- Home
- /
- राज्य
- /
- मध्य प्रदेश
- /
- जबलपुर
- /
- जिले के 11 स्कूलों में 1 भी शिक्षक...
Jabalpur News: जिले के 11 स्कूलों में 1 भी शिक्षक नहीं, 120 में सिंगल टीचर

Jabalpur News: जिले में सरकारी स्कूलों की हालत इतनी खराब हो गई है कि 11 स्कूलों में एक भी शिक्षक नहीं है जबकि 120 स्कूलों में सिंगल टीचर है। प्रशासन द्वारा ऐसे स्कूलों में गेस्ट टीचर के माध्यम से पढ़ाई करवाई जा रही है लेकिन इसमें भी एक पेंच है। कई स्कूलों में बच्चे कम हैं लेकिन वहां अधिक टीचर रखे गए हैं जबकि अधिक बच्चों वाले बहुत से स्कूलों में शिक्षकों की कमी है। आयुक्त लोक शिक्षण संचालनालय को भेजी गई जानकारी के अनुसार जिले के कुछ सरकारी स्कूलों से अभिभावकों का मोहभंग हो चुका है।
वे अपने बच्चों को केवल चिन्हित सरकारी स्कूलों में ही भेजना चाहते हैं, बाकी स्कूलों में उनके बच्चे भी जाना नहीं चाहते हैं। भोपाल भेजी गई रपट के अनुसार 11 में एक भी शिक्षक नहीं हैं जबकि 121 में सिंगल टीचर है। अधिकारियों का कहना है कि जिन स्कूलों में एक भी शिक्षक नहीं है वहां अब बच्चे भी नहीं हैं क्योंकि उन्हें दूसरे स्कूलों में मर्ज कर दिया गया है और सिंगल टीचर वाले स्कूलों में अतिथि शिक्षकों की तैनाती की गई है जिससे वहां पढ़ाई हो रही है।
आसपास के शिक्षकों का समायोजन हो
शिक्षकों का कहना है कि जिन स्कूलों में शिक्षकों की कमी है वहां अन्य संकुलों से शिक्षकों को लाकर पदस्थ किया जाता है, जबकि होना यह चाहिए कि उसी संकुल या आसपास के संकुल से शिक्षकों को तैनात किया जाए। इस मामले में अतिशेष को लेकर भी जमकर आरोप-प्रत्यारोप लगाए जाते हैं। वहीं कुछ शिक्षकों का यह भी कहना है कि वरिष्ठ अधिकारियों का भी दायित्व बनना चाहिए कि सरकारी स्कूलों की एेसी हालत क्यों होती जा रही है।
बच्चों के अनुसार तय होते हैं शिक्षक
जिन स्कूलों में कम बच्चे होते हैं उनमें गेस्ट टीचर्स की तैनाती की जाती है और जहां कम बच्चे होते हैं, वहां दूसरे स्कूलों को मर्ज किया जाता है। बच्चों की संख्या के आधार पर ही शिक्षकों की तैनाती होती है। कम बच्चों के कारण ही 121 स्कूलों में सिंगल टीचर है।
योगेश शर्मा, डीपीसी जबलपुर
Created On :   1 Dec 2025 7:05 PM IST












