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RNTU Deeksharambh 2025: रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय में सम्पन्न हुआ ‘दीक्षारंभ 2025’ – नवप्रवेशी विद्यार्थियों का हुवा भव्य स्वागत

भोपाल। रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय में आयोजित ‘दीक्षारंभ 2025’ कार्यक्रम के दूसरे दिन नए प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों के लिए विभिन्न सत्रों का सफल आयोजन हुआ। दिन की शुरुआत फूलों से स्वागत के साथ हुई, जिसके बाद छात्रों को विश्वविद्यालय की ट्रेनिंग और प्लेसमेंट सुविधाओं, एंटी-रैगिंग कानून, इमोशनल इंटेलिजेंस और करियर के अवसरों जैसे विषयों पर विशेषज्ञों ने मार्गदर्शन दिया। इस मौके पर टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) के रीजनल टैलेंट एक्विजीशन ग्रुप हेड श्री आशीष सरकार, प्रेरक वक्ता डॉ. विजय अग्रवाल, श्री आशीष सूद, एसोसिएट जनरल मैनेजर, बिजनेस डेवलपमेंट, आईसेक्ट लर्न, सुश्री सायंती अधिकारी, डिप्टी मैनेजर (कंटेंट डेवलपमेंट) आईसेक्ट, श्री अभिषेक श्रोति, ट्रेनिंग और प्लेसमेंट हेड विशेष रूप से उपस्थित थे।
इस मौके पर श्री आशीष सरकार ने उद्योग जगत में बदलते रुझानों और नई तकनीकों की मांग पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि आज के प्रतिस्पर्धी माहौल में विद्यार्थियों को तकनीकी दक्षता के साथ-साथ सॉफ्ट स्किल्स पर भी ध्यान देना चाहिए। सही तैयारी और सतत सीखने की प्रवृत्ति से छात्र अपने करियर में उत्कृष्टता प्राप्त कर सकते हैं।
डॉ. विजय अग्रवाल ने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि सफलता पाने के लिए आत्मविश्वास, सकारात्मक सोच और निरंतर प्रयास आवश्यक हैं। उन्होंने उदाहरणों के माध्यम से समझाया कि असफलताएँ केवल सीखने और आगे बढ़ने के अवसर होती हैं। डॉ. अग्रवाल ने विद्यार्थियों से अपने लक्ष्यों के प्रति समर्पित रहने और हर परिस्थिति में उत्साह बनाए रखने का आह्वान किया।
सुश्री सायंती अधिकारी ने “इमोशनल इंटेलिजेंस फॉर स्टूडेंट्स” विषय पर सत्र लेते हुए छात्रों को भावनाओं को समझने और नियंत्रित करने के उपाय बताए। आशिष सूद ने अपने संबोधन में विद्यार्थियों को डिजिटल लर्निंग के महत्व, बदलते उद्योग परिदृश्य में स्किल डेवलपमेंट की जरूरत और तकनीक आधारित शिक्षा के अवसरों के बारे में जानकारी दी। कार्यक्रम के दौरान विश्वविद्यालय के ट्रेनिंग और प्लेसमेंट सेल का न्यूज़लेटर भी जारी किया गया, जिसमें आगामी इंटर्नशिप, नौकरी के अवसर, प्लेसमेंट प्रक्रिया और उद्योग जगत की जरूरतों से जुड़ी अहम जानकारी दी गई है। न्यूज़लेटर का उद्देश्य छात्रों को उनके करियर निर्माण में सही दिशा प्रदान करना है। उन्होंने छात्रों को प्लेसमेंट प्रक्रिया और ट्रेनिंग कार्यक्रमों की विस्तृत जानकारी भी दी। कानून विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. नाईश जमीर ने एंटी-रैगिंग और POSH कानून की कानूनी जानकारी दी, जबकि विश्वविद्यालय के चीफ लाइब्रेरियनअधिकारी डॉ. राकेश खरे और उनकी टीम ने छात्रों को लाइब्रेरी सुविधाओं और नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी ऑफ इंडिया (NDLI) क्लब के बारे में बताते हुए भ्रमण कराया।
तीसरे व अंतिम दिन डॉ. शीतल गुलाटी (डीन, स्टूडेंट्स वेलफेयर) ने विश्वविद्यालय की गतिविधियों का परिचय दिया। सुश्री दुर्गा वर्मा ने एनसीसी की जानकारी दी, डॉ. रेखा गुप्ता एवं श्री गब्बर सिंह (एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी) ने एनएसएस गतिविधियों की रूपरेखा प्रस्तुत की। रेडियो युवााज़ की जानकारी युवाज़ कोऑर्डिनेटर डॉ. शैलेन्द्र सिंह ने साझा की। सांस्कृतिक समन्वयक डॉ. जितेन्द्र अहीर ने सांस्कृतिक व सह-पाठ्यक्रम गतिविधियों के बारे में बताया। खेल एवं जिम सुविधाओं की जानकारी डॉ. पंकज धुलधोये ने दी। सुखेन्द्र सिंह गहरवार ने हॉस्टल, मैस एवं कैंटीन सुविधाओं का परिचय दिया, जबकि वीरेंद्र मीणा ने बस सेवाओं की जानकारी दी। द यूथ टॉक सत्र में विद्यार्थियों ने स्टूडेंट एक्टिविटी काउंसिल टीम के साथ संवाद किया।
अंत में विद्यार्थियों ने विभागीय पंजीकरण, मेंटर दस्तावेजीकरण और फेस स्कैन उपस्थिति की प्रक्रिया से अवगत कराया गया, जिसके बाद उन्हें उनके संबंधित विभाग और प्रयोगशालाओं का दौरा कराया गया। विभागाध्यक्षों ने छात्रों का स्वागत करते हुए उन्हें फैकल्टी सदस्यों से परिचित कराया।
कार्यक्रम समन्वयक डॉ. प्रतीक निगम, एचओडी, इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक विभाग ने सभी अतिथिगण का आभार व्यक्त किया। सह समन्वयक डॉ जितेंद्र अहीर, असिस्टेंट प्रोफेसर, मंच संचालन सुश्री सान्या मिश्रा, असिस्टेंट प्रोफेसर ह्यूमैनिटीज विभाग, डॉ नाईस जमीर एचओडी विधि विभाग, डॉ नीता घांग्रेकर, असिस्टेंट प्रोफेसर मैनेजमेंट विभाग, डॉ कंचन माथनकर, असिस्टेंट प्रोफेसर ह्यूमैनिटीज विभाग, शशिकांत सोनी, असिस्टेंट प्रोफेसर इंजीनियरिंग विभाग, डॉ अनिल राव, असिस्टेंट प्रोफेसर इंजीनियरिंग विभाग ने कार्यक्रम का बखूबी आयोजन किया।
Created On :   15 Aug 2025 11:20 AM IST