनाना था। भारत ने पाकिस्तान और पीओके में स्थित 9 आतंकी ठिकानों को तबाह किया। इस एयरस्ट्राइक में 100 से भी ज्यादा आतंकी मारे गए। भारत की इस जवाबी कार्रवाई से पड़ोसी मुल्क एकदम बौखलाया हुआ था। यही वजह थी कि लोगों के मन में न चाहते हुए भी यही सवाल आ रहा था कि क्या पूर्णम कुमार वापस लौट पाएंगे या नहीं?
2. जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकी हमला हुआ। टीआरएफ ने हमले की जिम्मेदारी ली। 23 अप्रैल को भारत ने सीसीएस की बैठक में पाक के खिलाफ बड़े एक्शन लिए जिनमें सिंधु जल संधि को सस्पेंड करने का फैसला भी शामिल था। भारत की देखा-देखी करते हुए पड़ोसी मुल्क ने शिमला समझौता भी रद्द कर दिया था। इस तनातनी के बीच 23 अप्रैल को बीएसएफ जवान गलती से दुश्मन देश की सीमा के अंदर पहुंचे गए थे जिस वजय से उनका वापस आना मुश्किल लग रहा था। मालूम हो कि, भारत और पाकिस्तान के बीच 1972 में हुए शिमला समझौता हुआ था। इसके तहत दोनों देशों ने यह तय किया था कि युद्धबंदियों को कैद कर के नहीं रखा जाएगा, उन्हें रिहा करना ही होगा।

Created On :   14 May 2025 11:33 AM IST