Jabalpur News: जिस महीने में रिटायरमेंट उसी में लगेगा लाइफ सर्टिफिकेट, अब नवंबर की बंदिश हुई समाप्त

जिस महीने में रिटायरमेंट उसी में लगेगा लाइफ सर्टिफिकेट, अब नवंबर की बंदिश हुई समाप्त
स्पर्श आने के बाद बदली तस्वीर, घर बैठे भी जीवन प्रमाण पत्र प्रक्रिया

Jabalpur News: टेक्नाेलॉजी कई तरह से जीवन को बदलती है, आसान बनाती है। बुजुर्गों के मामले में पेंशन के लिए जीवन का प्रमाण पत्र देना हमेशा से काफी तकलीफों भरा रहा है। स्पर्श की तकनीक ने मुश्किलें काफी आसान कर दी हैं। इसके साथ ही अब एक और बड़ा बदलाव होने जा रहा है। पेंशनर्स को अब नवंबर में लाइफ सर्टिफिकेट देने की बाध्यता नहीं रहेगी।

हर एक पेंशनर के लिए रिटायरमेंट वाले महीने में लाइफ सर्टिफिकेट देने के लिए सुनिश्चित किया गया है। कुल मिलाकर इस तरह से जीवन प्रमाण पत्र देने का क्रम अब पूरे साल भर चलता रहेगा। इससे स्पर्श केंद्र में भी भीड़ बढ़ने के हालात शायद ही कभी बनते नजर आएंगे। हालांकि इस सिस्टम का फायदा स्पर्श लागू होने के बाद रिटायर होने वाले पेंशनर्स को ही हासिल हो सकेगा।

गायब हो गईं लंबी कतारें

लेखा नगर स्थित स्पर्श केंद्र में अब पहले जैसी कतार नजर नहीं आती। नवंबर माह में यहां सबसे ज्यादा संख्या में सेवानिवृत्त कर्मचारी पहुंचते हैं। जानकारों का कहना है कि चंद वर्षों पहले जब स्पर्श लागू किया गया उससे बाद भी काफी दिनों तक बुजुर्गों की परेशानियां बढ़ी रहीं।

टेक्नाेलाॅजी से और आसानी

पेंशनर्स का पूरा सैटअप स्पर्श पर चलता है। इसका डाटा अपडेट होने के बाद परेशानी नहीं होती। विजन जबलपुर के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह बताते हैं कि एप के जरिए भी घर बैठे लाइफ सर्टिफिकेशन की प्रोसेस की जा सकती है। अब डेट ऑफ बर्थ के महीने के हिसाब से साल मंे एक बार यह प्रक्रिया करनी होगी।

हर रोज 300 सर्टिफिकेट तक

सामान्य तौर पर स्पर्श केंद्र में तकरीबन एक सैकड़ा पेंशनर्स पहुंचते हैं। चूंकि सभी पेंशनर्स को साल में एक बार नवंबर में लाइफ सर्टिफिकेट देना होता है। लिहाजा, इन दिनों 300 तक सेवानिवृत्त यहां पहुंचते हैं। केंद्र प्रभारी प्रदीप वर्मा बताते हैं कि टोकन सिस्टम पहले से ही लागू है। इसके अलावा चलने में असमर्थ बुजुर्गों के लिए बाहर वाहन में जरूरी प्रक्रिया पूरी करा ली जाती है। दूसरी तरफ ज्यादा विषम परिस्थितियों में केंद्र की तरफ से कर्मचारियों को घर भेजकर भी इस प्रक्रिया को पूरा कराया जा रहा है।

Created On :   17 Nov 2025 7:00 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story