Beed News: सुदर्शन घुले गैंग का मुखिया, वाल्मीक कराड ही है पूरे हत्याकांड का मास्टरमाइंड

सुदर्शन घुले गैंग का मुखिया, वाल्मीक कराड ही है पूरे हत्याकांड का मास्टरमाइंड
  • उज्ज्वल निकम की दलील पेश
  • मस्साजोग सरपंच संतोष देशमुख की हत्या मामला
  • 7 जुलाई को आगली सुनवाई

Beed News. मस्साजोग के सरपंच संतोष देशमुख की हत्या में सुदर्शन घुले सिर्फ गैंग का सरगना था। जबकि वाल्मीक कराड ही पर्दे के पीछे का असली मास्टरमाइंड है, मंगलवार को विशेष लोक अभियोजक उज्ज्वल निकम ने अदालत में दलील पेश की। जिला एवं विशेष सत्र अदालत में मंगलवार करीब 3 घंटे तक संतोष देशमुख हत्याकांड की सुनवाई हुई। इसमें वाल्मीक कराड के वकीलों ने 2 घंटे तक दलीलें रखीं, जबकि उज्ज्वल निकम ने एक घंटे तक दलीलें रखीं। मालूम हो कि इस दौरान सिर्फ वाल्मीक कराड को बरी करने के पक्ष में दलीलें दी गईं। सुनवाई के बाद पत्रकारों से बातचीत में उज्ज्वल निकम ने कहा कि वाल्मीक कराड ने कोर्ट में दावा किया कि देशमुख की हत्या की साजिश में उनका कोई हाथ नहीं है। उन्होंने यह भी तर्क दिया कि उनके खिलाफ की गई मकोका कार्रवाई गलत थी। लेकिन हमने इसका कड़ा विरोध किया। हमने उनके खिलाफ सबूत कोर्ट के सामने पेश किए। साजिश का मुख्य मास्टरमाइंड हमेशा पर्दे के पीछे रहता है। उसने कोर्ट को यह विश्वास दिलाया कि वह अपने गुंडों के जरिए गलत काम करता है। इसके बाद कोर्ट ने 7 जुलाई तक अपना फैसला सुरक्षित रख लिया।

वाल्मीक कराड के वकीलों क्या दी दलीले

सुनवाई में दलील देते हुए वाल्मीक कराड के वकील ने कहा कि मौजूदा मामले में 3 अलग-अलग अपराध हैं। हर एफआईआर के लिए अलग-अलग चार्जशीट दाखिल की जानी चाहिए। वाल्मीक कराड का मकोका से कोई संबंध नहीं है। उसका अपराध और एफआईआर अलग-अलग हैं। 6 दिसंबर को वॉचमैन सोनवणे की पिटाई की गई। इस घटना का जबरन वसूली से कोई संबंध नहीं है। इस मामले में शिवराज देशमुख मुख्य शिकायतकर्ता हैं। उनके बयान में कहीं भी वाल्मीक कराड का नाम नहीं है। 15 जनवरी 2025 को वाल्मीक कराड को हत्या के मामले में आरोपी बनाया गया। मौजूदा मामले में अन्ना और वाल्मीक कराड अलग-अलग हैं। संतोष देशमुख को भी अन्ना कहा जाता था। लेकिन वाल्मीक को अन्ना के नाम से आरोपी बनाया गया। सीआईडी ने जो राय जाहिर की है, वह उनकी है। उन्होंने कहा कि इस मामले में पुलिस जांच जरूरी है।

उज्ज्वल निकम ने क्या दलील दी?

उज्ज्वल निकम ने वाल्मीक कराड के वकील की दलील को पूरी तरह खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि् पूरे मामले का हेलीकॉप्टर व्यू लेना पड़ा। आरोपियों ने अवादा कंपनी से 2 करोड़ की मांग की। इस पूरे मामले में वाल्मीक कराड पर्दे के पीछे से मास्टरमाइंड थे। संतोष देशमुख ने अपने करीबी लोगों को यह बात बताई थी। उनके डिजिटल सबूत ही काफी हैं। इस घटना के बाद वाल्मीक कराड और विष्णु चाटे नाराज हो गए। उन्होंने सुदर्शन घुले और अन्य लोगों को अप्रत्यक्ष संदेश दिया कि वे सिर्फ लड़ाई क्यों कर रहे हैं? इस मामले में सुदर्शन घुले गिरोह का सरगना है, लेकिन पर्दे के पीछे वाल्मीक कराड असली मास्टरमाइंड है। उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच पुलिस नहीं बल्कि सीआईडी की विशेषज्ञ टीम कर रही है।

Created On :   24 Jun 2025 6:23 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story