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पहली बार बिजली कर्मियों के साथ एसई भी उतरे सड़कों पर, कभी भी छा सकता है अंधकार
डिजिटल डेस्क जबलपुर। बिजली कर्मचारियों के साथ विगत दिवस विजय नगर कार्यालय में हुई मारपीट, धक्का मुक्की और अभद्रता को लेकर शुक्रवार को सैकड़ों बिजली कर्मियों और अधिकारियों ने कड़ी धूप में प्रदर्शन िकया। रैली निकालकर कलेक्ट्रेट पहुँचे और ज्ञापन सौंपा गया। इस दौरान पहली बार एसई खुद रैली में शामिल रहे और अपने कर्मचारियों और अधिकारियों के साथ हुए बर्ताव को लेकर आक्रोश जाहिर िकया। बिजली कर्मचारियों ने साफ चेतावनी दी है िक असामाजिक तत्वों की गिरफ्तारी हो और फर्जी मामले निरस्त नहीं िकए गए तो कर्मचारी जेल भरो आंदोलन करेंगे और कार्य का बहिष्कार होगा, जिससे कभी भी अंधकार छा सकता है।
बुधवार को विजय नगर संभाग के बिजली वितरण केन्द्र में कुछ भाजपा नेताओं ने हंगामा किया था और मारपीट, तोडफ़ोड़, अभद्रता भी की गई थी। इसके बाद बिजली कर्मचारियों और अधिकारियों ने पुलिस में एफआईआर दर्ज कराई थी। वहीं दूसरे दिन यानी गुरुवार को भाजपा नेताओं ने बिजली अधिकारियों और कर्मचारियों पर एफआईआर दर्ज करा दी, इसमें न केवल मारपीट, धमकी की धाराएँ लगाई गईं बल्कि एससी-एसटी एक्ट भी लगाया गया। इसे लेकर बिजली कर्मचारियों में भारी आक्रोश था। इस पर शुक्रवार को विद्युत कर्मियों के संगठन अभियंता संघ, पत्रोपाधि संघ, जनता यूनियन, कर्मचारी महा संघ, एपी ईईए आदि ने एक साथ मिलकर विद्युत कर्मियों के साथ मिशन कंपाउंड से कलेक्टर कार्यालय तक पैदल रैली निकाल कर कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर माँग की है कि असामाजिक तत्वों की गिरफ्तारी हो एवं विद्युत अधिकारियों पर दर्ज झूठी एफआईआर को निरस्त किया जाए अन्यथा समस्त विद्युत कर्मी 22 जून शनिवार से जेल भरो आंदोलन कर कार्य का बहिष्कार करेंगे।
यह था मामला-
19 जून को उपभोक्ता चतुर्वेदी जी बिजली बिल की शिकायत लेकर बिजली दफ्तर पहुँचे एवं वहाँ उपस्थित विद्युत कर्मियों से अभद्रता करने लगे। मौके पर कार्यपालन अभियंता इमरान खान चतुर्वेदी जी को समझा ही रहे थे कि इनके द्वारा फोन पर अतुल दानी एवं अन्य को बुला लिया गया तथा कार्यपालन अभियंता एवं अन्य अधिकारियों को बंधक बना लिया गया। कार्यपालन अभियंता के कमरे में घुस कर तोडफ़ोड़ की गई, टेबल को पलट दिया एवं गाली-गलौज, धक्का-मुक्की, मारपीट कर अभद्रता की गई। पूरे ऑफिस की फाइलों को अस्त-व्यस्त कर दिया गया था। इस मामले पर पुलिस ने भाजपा नेताओं पर एफआईआर दर्ज की थी, जिसके बाद भाजपा नेताओं ने कोतवाली थाने के सामने चकाजाम कर िदया। मजबूरी में पुलिस को बिजली कर्मियों और अधिकारियों पर एफआईआर दर्ज करनी पड़ी।
अधिकारियों ने लगाए संगीन आरोप-
अधीक्षण यंत्री शहर संजय आरोरा और कार्यपालन अभियंता इमरान खान ने आरोप गलाया कि पुष्पेन्द्र सिंह जो कि पार्षद मोनिका सिंह का पति है। वह विजय नगर क्षेत्र में अवैध कॉलोनी विकसित करने का कार्य कर रहा है। इनकी अवैध विकसित कॉलोनी में प्लॉटिंग कर लोगों को डायरेक्ट बिजली दी गई है। इन पर बिजली चोरी के कई केस दर्ज किए गए हैं। बिजली चोरी में पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी को इनसे 20-25 लाख की राशि वसूलनी है, जिस पर यह पूरा विवाद खड़ा िकया गया है। वहीं पुष्पेन्द्र सिंह ने आरोप से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि उनके द्वारा कहीं कोई प्लॉटिंग नहीं की गई है। कुछ प्लॉट परिचितों को बिकवाए थे। बिजली विभाग के अफसरों ने बिजली चोरी के झूठे मामले उनके खिलाफ बनाए हैं। वहीं अतुल दानी का कहना है िक विजय नगर संभाग में कई उपभोक्ताओं के बिजली कनेक्शन का भार 1 किलोवॉट से बढ़ाकर 2 किलोवॉट कर दिया गया। जिस वजह से 100 रुपए माह आने वाला बिजली का बिल अब 500 से 800 रुपए आ रहा है। लोग परेशान हो रहे थे जिनकी समस्या को लेकर हमने प्रदर्शन िकया था।पी-2
Created On :   21 Jun 2024 11:27 PM IST